Digital Loan Service: केंद्र सरकार इस साल डिजिटल लोन सेवा शुरू करेगी. दूरसंचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यह जानकारी देते हुए कहा कि इस सेवा से छोटे रेहड़ी-पटरी वाले भी बड़े बैंकों से आसानी से कर्ज ले सकेंगे. ‘डिजिटल पेमेंट उत्सव या डिजिटल भुगतान उत्सव’ को संबोधित करते हुए रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इसे यूपीआई सेवा की तरह पेश किया जाएगा. यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘डिजिटल भारत’ नजरिए के तहत बड़ी उपलब्धि होगी.
NPCI को लेकर अश्विनी वैष्णव ने क्या कहा
अश्निनी वैष्णव ने कहा, ”इस साल हम डिजिटल लोन सेवा शुरू करेंगे. अगले 10-12 में नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया या भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) काफी आगे होगा.” इस कार्यक्रम में इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री ने यूपीआई के लिए वॉयस बेस्ड पेमेंट सिस्टम के प्रोटोटाइप का अनावरण किया
Launching the Digital Payments Utsav, Minister @AshwiniVaishnaw shared his vision of the complete rollout of digital credit system in 2023 & informed that #Bhashini & #DigitalPayments have come together to make #UPI123Pay available in local language. #PragatiKoGati @NPCI_NPCI pic.twitter.com/CSPlLRtWkm
— Ministry of Electronics & IT (@GoI_MeitY) February 9, 2023
मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ये भी जानकारी दी कि UPI के इस्तेमाल को बढ़ाने के लिए इसे लोकल भाषा में लाने की तैयारी भी की जा रही है। एक दिन पहले इस बात की घोषणा भी की गई थी कि अब NRI भी UPI सर्विस का लाभ उठा सकेंगे। इसके पहले चरण में 10 देशों को शामिल किया गया है। ये सभी सर्विस डिजिटल भारत के तहत बढ़ाए जा रहे कदम हैं।
क्या है Digital Loan Service
डिजिटल क्रेडिट आम तौर पर छोटे और कम अवधि वाले ऋणों के लिए दिए जाते हैं और ऑटोमैटिक तरीके से दूर से भी एक्सेस किया जा सकता है। डिजिटल पेमेंट्स उत्सव में अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इसे यूपीआई सेवा की तरह शुरू किया जाएगा और यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘डिजिटल इंडिया’ के विजन के तहत एक बड़ी उपलब्धि होगी। जानकारी के मुताबिक, इस साल डिजिटल क्रेडिट सर्विस को शुरू कर दिया जाएगा।
लोकल भाषा में होगा UPI का भुगतान
इस कार्यक्रम में, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय (MeitY) ने UPI के लिए वॉयस-आधारित भुगतान प्रणाली के एक प्रोटोटाइप को पेश किया है। यह सेवा 18 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध होगी और लोग जल्द ही अपनी स्थानीय भाषा में बात करके भुगतान कर सकेंगे।
NRI के लिए भी UPI
वॉयस-आधारित भुगतान प्रणाली के अलावा, NRI को भी UPI सर्विस की सुविधा मिलने वाली है। UPI सेवाएं अब 10 देशों – ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, हांगकांग, ओमान, कतर, सऊदी अरब, सिंगापुर, यूएई, यूके और यूएसए में एनआरआई के लिए उपलब्ध होंगी। साथ ही, सिंगापुर के PayNow सिस्टम के साथ भारत के UPI का एकीकरण चल रहा है।