श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर देशभर में धूम मची हुई है। दिल्ली-यूपी से लेकर मथुरा, गुजरात के मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है। मथुरा-वृंदावन समेत देशभर के प्रमुख कृष्ण मंदिरों में जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई। मध्यरात्रि के साथ ही भगवान का जन्म हुआ और मंदिरों में आरती की गई और भगवान को 56 भोग लगाए गए।
भक्ति में झूम रहे भक्त
मथुरा में कृष्ण जन्माष्टमी 2024 के अवसर पर श्रीकृष्ण जन्मस्थान मंदिर में विशेष पूजा चल रही है। साथ ही भगवान के विग्रह का अभिषेक भी किया जा रहा है। भक्त भगवान की भक्ति में झूम रहे हैं। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण जन्मस्थान स्थित भागवत भवन में कान्हा के चल विग्रह का दूध से अभिषेक करती कामधेनु गाय की प्रतिकृति।
सुबह साढ़े पांच बजे से ही आयोजन
सोमवार को उनका 5251वां जन्मोत्सव था। श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर सुबह साढ़े पांच बजे से ही आयोजन शुरू हो गए। मंगला आरती के बाद आठ बजे आराध्य का पंचामृत अभिषेक व पुष्पार्चन हुआ। दिल्ली के श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर ईस्ट ऑफ कैलाश के इस्कॉन मंदिर में लोग जन्माष्टमी उत्सव मना रहे हैं।
बाल गोपाल को गोद में झूला झुलाते हुए लोग
लाखों श्रद्धालुओं के दिल से निकला, जय हो गोपाल की-जय देवकी के लाल की। भगवान श्रीकृष्ण के 5251वें जन्मोत्सव का साक्षी बनने के लिए सोमवार को लाखों श्रद्धालु नटवर नागर की देहरी पहुंचे थे। क्या युवा, क्या बूढ़े। गली-गली से जनसमूह निकलकर जन्मस्थान की ओर बढ़ने लगा। रात 12 बजे लाला के आगमन का शंखनाद होते ही ब्रज का कण-कण खुशी में डूब गया। श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर ब्रज में अलग आभा बिखरी। कन्हैया के जन्म का साक्षी बनने की उत्सुकता हर चेहरे पर थी। रात होते ही जयघोष बढ़ता गया। देवकीनंदन के जन्मस्थान पर तो बिजली की सजावट किसी स्वर्गलोक का अहसास करा रही थी। तमिलनाडु के श्रीपेरुंबदूर से रामेंद्र जन्मभूमि दर्शन को पहुंचे। गेट पर ही दंडवत हो गए। दिल्ली से परिवार के साथ पहुंचीं श्वेता कहती हैं कि मैं पहली बार जन्माष्टमी पर आई हूं। कन्हैया के जन्म का उल्लास देखकर अभिभूत हूं। राजस्थान के जोधपुर से पहुंचे बुजुर्ग सुरेंद्र सिंह जन्मभूमि के बाहर बैठे थे, बोले भीड़भाड़ में जाने की हिम्मत नहीं है। मैं तो बाहर से ही लल्ला के जन्मोत्सव का आनंद उठा रहा हूं। ठाकुर बांकेबिहारी की मंगला आरती आज, छह सौ श्रद्धालु होंगे शामिलइस बार वृंदावन में ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर समेत सभी मंदिरों में मंगलवार को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाएगा। वर्ष में एक बार होने वाली मंगला आरती मंगलवार रात 1.55 बजे से शुरू होगी। इसमें सेवायत उनके यजमान और अधिकारी समेत केवल छह सौ लोग ही उपस्थित रह सकेंगे। आरती के बाद श्रद्धालुओं को कतारबद्ध होकर दर्शन कराए जाएंगे।