Silent Heart Attack : पिछले कुछ साल से ऐसी घटनाएं देखने को मिली है, जब उठते-बैठते, नाचते-गाते या खेलते हुए युवाओं की हार्ट अटैक से मौत हो रही है. ऐसा साइलेंट हार्ट अटैक की वजह से होता है. इसकी चपेट में हर उम्र के लोग आ रहे हैं. यह बेहद खतरनाक है. साइलेंट हार्ट अटैक को साइलेंट मायोकार्डियल इन्फ्रेक्शन (Silent Myocardial Infarction कहा जाता है. इसमें किसी व्यक्ति को कार्डिएक अरेस्ट होने पर सीने में दर्द महसूस नहीं होता, जिससे पता ही नहीं चल पाता है. ऐसे में चलिए जानते हैं साइलेंट हार्ट अटैक आखिर है क्या, यह जानलेवा कैसे होता है और इससे बचने के लिए क्या कर सकते हैं…
साइलेंट हार्ट अटैक का खतरा किन लोगों को ज्यादा
- 1. बहुत ज्यादा मोटापा बढ़ना, BMI 25 या इससे ज्यादा होना
- 2. नियमित तौर पर फिजिकल एक्टिविटीज न करना
- 3. हाई ब्लड प्रेशर लेवल
- 4. हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल
- 5. बहुत नमक और अनहेल्दी फैट वाली चीजें खाना
- 6. हाई ब्लड शुगर
- 7. बहुत ज्यादा स्ट्रेस
- 8. तंबाकू या स्मोकिंग
- 9. हार्ट डिजीज, स्ट्रोक या हार्ट अटैक की फैमिली हिस्ट्री
1. साइलेंट हार्ट अटैक क्या होता है?
साइलेंट हार्ट अटैक, जिसे “साइलेंट मायोकॉर्डियल इन्फार्क्शन” भी कहा जाता है, वह स्थिति है जिसमें हृदय के एक हिस्से में रक्त प्रवाह रुक जाता है, लेकिन व्यक्ति को किसी स्पष्ट लक्षण का अनुभव नहीं होता है।
2. लक्षण और पहचान
साइलेंट हार्ट अटैक के दौरान आमतौर पर कोई स्पष्ट लक्षण नहीं होते, लेकिन कुछ लोग हल्की छाती में दर्द, थकान, या सांस लेने में कठिनाई महसूस कर सकते हैं।
3. कारण
यह स्थिति मुख्यतः कोरोनरी आर्टरी डिजीज (CAD) के कारण होती है, जहां धमनियां संकरी हो जाती हैं। अन्य कारणों में उच्च रक्तचाप, उच्च कोलेस्ट्रॉल और डायबिटीज शामिल हैं।
4. जोखिम कारक
- उम्र
- पारिवारिक इतिहास
- धूम्रपान
- अस्वास्थ्यकर जीवनशैली
- मोटापा
5. क्यों है साइलेंट हार्ट अटैक खतरनाक?
इसका सबसे बड़ा खतरा यह है कि व्यक्ति को पता ही नहीं होता कि उन्हें हार्ट अटैक हुआ है, जिससे समय पर उपचार नहीं मिल पाता है।
6. निदान कैसे होता है?
डॉक्टर ईसीजी, एंजियोग्राफी और रक्त परीक्षण जैसे तरीकों से साइलेंट हार्ट अटैक का निदान कर सकते हैं।
7. उपचार विकल्प
- दवाएं (जैसे एंटीकोआगुलेंट्स)
- जीवनशैली में बदलाव
- सर्जरी (यदि आवश्यक हो)
8. रोकथाम के उपाय
- संतुलित आहार
- नियमित व्यायाम
- तनाव प्रबंधन
- धूम्रपान से बचना
9. जागरूकता का महत्व
साइलेंट हार्ट अटैक के बारे में जागरूकता बढ़ाने से लोग अपने स्वास्थ्य का बेहतर ध्यान रख सकते हैं और समय पर जांच करवा सकते हैं।
10. निष्कर्ष
साइलेंट हार्ट अटैक एक गंभीर स्थिति है जो समय पर पहचान और उपचार की मांग करती है। नियमित स्वास्थ्य जांच और सही जीवनशैली अपनाकर इसे रोका जा सकता है।