Symptoms of kidney stones: सुस्त जीवनशैली, खाने-पीने की खराब आदतें, बहुत अधिक तनाव जैसे कारक शरीर में यूरिक एसिड लेवल को बढ़ा सकती हैं। किडनी की पथरी या किडनी स्टोन की समस्या खान-पान की खराबी की वजह से होती है। शरीर में टॉक्सिन्स बढ़ने से किडनी पर जोर पड़ता है। ऐसे में किडनी की पथरी होने का खतरा बढ़ जाता है। शरीर से गंदगी निकालने के लिए किडनी फिल्टर की तरह काम करती है। किडनी में स्टोन की समस्या होने पर बहुत दर्द होता है। किडनी में स्टोन हो जाने पर सर्जरी की भी जरूरत पड़ सकती है। आयुर्वेद में किडनी स्टोन और गठिया की समस्या से बचने के लिए कुछ सब्जियों और फलों के सेवन की सलाह दी जाती है। आइए जानते हैं उन सब्जियों और फलों के जूस के बारे में जो आपको किडनी स्टोन से बचा सकते हैं।
अपनी डाइट में शामिल करें ये जूस-
शरीर, जोड़ों, उंगलियों, पंजों, पीठ के निचले हिस्से में गंभीर दर्द की समस्या यूरिक एसिड लेवल बढ़ने के कारण हो सकता है। जोड़ों में दर्द या मांसपेशियों में ऐंठन सिर्फ गठिया की वजह नहीं बल्कि यूरिक एसिड बढ़ने से भी होता है।
ग्रीन टी :ग्रीन टी न केवल आपके इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करने में मदद करती है बल्कि यूरिक एसिड को भी कम करने में मदद करती है। इमसें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट और बायोएक्टिव यौगिक यूरिक एसिड को कुछ ही दिनों में स्वाभाविक रूप से कम करने में मदद कर सकते हैं।
चुकंदर जूस : सब्जियों के जूस में चुकंदर का जूस सबसे अधिक फायदेमंद होता है। चुकंदर के जूस में बीटेन और साइटोकेमिकल होता है। यह किडनी की सफाई करने में मदद करता है।अगर आप चुकंदर जूस का सेवन करते हैं तो किडनी स्टोन का खतरा कम होता है।
खीरे का जूस : खीरे के जूस में नींबू का रस मिलाकर पीने से लिवर, किडनी को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है और ब्लड फ्लो में यूरिक एसिड लेवल कम होता है। यह पोटेशियम और फास्फोरस होने की वजह से होता है, जो किडनी को डिटॉक्स करने में मदद करता है। यह किडनी के कामकाज को बढ़ाने और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।
गाजर का जूस : ताजा गाजर के रस में नींबू का रस मिलाकर पीने से बढ़े हुए यूरिक एसिड को कंट्रोल किया जा सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि गाजर के जूस में एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन ए, फाइबर, बीटा कैरोटीन, मिनरल्स होते हैं जो बढ़े हुए यूरिक एसिड से होने वाले नुकसान को कम करने में मदद करते हैं। साथ ही नींबू में एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन सी होते हैं, जो नैचुरली इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं।
अदरक की चाय : अदरक की चाय पीने से यूरिक एसिड लेवल कम करने में मदद मिल सकती है। यह इसके एंटीसेप्टिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी और अदरक के हीलिंग गुणों के कारण संभव है। इसके अलावा, अदरक में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट और मिनरल्स सूजन, जोड़ों के दर्द और शरीर में दर्द को नैचुरली कम करने में मदद कर सकते हैं।
एप्पल साइडर विनेगर: सेब का सिरका किडनी की सफाई के लिए बहुत कारगर होता है। जो लोग शराब का सेवन करते हैं उनके लिए भी एप्पल साइडर विनेगर लाभदायक होता है। एप्पल साइडर विनेगर में नींबू का जूस मिलाकर पीने से किडनी स्टोन की समस्या दूर रहती है।
यूरिक एसिड कैसे कम करें-
बेशक यूरिक एसिड कम करने के लिए कई दवाएं उपलब्ध हैं लेकिन यूरिक एसिड को खत्म करने का सबसे आसान तरीका खाने-पीने में बदलाव करना है। सबसे पहले तो आपको प्यूरिन से भरपूर खाद्य पदार्थों जैसे कई तरह की मछली, बियर, शराब, लाल मांस, केला, ब्रोकोली जैसी चीजों को खाने से बचना चाहिए।
यूरिक एसिड बढ़ने के नुकसान –
यूरिक एसिड आपकी किडनियों, लिवर और दिल के कामकाज को बाधित कर सकता है। इससे शरीर और मांसपेशियों में दर्द बढ़ सकता है। खून में बहुत अधिक यूरिक एसिड बढ़ने से आपको हाइपरयुरिसीमिया, किडनी की पथरी, गठिया और गाउट जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा हो सकता है। फैट टू स्लिम की डायरेक्टर और न्यूट्रिशनिस्ट एंड डाइटीशियन आपको कुछ खास जूस के बारे में बता रही हैं, जो यूरिक एसिड लेवल कम करने में मदद कर सकते हैं।
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है।