पटना: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी बुधवार 05 फरवरी को पटना दौरे पर आए थे. 20 दिनों के अंदर यह राहुल गांधी का दूसरा बिहार दौरा था. प्रदेश में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं, इसलिए कांग्रेस नेता का दौरा काफी अहम है. हालांकि, सियासी गलियारों में राहुल गांधी का यह दौरा फ्लॉप बताया जा रहा है. कहा जा रहा है कि पटना में राहुल गांधी के कार्यक्रम से कांग्रेस की भारी फजीहत हो गयी है. दरअसल, प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अपने दिग्गज नेता रहे स्व. जगलाल चौधरी की जयंती पर पटना श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में एक कार्यक्रम रखा था. इसी कार्यक्रम में राहुल गांधी भी आए थे. बताया जा रहा है कि राहुल गांधी को सुनने के लिए 2 हजार लोग भी नहीं पहुंचे थे.
हॉल के बाहर की कुर्सियां रही खाली
बताया जा रहा है कि पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल की क्षमता करीब 1700 सीट की है. सुरक्षा कारणों से कुछ सीटें खाली करायी गयी थी. करीब 100 सीटें मीडियाकर्मियों के लिए रिजर्व थीं. इसके बावजूद हॉल की कुछ कुर्सियां खाली पड़ी थीं. कुछ ऐसा ही नजारा श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल के बाहर दिखा. कांग्रेसियों को लगा था कि राहुल गांधी के नाम पर भारी भीड़ जुटेगी. सारे लोग हॉल में बैठ नहीं पायेंगे. लिहाजा, श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल के बाहर उसी परिसर में बड़ा एलईडी स्क्रीन लगाया गया था. स्क्रीन के सामने ढेर सारी कुर्सियां लगायी गयी थीं, जिस पर मंच पर चल रही गतिविधियों को दिखाया जा रहा था. लेकिन आलम ये था कि जब राहुल गांधी का भाषण चल रहा था जो उस स्क्रीन के सामने एक भी आदमी बैठा नहीं था. सारी कुर्सियां खाली पड़ी थीं.
तीन बार लिया गलत नाम
राहुल गांधी ने जगत चौधरी को श्रद्धांजलि देना शुरू कर दिया. अपने भाषण में उन्होंने स्व. जगलाल चौधरी को तीन बार जगत चौधरी कहा. राहुल गांधी की इस गलती को तो दो बार लोगों ने सुन लिया. लेकिन जब वे तीसरी बार भी जगत चौधरी के योगदान की चर्चा करने लगे तो हॉल में मौजूद लोगों को चिल्ला कर बोलना पड़ा कि जगत चौधरी नहीं जगलाल चौधरी की जयंती है. इसके बाद राहुल गांधी ने नाम सुधारा. इस तरह से स्व. जगलाल चौधरी जयंती समारोह में कांग्रेस की भद्द पिट गई. इससे बिहार में कांग्रेस की जमीनी हकीकत भी सामने आई.