व्यापार: त्योहारों से ठीक पहले सरकारी कोयला कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दिया है। कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) और सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड (SCCL) ने गैर-कार्यकारी कर्मचारियों को परफॉर्मेंस-लिंक्ड रिवार्ड (पीएलआर) के तौर पर ₹1.03 लाख देने की घोषणा की है। इस फैसले का कुल वित्तीय असर ₹2,153.82 करोड़ होगा।
कंपनियों ने बताया कि यह इनाम सभी गैर-कार्यकारी कर्मियों की मेहनत और योगदान को मान्यता देने के लिए दिया जा रहा है। पीएलआर का मकसद कर्मचारियों को उनके लक्ष्य हासिल करने के लिए प्रेरित करना और उनके परिवारों को त्योहारों के समय आर्थिक राहत देना है।
इन कर्मचारियों को मिलेगा लाभ
पीएलआर से सीआईएल, उसकी सहायक कंपनियों के लगभग 2.1 लाख गैर-कार्यकारी कैडर कर्मचारियों और एससीसीएल के लगभग 38,000 गैर-कार्यकारी कैडर कर्मचारियों को लाभ होगा। बयान में कहा गया है कि पीएलआर से सीआईएल पर 2,153.82 करोड़ रुपये और एससीसीएल पर 380 करोड़ रुपये का कुल वित्तीय बोझ पड़ेगा।
इस आधार पर दी जाएगी राशि
कोल इंडिया घरेलू कोयला उत्पादन में 80 प्रतिशत से अधिक का योगदान देता है। कोयला मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि कोयला उद्योग के लिए संयुक्त द्विपक्षीय समिति की मानकीकरण समिति की छठी बैठक के बाद प्रोत्साहन की घोषणा की गई। यह राशि कर्मचारियों को प्रो-राटा आधार पर दी जाएगी, यानी बोनस की रकम कर्मचारी की उपस्थिति पर निर्भर करेगी।
पीएलआर का लक्ष्य
सीआईएल ने बयान में कहा कि PLR न केवल कर्मचारियों की मेहनत और योगदान को मान्यता देने का प्रतीक है, बल्कि यह कंपनी और कोयला मंत्रालय की कर्मचारी कल्याण, प्रोत्साहन और संविदा कर्मियों के योगदान की पहचान के प्रति प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। उन्होंने आगे कहा गया कि PLR के माध्यम से CIL का लक्ष्य उत्पादकता, मनोबल और नौकरी से संतुष्टि को बढ़ावा देना है। गैर-कार्यकारी कर्मचारी खनन कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और उनका योगदान आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण है।