मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। दरअसल, यहां एक हिंदू परिवार ने अपनी जिंदा बेटी का पिंडदान कर अपने परिजनों को मृत्युभोज कराया।बताया जा रहा है कि उनकी बेटी ने घरवालों से बिना बताए मुस्लिम लड़के से शादी कर ली। इस बात की जानकारी मिलते ही पूरे परिवार को गहरा धक्का लगा है
कन्यादान की जगह पिंडदान
जानकारी के अनुसार अमखेरा निवासी ब्राह्मण परिवार की अनामिका दुबे ने अयाज नाम के युवक से शादी कर ली. बेटी के इस कदम से पूरा परिवार नाराज हो गया. नाराज परिजनों ने बेटी की मृत्यु का शोक संदेश छपवाया. उसमें उसे कुपुत्री और नरकगामी बताया गया. इसके साथ ही 11 जून को ग्वारीघाट पर उसका पिंडदान और मृत्युभोज करने की जानकारी दी गई. इसके बाद हिंदू धर्म के रीति रिवाज से उसका पिंडदान कर दिया गया.
अनामिका और अयाज ने कोर्ट में की शादी
दरअसल यह पूरा मामला उस वक्त सामने आया जब 2 जून को अनामिका अपने घर से बिना बताए चली गई. उसके बाद परिजनों को अनामिका और अयाज की शादी की जानकारी मिली. दोनों ने मैरिज रजिस्ट्रार कार्यालय में कोर्ट मैरिज के लिए आवेदन दिया था. लेकिन उनके परिजनों को शादी के संबंध में कोई नोटिस नहीं मिला. परिवार को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने अयाज पर बेटी को बहला फुसलाकर शादी करने के आरोप लगाते हुए एसपी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई.
अनामिका के परिजनों ने रजिस्ट्रार पर भी युवक के परिजनों से मिलकर फर्जी शादी करवाने के आरोप लगाए थे. लेकिन उसके बाद परिवार ने अपने स्तर पर अनामिका को मृत घोषित कर दिया है. अनामिका की मां अन्नपूर्णा दुबे का कहना है कि जिस बेटी को उन्होंने कोख में रखकर पाला उसने ही उन्हें धोखा दिया है. इसलिए उन्होंने उसका पिंडदान कर दिया.
इतना ही नहीं, संदेश में बेटी के नाम के आगे परिवार ने सुपुत्री की जगह कुपुत्री लिखवाया है। वहीं, स्वर्गवासी की जगह पर नरकगामी लिखकर अपना गुस्सा जाहिर किया है। अब हमारा उससे कोई लेना देना नहीं है. इस परिवार ने इससे पहले बेटी का शोक संदेश छपवाकर वह भी बांटा था. इस कार्ड में परिजनों ने बेटी को सुपुत्री की बजाय ‘कुपुत्री’ लिखवाया