रायपुर: छत्तीसगढ़ के मेडिकल कॉलेजों में नीट पीजी 2024 काउंसलिंग में बोनस अंक देने में अनियमितता का मामला सामने आया है। कुछ अभ्यर्थियों को तीन वर्ष की अनिवार्य सेवा पूरी किए बिना ही 30% बोनस अंक मिल गए, जिससे मेरिट लिस्ट प्रभावित हुई है। इस पर नीट पीजी 2024 के विद्यार्थियों ने स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त सह संचालक को शिकायती पत्र सौंपा है।
कुछ अभ्यर्थियों ने गलत जानकारी देकर बोनस अंक प्राप्त किए
शिकायत में कहा गया है कि चिकित्सा शिक्षा विभाग के नियमों में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि 31 जनवरी 2024 तक निर्धारित क्षेत्र में तीन वर्ष की सेवा पूरी करने वाले अभ्यर्थियों को ही सेवाकालीन आरक्षण और बोनस अंक का लाभ मिलना चाहिए। लेकिन इस वर्ष कुछ अभ्यर्थियों ने गलत जानकारी देकर बोनस अंक प्राप्त कर लिया और CIMS में प्रवेश ले लिया।
अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों की दोबारा जांच की मांग
शिकायतकर्ताओं ने मामले को गंभीर बताते हुए आरोप लगाया है कि इन अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों की दोबारा जांच की जाए और इनका प्रवेश निरस्त किया जाए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सही मेरिट के आधार पर अन्य वास्तविक अभ्यर्थियों को उनका उचित स्थान मिले।
तीन वर्ष की सेवा पूरी करने पर ही मिले 30% बोनस अंक
शिकायतकर्ताओं का कहना है कि 31 जनवरी 2024 तक निर्धारित क्षेत्र में तीन वर्ष की सेवा पूरी करने वाले अभ्यर्थियों को ही सेवाकालीन आरक्षण का लाभ मिलना चाहिए, जिसमें उनके कार्य क्षेत्र के आधार पर बोनस अंक जोड़े जाते हैं। लेकिन इस बार एमडी/एमएस कोर्स के प्रवेश में डॉ. भावेश पटेल को तीन वर्ष की सेवा पूरी किए बिना ही 30% बोनस अंक मिल गए और उन्हें सिम्स बिलासपुर में एमडी डर्मेटोलॉजी में प्रवेश दे दिया गया, जो अन्य नीट पीजी अभ्यर्थियों के साथ धोखा है।