जयपुर। भाजपा की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष मदन राठौर ने राज्य मंत्री किरोड़ी लाल मीना को उनके फोन टैपिंग का आरोप लगाकर भजनलाल सरकार की प्रतिष्ठा को धूमिल करने के लिए कारण बताओ नोटिस दे दिया है। हालांकि, मीना ने इस बारे में अनभिज्ञता का दावा कर कहा कि वह पार्टी के अनुशासित सिपाही हैं और नोटिस मिलने के बाद निर्धारित समय के भीतर अपना जवाब भेज दूंगा। पार्टी की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि मीणा ने सार्वजनिक रूप से यह आरोप लगाकर भजनलाल सरकार की ‘‘छवि धूमिल’’ की है कि उनका फोन टैप हो रहा है। पार्टी ने इस बयान को अनुशासनहीनता मानकर मीणा को तीन दिन के भीतर जवाब देने को कह दिया है।नोटिस में कहा गया है, ‘‘आप (किरोडी लाल मीणा) भाजपा के सदस्य हैं और पार्टी टिकट पर सवाई माधोपुर क्षेत्र से विधायक बने हैं। आप (मीणा) राजस्थान सरकार में मंत्री भी हैं। हाल में आपने मंत्रिपरिषद से अपने इस्तीफे की खबर अखबार में छपने के लिए दी थी। आपने सार्वजनिक बयान देकर भाजपा सरकार पर फोन टैप कराने का आरोप भी लगाया, जो कि बिल्कुल असत्य है।’
मीणा को कारण बताओ नोटिस की जानकारी नहीं
उधर मंत्री मीणा ने कहा कि उन्हें कारण बताओ नोटिस की जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा, मुझे कारण बताओ नोटिस के बारे में जानकारी नहीं है। मैं पार्टी का अनुशासित सिपाही हूं। जैसे ही मुझे नोटिस मिलेगा, मैं तय समय सीमा के भीतर पार्टी नेतृत्व को अपना जवाब भेज दूंगा। लोकसभा चुनाव में राजस्थान में पार्टी के अपेक्षाकृत निराशाजनक प्रदर्शन के बाद मीणा ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
किरोड़ी लाल मीना ने दिया था मंत्री पद से इस्तीफा
उन्होंने कहा था कि उन्होंने पिछले साल जून में ही मुख्यमंत्री को अपना इस्तीफा भेज दिया था, लेकिन उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ। हालांकि, मीणा मंत्री के तौर पर विभागीय फाइलों का काम करते रहे, लेकिन वह मंत्रिमंडल की बैठकों में शामिल नहीं हुए। उनके इस्तीफे को लेकर भाजपा ने हमेशा यही कहा कि वह पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं और सरकार में मंत्री के तौर पर काम कर रहे हैं।