Health Tips: आज के समय में लोगों में हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) की समस्या बहुत तेजी से बढ़ रही है इसे हाइपरटेंशन भी कहा जाता है. सामान्य ब्लड प्रेशर 80 से 120 के बीच होता है. जब यह 120 से ऊपर चला जाता है, तो हाई बीपी की समस्या हो जाती है. इस बीमारी को ‘साइलेंट किलर’ कहा जाता है क्योंकि इसके शुरुआती लक्षण नजर नहीं आते हैं. ब्लड प्रेशर हाई होने से हमारे हार्ट पर दबाव काफी बढ़ जाता है, जो हार्ट अटैक की वजह भी बन सकता है.
ज्यादातर लोगों को पता है कि बीपी लो (Low BP) होने पर चीनी नमक का घोल लेना चाहिए या तुरंत कुछ मीठा खा लेना चाहिए. लेकिन हाई बीपी होने पर ऐसा क्या करें कि रोगी की स्थिति जल्दी सामान्य हो जाए और हार्ट अटैक (Heart Attack) का खतरा भी कम हो जाए…
हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज, वैश्विक स्तर पर तेजी से बढ़ती उन गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं में से हैं, जिनके शिकार कम उम्र के लोगो में भी देखे जा रहे हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, ये दोनों बीमारियां पूरे शरीर को कई प्रकार से प्रभावित कर सकती हैं, अगर इनपर ध्यान न दिया जाए तो इनके कारण मृत्यु का खतरा भी अधिक हो सकता है। लाइफस्टाइल और आहार में गड़बड़ी को इसका प्रमुख कारण माना जाता रहा है।
शोधकर्ता बताते हैं, ब्लड प्रेशर बढ़ने के लिए अधिक मात्रा में सोडियम और डायबिटीज के लिए अधिक मात्रा में चीनी के सेवन को नुकसानदायक पाया गया है। पर क्या आप जानते हैं कि अगर आप चीनी अधिक खाते हैं तो इसके कारण भी ब्लड प्रेशर बढ़ने का खतरा हो सकता है? आइए इसके दुष्प्रभावों के बारे में जानते हैं।
नमक और चीनी दोनों हानिकारक
एक रिपोर्ट के मुताबिक नमक और चीनी दोनों ही रक्तचाप (BP) को बढ़ाने से संबंधित हैं। विभिन्न अध्ययनों ने लगातार दिखाया है कि नमक बढ़े हुए ब्लड प्रेशर का एक प्रमुख कारण है। इसी खतरे को ध्यान में रखते हुए फिनलैंड और यूके जैसे देशों ने नमक का सेवन कम कर दिया है। हालांकि सिर्फ इतना ही काफी नहीं है, नमक कम करने के बाद भी अगर आप अधिक मात्रा में चीनी का सेवन करते हैं, तो खतरा टला नहीं है।
अध्ययनकर्ताओं ने बताया कि चीनी के अधिक सेवन से मोटापा बढ़ता है, जो ब्लड प्रेशर बढ़ाने का प्रमुख कारण है। हाल के अध्ययनों से यह भी पता चलता है कि ऐडेड शुगर, विशेष रूप से सॉफ्ट ड्रिक्स के अधिक सेवन से भी ब्लड प्रेशर पर सीधा प्रभाव पड़ सकता है। आइए चीनी से होने वाले अन्य दुष्प्रभावों के बारे में जानते हैं।
हृदय के लिए भी यह खतरनाक
अध्ययन में पाया गया है कि ये दिल की बीमारियों का न सिर्फ जोखिम बढ़ाने वाली हो सकती हैं, साथ ही अन्य लोगों की तुलना में ऐसे लोगों में हृदय रोगों का मृ्त्युदर तीन गुना अधिक देखा गया है। ऐडेड शुगर चूंकि आपके रक्तचाप और मोटापे को बढ़ाते हुए देखा गया है इसलिए इससे हृदय रोगों का जोखिम अधिक हो सकता है।
बढ़ सकती है लिवर में फैट की समस्या
अधिकांश पैकेज्ड खाद्य पदार्थ-स्नैक्स में मिठास का कारण फ्रुक्टोज से होता है, यह शुगर का ही एक प्रकार है। हालांकि अध्ययनों में इसे लिवर में फैट को बढ़ाने वाला पाया गया है। शोधकर्ताओं ने पाया कि यदि आप नियमित रूप से फ्रुक्टोज वाली चीजों का सेवन करते हैं, तो आपके लीवर में फैट की छोटी-छोटी बूंदें जमा हो जाती हैं। इससे नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज का खतरा बढ़ सकता है। कुछ स्थितियों में इसके गंभीर दुष्प्रभावों का भी जोखिम रहता है।
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नींद न आने की समस्या
दिन के दौरान बहुत अधिक चीनी का सेवन रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ा सकती है। शोधकर्ताओं ने पाया कि बढ़ा हुआ शुगर और ब्लड प्रेशर का लेवल नींद को बढ़ावा देने वाले हार्मोन्स को प्रभावित कर सकती है। इसके अलावा ये दोनों स्थितियां समय के साथ अनिद्रा के जोखिमों को बढ़ाने वाली पाई गई हैं। शोधकर्ताओं ने पाया कि अगर आप कम सोते हैं तो समय से पहले मृत्यु का खतरा हो सकता है।