नई दिल्ली। आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों को अपनी सेहत का ख्याल रखने का समय नहीं मिल पा रहा है। इससे उन्हें कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। काम के दबाव के कारण लोगों को तनाव घेर रहर है। तनाव में रहने से इंसान के शरीर में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं। किसी को लगातार सिर में दर्द होता है तो कुछ लोगों को ऐसा महसूस होता है कि सब कुछ उनकी आंखों के सामने हो रहा है।
वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें अचानक से चक्कर आने की समस्या है। कई बार लोग इन्हें साधारण समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन हम आपको बता दें कि ये समस्या आम नहीं है। ये Vertigo नाम की बीमारी का संकेत हो सकता है। आज का हमारा लेख भी इसी विषय पर है। हम आपको बताएंगे कि Vertigo बीमारी क्या होती है और इसके लक्षण क्या हैं? आइए जानते हैं विस्तार से –
क्या है Vertigo?
क्लीवलैंड क्लीनिक के मुताबिक, वर्टिगो एक ऐसी कंडीशन होती है जिसमें आपको ऐसा महसूस होता है जैसे आपके आसपास की चीजें घूम रही हों, जबकि असल में ऐसा कुछ नहीं हो रहा होता है। इससे चक्कर आने लगते हैं और बैलेंस बिगड़ सकता है। ये कोई बीमारी नहीं, बल्कि कई बीमारियों का लक्षण हो सकता है।
कितने तरह का होता है वर्टिगो?
पेरिफेरल वर्टिगो (Peripheral Vertigo)
ये सबसे आम होता है और कान के अंदर के हिस्से या वेस्टिबुलर नस में कोई समस्या होने के कारण ऐसा होता है। इसमें जो समस्याएं आती हैं, वाे इस प्रकार हैं-
- बेनाइन पेरॉक्सिस्मल पोजीशनल वर्टिगो
- लैबिरिन्थाइटिस
- वेस्टिबुलर न्यूराइटिस
- मेनियर्स डिजीज
सेंट्रल वर्टिगो (Central Vertigo)
ये कम होता है और ब्रेन में किसी बीमारी जैसे स्ट्रोक, चोट या संक्रमण की वजह से होता है। इसमें चक्कर के साथ चलने में दिक्कत महसूस हो सकती है।
क्या हैं वर्टिगो के लक्षण
- मतली और उल्टी
- चक्कर आना
- चलने-फिरने में दिक्कत होना
- एक या दोनों कानों से सुनाई देना कम होना
- कान में सीटी जैसी आवाजें आना
- सिरदर्द
- मोशन सिकनेस
- कान में भारीपन
- आंखों का तेजी से इधर-उधर हिलना
वर्टिगो के कारण भी जानें
- माइग्रेन (तेज सिरदर्द)
- कुछ दवाइयों का साइड इफेक्ट
- स्ट्रोक या ब्रेन की समस्या
- दिल की धड़कनों का अनियमित होना (अरिथमिया)
- डायबिटीज
- सिर में चोट
- लंबे समय तक बेड रेस्ट
- कान के पास हर्पीज (शिंगल्स)
- कान की सर्जरी
- तेज सांस लेना (हाइपरवेंटिलेशन)
- ब्लड फ्लो अचानक से गिरना
- मसल्स का कमजोर हाेना
- इन्फेक्शन
- ब्रेन ट्यूमर या कोई और दिमागी बीमारियां
ये हैं वर्टिगो से होने वाली समस्याएं
आपको बता दें कि वर्टिगो के कारण आप कभी भी गिर सकते हैं। इससे हड्डी टूटने का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही ये आपकी रोजाना की लाइफस्टाइल काे भी प्रभावित कर सकता है। अगर आपको बार-बार चक्कर आते हैं या ऊपर बताए गए लक्षणों में से कुछ भी महसूस होता है तो आपको डॉक्टर से तुरंत मिल लेना चाहिए। इससे आपको समय पर इलाज मिल सकता है।