Russia Hypersonic Missile को लेकर एक अहम दावा सामने आया है, जिसने यूरोप की सुरक्षा को लेकर नई बहस छेड़ दी है। अमेरिका के दो शोधकर्ताओं ने सैटेलाइट तस्वीरों के अध्ययन के आधार पर कहा है कि रूस, पूर्वी बेलारूस में नई हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइलों की तैनाती की तैयारी कर रहा है। अगर यह तैनाती होती है, तो यूरोप में रूस की मिसाइल हमले की क्षमता पहले से कहीं अधिक मजबूत हो सकती है।
शोधकर्ताओं के मुताबिक, इन मिसाइलों को बेलारूस के क्रिचेव शहर के पास स्थित एक पुराने एयरबेस पर तैनात किया जा सकता है। यहां मोबाइल ओरेशनिक मिसाइल लॉन्चर लगाए जाने की संभावना जताई गई है। यह एयरबेस रणनीतिक रूप से काफी अहम माना जा रहा है, क्योंकि क्रिचेव शहर बेलारूस की राजधानी मिन्स्क से लगभग 300 किलोमीटर पूर्व और रूस की राजधानी मॉस्को से करीब 480 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में स्थित है। इस भौगोलिक स्थिति से रूस को यूरोप के कई हिस्सों तक तेजी से पहुंच बनाने में मदद मिल सकती है।
Russia Hypersonic Missile से जुड़ा यह विश्लेषण कैलिफोर्निया स्थित मिडलबरी इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज और CNA रिसर्च एंड एनालिसिस ऑर्गनाइजेशन के सहयोग से किया गया है। शोधकर्ताओं ने कमर्शियल सैटेलाइट कंपनी द्वारा ली गई तस्वीरों का अध्ययन कर यह निष्कर्ष निकाला है। रिपोर्ट के अनुसार, ये हाइपरसोनिक मिसाइलें परमाणु हथियार ले जाने में भी सक्षम हो सकती हैं, जिससे उनकी रणनीतिक अहमियत और बढ़ जाती है।
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर रूस वास्तव में बेलारूस में इन मिसाइलों की तैनाती करता है, तो यह यूरोप और नाटो देशों के लिए एक बड़ा सुरक्षा संकेत होगा। अंत में, Russia Hypersonic Missile से जुड़ी यह संभावित तैनाती आने वाले समय में अंतरराष्ट्रीय राजनीति और सैन्य संतुलन पर गहरा असर डाल सकती है।









