लखनऊ: नेपाल के लिए फिर बसों का आवागमन शुरू हो जाएगा। जबकि बिहार प्रांत के अधिकाधिक जिलों तक उत्तर प्रदेश की बसों का संचालन कराया जाएगा। निगम के अलावा निजी बसों को भी बिहार राज्य से आवागमन का अवसर मिलेगा। दोनों राज्यों के बीच अनुबंधित बसों का संचालन कराने पर सहमति बनी है।परिवहन निगम मुख्यालय पर शनिवार की देर रात बिहार के परिवहन विभाग सचिव संजय कुमार अग्रवाल व उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर के बीच बसों के बेहतर संचालन पर चर्चा हुई।इसमें उत्तर प्रदेश व बिहार राज्य के मध्य परिवहन सेवा को और बेहतर बनाने के साथ नए जिलों व क्षेत्रों को जोड़ने के लिए जल्द ही फिर से बैठक करने पर सहमति बनी है, ताकि दोनों राज्यों के लोगों को बेहतर परिवहन सुविधा उपलब्ध हो सके। अधिकारियों के बीच यह भी सहमति बनी कि निजी क्षेत्र को भी परिवहन व्यवसाय में सहभागिता दिया जाए।इसके तहत दोनों राज्यों के परिवहन निगमों के अधीन अनुबंधित बसों का संचालन कराने पर चर्चा की गई। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम का बिहार राज्य में सुचारू रुप से संचालन होगा। इसके उद्देश्य से बिहार में बस स्टेशनों पर उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों को समुचित सुविधा दिलाने का आश्वासन सचिव परिवहन विभाग ने दिया है।
जल्द लखनऊ से नेपाल के लिए चलेंगी बसें
असल में परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह पड़ोसी राज्यों व नेपाल से जनता को बेहतर परिवहन सुविधा उपलब्ध कराने काे लेकर प्रयासरत हैं। उसी के तहत बैठक का आयोजन किया गया है। नेपाल के लिए लखनऊ से बस सेवा शुरू हुई थी लेकिन इधर अनुबंध खत्म होने से संचालन बंद है। अब जल्द ही नेपाल के लिए फिर से बस का संचालन शुरू होगा।
बैठक में ये लोग रहे मौजूद
इस मौके पर सचिव राज्य परिवहन प्राधिकरण उत्तर प्रदेश सगीर अहमद अंसारी, प्रधान प्रबंधक संचालन अंकुर विकास, प्रधान प्रबंधक एमआइएस अमर नाथ सहाय, सलाहकार संचालन आशुतोष गौड़, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी सूर्य प्रताप देव समेत कई लोग मौजूद रहे। प्रबंध निदेशक परिवहन निगम ने सचिव परिवहन विभाग बिहार को महाकुंभ-2025 का प्रतीक चिन्ह भेंट किया।