Corona : ऑमिक्रॉन का सबवैरिएंट BF.7 जिसने पुरी दुनिया को एक बार फीर अलर्ट मोड डाल दिया है. कोरोना का ओमिक्रॉन सब-वैरिएंट चीन में कहर बरपा रहा है. वहीं इसको लेकर स्वास्थ्य सचिव राजीव भूषण ने मंगलवार को NCDC और ICMR को चिट्ठी लिखी है. सरकार ने कहा है कि कोविड के नए वैरिएंट की पहचान के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग जरूरी है. स्वास्थ्य सचिव ने सभी राज्यों को भी निर्देश देते हुए कहा है कि सभी राज्य कोरोना सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग पर ध्यान दें. दरअसल, चीन में कोरोना से हाल बेहाल बना हुआ है. महामारी विशेषज्ञों का कहना है कि चीन में अगले 90 दिनों में 60 फीसदी आबादी कोरोना की चपेट में होगी. साथ ही ये भी कहा गया कि तेजी से फैलते संक्रमण के चलते लाखों की संख्या में लोगों की मौत हो सकती है. चीन की सामने आई कुछ वीडियो में अस्पताल की मॉर्चरी में शवों का ढेर लगा देखने को मिला.
चीन समेत पूरी दुनिया में तबाही मचाने वाला कोरोना एक बार फिर लौट आया है। एक बार फिर चीन में हालत बेकाबू नजर आ रहे है। भारत में भी एक चिंता बढ़ाने वाली खबर सामने आई है। दरअसल, चीन में एक बार फिर कोरोना के बिगड़ते हालात के लिए ओमिक्रॉन का सबवैरिएंट BF.7 को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। वहीं, अब ओमिक्रॉन का सबवैरिएंट BF.7 के तीन मामले भारत में भी पाए गए हैं। जिसके बाद केंद्र सरकार और स्वास्थ्य मंत्रालय सतर्क हो गया है।
जानकारी के मुताबिक, गुजरात जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान केंद्र द्वारा अक्तूबर में भारत में BF.7 के पहले मामले का पता चला था। उन्होंने कहा कि अब तक गुजरात से दो मामले सामने आए हैं जबकि ओडिशा से एक मामला सामने आया है।
विश्व में बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया की अध्यक्षता में बुधवार को कोविड समीक्षा बैठक भी हुई। बैठक के दौरान विशेषज्ञों ने कहा कि हालांकि अभी तक कोविड मामलों की संख्या में कोई बड़ी वृद्धि नहीं हुई है, लेकिन मौजूदा और उभरते सब वैरिएंट्स पर नजर रखने के लिए निरंतर निगरानी की आवश्यकता है।
कोरोना मामलों के लिए जिम्मेदार है BF.7 वैरिएंट
गौरतलब है कि चीन के कई शहरों में वर्तमान में अत्यधिक तेजी से ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट BF.7 के मामले बढ़ रहे हैं। इसके सबसे ज्यादा मामले बीजिंग में सामने आ रहे हैं। चीन में BF.7 की उच्च संप्रेषणीयता को पिछले संक्रमण से चीनी आबादी में प्रतिरक्षा के निम्न स्तर और संभवतः टीकाकरण के लिए भी जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। इस सब वैरिएंट के मामले अमेरिका, ब्रिटेन और बेल्जियम, जर्मनी, फ्रांस और डेनमार्क जैसे यूरोपीय देशों सहित कई अन्य देशों में पहले ही पाया जा चुका है।
कितना खतरनाक है ओमिक्रॉन का सब-वेरिएंट बीएफ.7
कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट और उसके कई सब-वेरिएंट ने दुनियाभर में कहर मचाया था और अब ओमिक्रॉन का सब-वेरिएंट बीएफ.7 (BF.7) चीन में लोगों को तेजी से चपेट में ले रहा है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि बीएफ.7 का संक्रमण दर ओमिक्रॉन के बाकी अन्य वेरिएंट्स से कही ज्यादा है. बीएफ.7 से संक्रमित होने के बाद लक्षण दिखने का समय यानी इनक्यूबेशन पीरियड कम है. यह वैक्सीन ले चुके लोगों को भी आसानी से संक्रमित कर सकता है. इसके अलावा पुराने वेरिएंट से संक्रमण के बाद पैदा इम्युनिटी को भी आसानी से तोड़ सकता है. विशेषज्ञों का कहना है कि बीएफ.7 से संक्रमित एक मरीज 10 से 18 लोगों को संक्रमित कर सकता है.
भारत के लिए कितना खतरनाक है बीएफ.7 वेरिएंट
कोविड-19 का नया वेरिएंट बीएफ.7 (Covid-19 New Variant BF.7) भारत के लिए कितना खतरनाक है, इसको लेकर एक्सपर्ट्स का कहना है कि खतरा ज्यादा नहीं है, लेकिन फिर भी अलर्ट रहने की जरूरत है. एंटी टास्क फोर्स के वरिष्ठ सदस्य और कोविड टीकाकरण अभियान के प्रमुख डॉ. एनके अरोड़ा ने बताया कि चीन की स्थिति से भारत को चिंतित होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यहां वैसे हालात नहीं होंगे. हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अलर्ट रहने की जरूरत है. भारत में बड़े स्तर पर टीकाकरण हो चुका है और इस वजह से ज्यादातर लोगों के अंदर संक्रमण से लड़ने के लिए इम्युनिटी है.
इम्यून से बचने में सक्षम
बीजिंग के Xiaotangshan अस्पताल के चिकित्सा विशेषज्ञ ली टोंगजेंग ने ग्लोबल टाइम्स को बताया है कि इस वैरिएंट में इम्यून सिस्टम से बच निकलने (इम्यून एस्केप) की भी क्षमता बहुत ज्यादा है. जब कोरोना का ये सब वैरिएंट हमला करता है तो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली इसे शरीर में फैलने से रोकने में सक्षम नहीं होती है. चिकित्सा विशेषज्ञ ने बताया कि चूंकि, BF.7 का संक्रमण काल बहुत कम है यानी यह किसी भी व्यक्ति को बहुत कम समय में ही संक्रमित कर देता है और इसकी संक्रमण दर भी तेज है, इसलिए चीन में कोरोना के मामले अचानक तेजी से बढ़ रहे हैं.
आर फैक्टर भी ज्यादा
ली टोंगजेंग ने बताया कि डेल्टा वैरिएंट में जहां R फैक्टर लगभग 5 से 6 होता है, जबकि ओमिक्रॉन BF.7 में R फैक्टर 10 से अधिक है. R फैक्टर का मतलब यह है कि एक व्यक्ति कितने और व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है. डेल्टा वैरिएंट में ये संख्या जहां 5 से 6 है. जबकि ओमिक्रॉन के BF.7 में ये संख्या 10 से 18 है.
क्या हैं नए वेरिएंट के लक्षण?
हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोविड 19 के ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट BA.5.2 और BF.7 तेजी से फैल रहे हैं. हेल्थ एक्सपर्ट इसे ज्यादा खतरनाक नहीं मान रहे हैं, लेकिन सतर्कता बरतने की सलाह दे रहे हैं.डॉक्टर के मुताबिक इन वेरिएंट से संक्रमित मरीजों में गले में इंफेक्शन, शरीर में दर्द, हल्का या बहुत तेज बुखार जैसे लक्षण देखने को मिल रहे हैं. इस लिस्ट में हाईपोज़मिया (Hyosmia) को इस बार शामिल किया गया है, जिसका मतलब है, ‘सुगंध को महसूस करने की भावना में बदलाव’। लेटेस्ट डाटा के मुताबिक, यह नया लक्षण अब इस वायरस का 10वां सबसे आम लक्षण है। गले में खराश इस वक्त सबसे ज़्यादा रिपोर्ट किया गया लक्षण है, जिसके बाद नाक बहना, नाक बंद होना, छींक, सूखी खांसी, सिर दर्द, बलगम वाली खांसी, कर्कश आवाज़, मांसपेशियों में दर्द और दर्द इस लिस्ट में शामिल हैं।
इन घरेलु उपायों से करें बचाव
कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए हमें मास्क लगाना बिल्कुल नहीं भूलना चाहिए. अगर आप घर से बाहर निकल रहे हैं तो मास्क जरूर लगाकर निकलें. इसके अलावा, कोरोना से बचाव का घरेलू उपाय यही है कि आप अपनी डाइट पर जरूर ध्यान दें. आप अपनी डाइट में प्याज, लहसुन और नींबू को शामिल जरूर करें. ये एंटी वायरल चीजें आपके इम्यूनिटी सिस्टम की रक्षा करेंगी. हाइजीन का पालन करने के साथ-साथ अपना डाइट में विटामिन C औ जिंक की मात्रा को बढ़ा दें. आप खुद को हाइड्रेट रखें. इसके अलावा, किसी भी चीज को छूने पर हाथ को अच्छे तरीके से जरूर धोएं.