बादाम सेहत को सुधारने के लिए काफी अच्छा फूड है। इसमें पोषण की काफी सारी मात्रा होती है। यह दिल और दिमाग की बीमारियों से बचाता है और वजन कम करने में मदद करता है। इसे बासी मुंह खाने के पीछे एक महत्वपूर्ण वजह है।
बादाम कब खाएं
बादाम को हेल्थ के लिए काफी बढ़िया माना जाता है। लेकिन लोग अक्सर इसे खाने के टाइम और तरीके को लेकर कंफ्यूज रहते हैं। बादाम को भिगोकर खाना चाहिए और हमेशा खाली पेट। सबसे अच्छा तरीका इसे बासी मुंह चबाना है। इस दौरान मुंह के अंदर कई सारे हेल्दी बैक्टीरिया होते हैं, जो बादाम को पचाने और फायदा लेने में मदद करते हैं। एक दिन में 20 से 30 ग्राम बादाम की गिरी खाई जा सकती हैं। ये फायदे जानने के लिए वैज्ञानिकों ने कई अध्ययन किए हैं।
प्रोटीन का भंडार
बादाम में पोषण का भंडार होता है। USDA के आंकड़े के मुताबिक, इसे खाने से फाइबर, प्रोटीन, विटामिन ई, हेल्दी फैट, मैग्नीशियम, मैंगनीज, विटामिन बी2, फॉस्फोरस और कॉपर होता है। यह दिमाग, मसल्स, पेट और दिल के लिए फायदेमंद होते हैं।
क्रॉनिक बीमारियों से बचाव
आलमंड्स में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। यह ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने का काम करते हैं। यह स्ट्रेस सेल्स को नुकसान पहुंचाता है और लगभग सभी क्रॉनिक बीमारियों के विकास में भूमिका निभाता है।
विटामिन ई के फायदे
यह एक फैट सॉल्यूबल विटामिन होता है, जो बाल, स्किन, मसल्स के लिए आवश्यक होता है। यह सेल्स की बनावट के लिए महत्वपूर्ण होता है। बादाम को इसका बढ़िया सोर्स माना जाता है।
ब्लड शुगर कंट्रोल
यह शुगर स्पाइक को कंट्रोल करने का बेहतरीन उपाय है। इसमें फाइबर होता है, जो ब्लड शुगर को अचानक बढ़ने से रोकता है। डायबिटिक पेशेंट्स के लिए यह गो-टू स्नैक साबित होता है।
हाई बीपी में लाभदायक
अक्सर ब्लड प्रेशर का बढ़ा रहना दिल के लिए खतरनाक होता है। यह हार्ट अटैक की वजह बन सकता है। इसे कंट्रोल करने के लिए मैग्नीशियम की जरूरत होती है। जो कि बादाम के अंदर आसानी से मिल जाता है।
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से बचाव
एलडीएल कोलेस्ट्रॉल से दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ता है। लेकिन बादाम को कोलेस्ट्रॉल घटाने वाला ड्राई फ्रूट माना जाता है। इससे नसों की ब्लॉकेज नहीं होती और हार्ट डिजीज का खतरा कम होता है।
भूख और वजन होगा कंट्रोल
बादाम से भूख और वजन कंट्रोल भी होता है। इसमें फाइबर और प्रोटीन की मात्रा पेट को देर तक भरा रखती है। यह पचने में वक्त लेता है, इस वजह से क्रेविंग रोकने के काम आता है।