भारतीय बाजार में मंदी, सेंसेक्स में 138 अंकों की गिरावट; निफ्टी नीचे

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व्यापार: इक्विटी बेंचमार्क सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी ने गुरुवार को कमजोर रुख के साथ कारोबार की शुरुआत की, लेकिन बाद में मिश्रित वैश्विक संकेतों के बीच अत्यधिक अस्थिर कारोबार में स्थिर रहे। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स सुबह के कारोबार में 138.36 अंक या 0.16 प्रतिशत गिरकर 84,328.15 अंक पर आ गया। वहीं एनएसई निफ्टी 38.50 अंक या 0.15 प्रतिशत गिरकर 25,837.30 अंक पर आ गया। हालांकि, बाद में दोनों बेंचमार्क सूचकांक उच्च और निम्न स्तर के बीच झूलते रहे।

सेंसेक्स की कंपनियों का हाल
सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा मोटर्स का वाणिज्यिक वाहन कारोबार, इटरनल, इंफोसिस, टेक महिंद्रा, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, कोटक महिंद्रा बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईटीसी, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड पिछड़ गए। दूसरी ओर, एशियन पेंट्स, टाटा स्टील, आईसीआईसीआई बैंक, बजाज फिनसर्व, भारती एयरटेल, ट्रेंट, लार्सन एंड टुब्रो और भारतीय स्टेट बैंक के शेयरों में लाभ रहा।

बिहार चुनाव के नतीजों का पड़ा असर
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा कि बाजार को नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर ले जाने के लिए और अधिक ट्रिगर्स की जरूरत है। बिहार चुनाव के नतीजों को बाजार ने काफी हद तक नजरअंदाज कर दिया है, ऐसे में कोई भी राजनीतिक ट्रिगर नहीं है, जो बाजार को काफी ऊपर ले जा सके। अगर वास्तविक चुनाव नतीजे एग्जिट पोल से अलग निकले तो स्थिति उलट भी हो सकती है।

आर्थिक कारकों पर रखनी होगी नजर
विजयकुमार ने कहा कि जिन महत्वपूर्ण आर्थिक कारकों पर नजर रखनी होगी, उनमें भारत-अमेरिका व्यापार समझौते के लिए दंडात्मक शुल्कों को हटाना और पारस्परिक शुल्कों को कम करना शामिल है। अक्तूबर में भारत में खुदरा मुद्रास्फीति में 0.25 प्रतिशत की गिरावट, दिसंबर में एमपीसी द्वारा दरों में कटौती की संभावना का संकेत देती है। लेकिन मौद्रिक नीति का कमजोर होना आरबीआई के लिए एक चुनौती बन गया है।

उन्होंने आगे कहा कि निकट भविष्य में बाज़ार के सुदृढ़ होने और फिर ट्रिगर्स के आने पर उन पर प्रतिक्रिया देने की संभावना है। एक साथ होने वाले सकारात्मक ट्रिगर्स शॉर्ट-कवरिंग को बढ़ावा दे सकते हैं, जिससे बाजार तेजी से ऊपर जा सकता है। लेकिन एफआईआई की बिकवाली और बढ़े हुए मूल्यांकन को देखते हुए, निरंतर तेजी बनाए रखना चुनौतीपूर्ण होगा।

एशियाई बाजारों में रहा मिला-जुला रुख
व्यापक एशियाई शेयर बाजारों में मिला-जुला रुख रहा। शंघाई का एसएसई कंपोजिट इंडेक्स और जापान का निक्केई 225 बेंचमार्क सकारात्मक दायरे में कारोबार कर रहे थे, जबकि हांगकांग का हैंग सेंग और दक्षिण कोरिया का कोस्पी लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। बुधवार को अमेरिकी बाजार रात भर के सौदों में बढ़त के साथ बंद हुए।

ब्रेंट क्रूड का भाव गिरकर 62.63 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचा
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.13 प्रतिशत गिरकर 62.63 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। इस बीच, एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को लगातार तीसरे सत्र में 1,750.03 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशक (डीआईआई) 5,127.12 करोड़ रुपये के शेयरों के शुद्ध खरीदार बने रहे। बुधवार को बीएसई सेंसेक्स 595.19 अंक बढ़कर 84,466.51 पर बंद हुआ। 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 180.85 अंक चढ़कर 25,875.80 पर बंद हुआ।