Insurance Premium: आज की इस भागमभाग वाली दुनिया में इंश्योरेंस हर व्यक्ति के जीवन का हिस्सा बन गया है. यह इंश्योरेंस जीवन का हो या स्वास्थ्य का हो या किसी घर या गाडी का. हर जगह इंश्योरेंस का अपना अलग महत्व है. और अगर आपने भी किसी प्रकार का बीमा कराया हुआ है तो यह खबर आपके लिए महत्वपुर्ण है. क्यों कि अब आप पर महंगाई की यह एक और मार पड़ने जा रही है। जी हां आम आदमी के लिए इंश्योरेंस का प्रीमियम महंगा होने जा रहा है। इसमें 10 से 15 फीसदी तक का इजाफा हो सकता है। इससे आम आदमी के बजट पर सीधा असर पड़ेगा। देश की जनरल इंश्योरेंस कंपनियों के अधिकारियों के मुताबिक, पुनर्बीमा दरों में इजाफा होने के चलते आने वाले महीनों में संपत्तियों, देनदारियों और मोटर कवर के लिए बीमा प्रीमियम में न्यूनतम 10% का इजाफा होने की उम्मीद है।
क्यों हो रहा इंश्योरेंस में 10-15 प्रतिशत का इजाफा
देश में महंगाई लगातार बढ़ रही है। महंगाई की मार झेल रही जनता को हाल-फिलहाल राहत मिलती नजर नहीं आ रही है. लगातार बैंको के ब्याज दर में इजाफा करना, जलवायु परिवर्तन की अनिश्चितता और मुख्य रूप से बीमा प्रीमियम महंगा होने का कारण यूक्रेन में युद्ध से हुआ नुकसान होना माना जा रहा है. यूक्रेन युद्ध से प्रभावित दुनियाभर के पुनर्बीमाकर्ताओं ने प्रीमियम में 40 से 60 प्रतिशत तक का इजाफा किया है. जनरल इंश्योरेंस कंपनियों की तरफ से बताया गया कि वित्त वर्ष 2023 में जनरल इंश्योरेंस के कुल कारोबार में ऑटो इंश्योरेंस के प्रीमियम का हिस्सा 81,292 करोड़ रुपये है. री-इंश्योरेंस कॉस्ट बढ़ने से आने वाले समय में ऑटो इंश्योरेंस में 10-15 प्रतिशत का इजाफा होना तय माना जा रहा है.
इंश्योरेंस कंपनियां की लागत में हुआ है इजाफा
बता दें कि भारत की जनरल इंश्योरेंस इंडस्ट्री में 24 कंपनियां शामिल हैं। इन कंपनियों की इंडस्ट्री में कुल 84 प्रतिशत की हिस्सेदारी है. ये कंपनियां किसी भी प्रकार की देनदारियों और भविष्य में किसी भी प्रकार के भारी नुकसान से बचने लिए बड़े बीमा कवर खरीदती हैं. इन कंपनियों की तरफ से आग, समुद्री जहाज से जुड़े जोखिम और इंजीनियरिंग व व्यावसायिक रुकावटों से बचाव के लिए बीमा कवर खरीदा जाता है. पश्चिमी देशों के केंद्रीय बैंकों की तरफ से पिछले एक साल में ही ब्याज दर में 4.5-5% तक की वृद्धि से पुनर्बीमाकर्ताओं के लिए पूंजी की लागत में इजाफा हुआ है. जलवायु परिवर्तन की अनिश्चितता से भी पुनर्बीमाकर्ताओं को नुकसान हुआ है. ऐसे में इंश्योरेंस कंपनियों की तरफ से किये जाने वाले रीइंश्योरेंस के रेट में बढ़ोतरी होना तय माना जा रहा है.
मोटर बीमा है अनिवार्य
देश में सभी वाहन मालिकों के लिए मोटर बीमा अनिवार्य है। वित्त वर्ष 2023 में जनरल इंश्योरेंस इंडस्ट्री के कुल कारोबार में अकेले मोटर इंश्योरेंस ने प्रीमियम में करीब 81,292 करोड़ रुपये का योगदान दिया है। इंडस्ट्री के एक्स्पर्ट्स के मुताबिक, पुनर्बीमा लागत में हाल ही में हुए इजाफे के साथ कारों, बाइक और कमर्शियल व्हीकल्स के लिए इंश्योरेंस खरीदने की प्रीमियम दरों में अगले कुछ महीनों में 10-15 फीसदी की वृद्धि होने की संभावना है।