Shivling Sthapna Niyam: भगवान शिव की आराधना करने के कई नियम बताए गए हैं जिनका शिवभक्त विधिपूर्वक पालन करते हैं। मान्यता है कि शिवलिंग में जल और दूध चढ़ाने से व्यक्ति को हर तरह के कष्ट से छुटकारा मिल जाता है और धन धान्य की प्राप्ति होती है। देवताओं में अगर सबसे दयालू किसी को माना गया है तो वो हैं भगवान शिव। लेकिन किसी से गलती हो जाए तो फिर उनसे बड़ा कोई क्रोधी भी नहीं होता है। भगवान शिव इतने भोले हैं कि जो भी भक्त उन्हें सच्चे मन से पुकारता है तो उसकी मनोकामनाएं जरूर पूरी करते हैं। यही कारण है कि ज्यादातर लोग भगवान शिव की पूजा करने के लिए शिवलिंग को घर में स्थापित करना चाहते हैं। ऐसे में अगर आप भी घर में शिवलिंग स्थापित करने जा रहे हैं, तो इन नियमों का जरूर ध्यान रखें।
शिवलिंग को कभी भी अकेले न रखें
जब आप अपने घर पर शिवलिंग स्थापित कर रहे हों, तो ध्यान रखें कि शिवलिंग को कभी भी अकेले न रखें। इसके साथ मां पार्वती और गणेश की मूर्तियां भी रखें। इसके अलावा, शिवलिंग पर भूलकर भी तुलसी की पत्तियां नहीं चढ़ानी चाहिए, शिवलिंग पर हमेशा बेलपत्र ही चढ़ाना चाहिए।
दिशा का रखें विशेष ध्यान
वैसे तो घर में कोई भी शिवलिंग रख सकता है, लेकिन इससे जुड़े नियमों की जानकारी होना जरूरी है। घर में नर्मदा नदी से निकले पत्थर से बना शिवलिंग रखना चाहिए। यह अधिक शुभकारी होता है। हालांकि, शिवलिंग स्थापित करते ध्यान रखें कि शिवलिंग उत्तर या पूर्व दिशा में ही हो। इसके अलावा प्रतिदिन प्रातः एवं सायंकाल विधि पूर्वक पूजन बेहद जरूरी है। हालांकि, पूजा के समय शिवलिंग पर हल्दी चढ़ाने से बचना चाहिए।
स्थान का होता है बड़ा महत्व
घर में शिवलिंग स्थापित करने से पहले स्थान का ख्याल रखना बेहद जरूरी है। ध्यान रहे कि घर के कोने में शिवलिंग न रखें। ऐसी जगह का चुनाव करने से भगवान शिव की ठीक से पूजा नहीं हो पाती है। इससे भगवन शिव क्रोधित हो जाते हैं और जीवन में गलत प्रभाव पड़ सकता है।
स्थान बदलने से बचें
घर में शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा नहीं करवानी चाहिए। उसको वैसे ही रखकर विधि विधान से पूजा करनी चाहिए। उनका नित्य अभिषेक करना चाहिए। इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि शिवलिंग का स्थान न बदलें, अगर विशेष कारणों से ऐसा करना पड़ रहा है, तो शिवलिंग को हटाने से पहले उसे गंगाजल और ठंढे दूध से स्नान कराएं फिर जगह को बदलें।
बिना किसी पात्र के दूध चढ़ाने से बचें
भगवान शिव को बिना किसी पात्र के सीधे दुकान से पैकेट वाला दूध लेकर चढ़ा देते हैं, लेकिन ऐसा करने से बचना चाहिए। दूध चढ़ाते वक़्त एक बात का और ध्यान रखें कि दूध पूरी तरह ठंडा हो। शिव का अभिषेक केवल गाय के दूध से ही करना चाहिए।
शिवलिंग पर चढ़ाया प्रसाद ना खाएं
पूजा के समय शिवलिंग पर चढ़ाया गया प्रसाद खुद खाने से बचना चाहिए। हालांकि, इसको आप दूसरों को बांट सकते हैं। माना जाता है कि, यदि खुद के द्वारा शिवलिंग पर चढ़ाया गया प्रसाद खाने से जीवन कष्टकारी हो जाता है और भक्त भाग्य हीन हो जाता है