Bariatric Surgery : क्या आप भी मोटापे का है शिकार तो करवाए Bariatric Surgery ? जानिए इससे होने वाले फायदे व नुकसान…

0
264

Bariatric Surgery : मोटापे को बीमारी में नहीं गिना जाता है। लेकिन मोटापा हमारे शरीर में कई बीमारियों का कारण है। ज्यादा मोटापा होने पर डायबिटीज, गठिया और हाईपर टेंशन जैसी तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। मोटापा कम करने के लिए डॉक्टर योग और वर्कआउट के अलावा कई तरह की एक्सरसाइज करने की सलाह देते हैं। लेकिन विज्ञान ने इतनी तरक्की कर ली हैं कि इंसान के लिए कुछ भी असंभव नहीं हैं। मोटापे को भी सर्जरी की मदद से कम किया जा सकता है, लेकिन इसके अपने कई खतरे हैं।

मोटापा कम करने के लिए बैरिएट्रिक सर्जरी का ऑप्शन काफी पॉपुलर है। इसकी मदद से ज़रूरत से ज़्यादा वज़न को कम किया जा सकता है और मोटापे पर काबू पाया जा सकता है।दुनियाभर में मोटापे की समस्या लगातार बढ़ रही है। इसके पीछे हमारी खराब जीवनशैली, गलत खानपान और एक्सरसाइज़ की कमी है। जिन लोगों के शरीर का वज़न हद से ज़्यादा बढ़ जाता है, वे कई तरह की गंभीर बीमारियों के शिकार हो जाते हैं।

आपको बता दें मोटापा की वजह से डायबटीज़,स्लीप एपनिया, गठिया, हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल और स्ट्रोक जैसी घातक बीमारियां को जन्म देता है। इसलिए, अपने शरीर का हेल्दी वज़न बनाए रखना ज़रूरी होता है।जो लोग डाइट, एक्सरसाइज़ और डाइटिंग करने के बावजूद वज़न कम नहीं कर पाते हैं, उनके लिए बैरिएट्रिक सर्जरी का ऑप्शन होता है। बेरिएट्रिक सर्जरी वजन कम करने में बेहद फायदेमंद साबित होती है।

image 4

बैरिएट्रिक सर्जरी कब की जाती है?

मोटे लोगों को पतला करने के लिए डॉक्टर बैरिएट्रिक सर्जरी से उन्हें पतला करते हैं। बैरिएट्रिक सर्जरी एक ऑपरेशन है। आपको जानकारी के लिए बता दें कि लैप्रोस्कोपिक सर्जरी की मदद से पेट और आंतों का ऑपरेशन होता है। इस सर्जरी में इंसान का पेट छोटा कर दिया जाता है, जिससे व्यक्ति कम खाता है।

हालांकि, डॉक्टर ज्यादातर मामलों में इस सर्जरी करने की सलाह नहीं देते हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स योग, वर्कआउट और व्यायाम से लोगों को अपना मोटापा कम करने की सलाह देते हैं। इस स्थिती से कोई फायदे नहीं मिलने पर डॉक्टर सर्जरी का सहारा लेते हैं।

क्या हैं इस सर्जरी के नुकसान और फायदे?

आपको बता दें कि इस सर्जरी के बाद व्यक्ति का हर महीने 6 से 8 किलोग्राम वजन कम होने लगता है। वेट सही होने से नींद की बीमारी, टाइप 2 डायबिटीज खत्म होने की संभावना अधिक होती है। इससे ब्लड प्रेशर की परेशानी भी कम होने लगती है। बात करें इस सर्जरी के नुकसान की, तो डॉक्टर से ऑपरेशन न करने पर यह जानलेवा हो सकती है। कई मामलों में ऐसा भी देखने को मिला है। इसलिए जरूरी है कि पहले डॉक्टर से इस बारे में अच्छी तरह समझ लें।

बैरिएट्रिक सर्जरी मोटापे के शिकार लोगों के लिए वज़न घटाने में मदद देने वाली महत्‍वपूर्ण और दीर्घकालिक विकल्‍प है।साथ ही, यह भी देखा गया है कि बैरिएट्रिक सर्जरी कराने वाले ज़्यादातर मरीज़ों में शरीर का वज़न निरंतर कम होने लगता है।उनकी सामान्‍य हैल्‍थ में भी सुधार होता है।हैल्‍दी वेट हासिल करने से स्‍लीप एप्निया, टाइप-2 डायबिटीज़ से भी छुटकारा मिल सकता है।साथ ही, हाई ब्‍लड प्रेशर में भी सुधार आता है, जो कि आगे चलकर लंबे और सेहतमंद जीवन के लिहाज़ से मददगार है।

कौन करवा सकता है बैरिएट्रिक सर्जरी?

ओबेसिटी एंड मेटाबॉलिक सर्जरी सोसाइटी ऑफ इंडिया के दिशानिर्देशों के अनुसार, 35 और उससे अधिक बीएमआई वाले व्यक्तियों को बैरिएट्रिक सर्जरी का सुझाव दिया जाता है। कुछ मामलों में, 30 और उससे अधिक बीएमआई वाले व्यक्ति भी दो संबंधित बीमारियों जैसे कि टाइप-2 मधुमेह, उच्च रक्तचाप, उच्च कोलेस्ट्रॉल, आदि की उपस्थिति में इस सर्जरी के लिए योग्य है। बैरिएट्रिक या वेट लॉस सर्जरी के लिए योग्य व्यक्ति को सर्जरी से पहले अपने आहार से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण निर्देशों का पालन करने के लिए कहा जाता है। यह व्यक्ति के नैदानिक प्रोफाइल और वजन के आधार पर 7 से 15 दिनों के लिए हो सकता है। उन्हें कार्बोहाइड्रेट से भरपूर खाद्य पदार्थों से बचने के लिए भी कहा जाता है और प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थ लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। सर्जरी से पहले धूम्रपान और शराब का सेवन बंद कर देना चाहिए।

सर्जरी के बाद किन बातों का ख्याल रखना ज़रूरी होता है

एक बार जब कोई व्यक्ति बैरिएट्रिक सर्जरी करवाता है, तो उसे 24 घंटे उपवास करने के लिए कहा जाता है।इस अवधि के दौरान, उन्हें तरल पदार्थों पर रखा जाएगा।सर्जरी के बाद पहले 15 दिनों तक उन्हें तरल पदार्थों पर रखा जाता है।चरण 2 में, वे और 2 सप्ताह तक शुद्ध खाद्य पदार्थों पर रहेंगे। भोजन को अच्छी तरह चबाकर, धीरे-धीरे और छोटे हिस्से में खाने की सलाह दी जाती है।

कितनी सुरक्षित होती है बैरिएट्रिक सर्जरी?

बैरिएट्रिक सर्जरी कई लाभ प्रदान कर सकती है, लेकिन एक व्यक्ति को अपने आहार में स्थायी स्वास्थ्य परिवर्तन करना चाहिए और इस सर्जरी की दीर्घकालिक सफलता सुनिश्चित करने में सहायता के लिए नियमित व्यायाम करना चाहिए।बैरिएट्रिक सर्जरी एक बहुत ही सुरक्षित प्रक्रिया है। यह लैप्रोस्कोपिक रूप से (बिना चीरा लगाए) किया जाता है और दर्द रहित होता है। सर्जरी के 4-5 घंटे के भीतर रोगी चलना शुरू कर देता है और सर्जरी के 8-10 घंटे के अंदर मरीज़ खाने-पीने भी लगता है।यह कॉस्मेटिक प्रक्रिया के बजाय जीवन बदलने वाली और जीवन रक्षक प्रक्रिया है। रोगी अपने शरीर के अतिरिक्त वजन का 60-70% कुछ ही महीनों में कम कर देता है।

weight

कितना आता है खर्च?

कुछ लोग बैरिएट्रिक सर्जरी को कम खर्च वाला समझते हैं। लेकिन आपको बता दें कि ये महंगा प्रोसेस है। इस सर्जरी को करवाने में 2 से ढाई लाख रुपये तक खर्चा आता है।