व्यापार: भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था बनी हुई है। विश्व बैंक के प्रमुख अर्थशास्त्री ऑरेलियन क्रूस का अनुमान है कि निकट भविष्य में देश की विकास दर 6 से 7 प्रतिशत के बीच रहेगी। हालांकि, भारत के सामने असली चुनौती 10 प्रतिशत की वृद्धि दर हासिल करने के रास्ते तलाशने की है। उन्होंने कहा कि इसके लिए उत्पादकता, दक्षता और वैश्विक मूल्य शृंखलाओं में बेहतर एकीकरण पर ध्यान देना होगा।
आर्थिक वृद्धि की प्रमुख ताकत उसकी कार्यशील जनसंख्या समूह है
क्रूस के अनुसार, भारत की आर्थिक वृद्धि की प्रमुख ताकत उसका बड़ा और लगातार बढ़ता कार्यशील जनसंख्या समूह है, जो लगभग 2050 तक बढ़ता रहेगा। यह अनुकूल यानी सक्रिय कामकाजी आबादी का अधिक होना, भारत की आर्थिक प्रगति के लिए एक महत्वपूर्ण पूंजी है। इसके अलावा, भारत का तेजी से उभरता इनोवेशन हब के रूप में स्थान खासकर डिजिटल सेक्टर और वैश्विक क्षमता केंद्र (GCCs) में उसकी उत्पादकता और प्रतिस्पर्धात्मक क्षमता को नई ऊंचाई दे रहा है।









