फिल्म इंडस्ट्री | जब भी किसी नई फिल्म का अनाउंसमेंट होता है, तो सबसे पहले फिल्म का ‘बजट’ और एक्टर्स की ‘फीस’ चर्चा में रहती है. लेकिन कहानी को असली विजन देने वाला एक डायरेक्टर ही होता. जो फिल्म को लोगों के सामने किस तरह पेश करेगा, यह हमेशा से बड़ा सवाल रहा है. इस वक्त कई बड़ी फिल्मों पर काम चल रहा है. कहीं रामायण को 4000 करोड़ से बनाया जा रहा है, तो एक तरफ वाराणसी है, तो कहीं कुछ और. पर क्या आप जानते हैं कि वो कौन सा डायरेक्टर है, जो एक फिल्म के लिए सबसे तगड़ी फीस वसूलता है?
यूं तो जब भी भारत के सबसे महंगे एक्टर की बात होती है, तो जुबां पर सबसे पहले अल्लू अर्जुन का नाम ही आ जाता है. जिनकी ‘पुष्पा 2’ की फीस 300 करोड़ बताई गई थी. जबकि शाहरुख खान, सलमान खान जैसे सुपरस्टार्स प्रॉफिट शेयरिंग पर ही डील करते हैं. वैसे तो अब कई डायरेक्टर्स भी कुछ परसेंट के हिसाब से प्रॉफिट शेयरिंग पर ही बात पक्की करते हैं. लेकिन 200 करोड़ फीस लेने वाले डायरेक्टर के बारे में आपको बता देते हैं |
इंडियन फिल्म इंडस्ट्री का सबसे महंगा डायरेक्टर कौन?
इस वक्त बिग बजट फिल्में बनना आम बात हो गई है. लेकिन जिस डायरेक्टर के विजन और कहानी कहने के अंदाज ने सबका दिल जीता, वो है- SS RAJAMOULI. इस वक्त वो ‘वाराणसी’ पर काम कर रहे हैं, जिसका बजट 1300 करोड़ रुपये हैं. वहीं महेश बाबू और प्रियंका चोपड़ा बतौर लीड फिल्म में नजर आने वाले हैं. हालांकि, उनकी पिछली फिल्म RRR रही थी, जिसमें डायरेक्टर साहब ने प्रॉफिट शेयरिंग पर डील की थी. दरअसल राम चरण और जूनियर एनटीआर की फिल्म ने दुनियाभर से 1200 करोड़ का कारोबार किया था. रिपोर्ट के मुताबिक, वो इंडियन फिल्म इंडस्ट्री के सबसे महंगे डायरेक्टर हैं. एक फिल्म के लिए 200 करोड़ की तगड़ी फीस वसूलते हैं |
इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर संदीप रेड्डी वांगा का नाम आता है. जिनकी साल 2023 में आई एनिमल ने 915 करोड़ का कारोबार किया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, वो एक पिक्चर के लिए 100 करोड़ तक फीस वसूलते हैं. साथ ही KGF CHAPTER 1 के डायरेक्टर प्रशांत नील की फीस भी 100 करोड़ ही है. यानी दूसरे और तीसरे नंबर के डायरेक्टर बराबरी पर है. जबकि, राजकुमार हिरानी की फीस 80 करोड़, सुकुमार की 75 करोड़ और संजय लीला भंसाली की 55-65 करोड़ फीस है |
वाराणसी के लिए नहीं ली कोई फीस?
दरअसल एस.एस. राजामौली ने अपनी फिल्म ‘वाराणसी’ के लिए फिलहाल कोई फीस नहीं ली है. उन्होंने एक प्रॉफिट-शेयरिंग मॉडल अपनाया है, जिसमें उन्हें मुनाफे में से हिस्सा मिलेगा |








