व्यापार: त्योहारों की हलचल के बीच, सोने ने इस साल एक नए रिकॉर्ड को छू लिया है. दिवाली और धनतेरस की उम्मीदों के बीच, अंतरराष्ट्रीय बाजारों में दबाव और निवेशकों की हाजिरी ने सोने को ऊंचाइयों पर धकेल दिया है और भारत में शुद्धता के हिसाब से भिन्न दरों ने भी लोगों की जेब पर असर छोड़ा है.
आज 24 कैरेट सोना 1,32,770 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गया है, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत 1,21,700 रुपये पर कारोबार कर रही है. पिछले साल इसी अवसर पर ये दरें क्रमशः लगभग 80,610 रुपये थीं, जिससे इस साल सालाना वृद्धि करीब 68% तक हो गई.
चांदी का हाल
शुक्रवार को चांदी की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है. 17 अक्टूबर को चांदी की कीमतों 1,85,000 प्रति किलोग्राम पर पहुंच गए. यानी आज बाजार में 4000 रुपए की गिरावट देखी गई है.
सोने की चमक इतनी तेज क्यों?
विशेषज्ञों का मानना है कि सोना और चांदी इन दिनों आर्थिक और भू-राजनीतिक अस्थिरताओं के बीच निवेशकों की पहली पसंद हैं. आर्थिक अनिश्चितता, मुद्रास्फीति और दुनियाभर की नीतियों में बदलाव ने सोने को ‘सेफ हैवन’ संपत्ति बनाया है. वहीं धनतेरस और दिवाली जैसे अवसरों पर सोने की मांग स्वाभाविक रूप से बढ़ जाती है, जिससे इनकी कीमतों में बढ़त देखने को मिलती थी. इसके अलावा सोने की अंतरराष्ट्रीय कीमतों और मुद्रा दरों का सीधा असर घरेलू कीमतों पर पड़ता है. बता दें कि मेकिंग चार्ज, ट्रांसपोर्टेशन और टैक्स के कारण शहर-शहर दामों में अंतर है.