12वीं पास करने के बाद बहुत से छात्र ऐसे होते हैं जिन्हें आगे की पढ़ाई नहीं करना चाहते बल्कि वे कोई प्रोफेशनल कोर्स करने के बाद सीधे नौकरी या कोई काम धंधा करना चाहते हैं। ऐसे में छात्रों के लिए हम कुछ कोर्सों के बारे में सुझाव दे रहे हैं जिन्हें करने के बाद वे अच्छे खासे पैसे कमा सकते हैं। कोशिश करें यहां हम जो कोर्स बताने जा रहे हैं उन्हें किसी अच्छे संस्थान से करें। ये कोर्सेस 6 माह के सर्टिफिकेट से लेकर दो साल तक के डिप्लोमा या चार साल के डिग्री कोर्स भी हैं। आप इन्हें अपनी जरूरत के अनुसार चुन सकते हैं-
एनिमेशन डिजाइनिंग
इन दोनों प्रोफेशनल कोर्सेज में ड्राइंग, डिजाइनिंग और डिजाइनिंग के सॉफ्टवेयर से जुड़ी तकनीकी जानकारी का पता होना चाहिए। इसके अलावा आप बैचलर ऑफ फाइन आर्ट की भी पढ़ाई कर सकते हैं। अगर आप क्रिएटिव हैं तो आफके लिए इससे अच्छा कोर्स नहीं है। जिन लोगों की ड्राइंग अच्छी हो या चित्रकारी में उनका हाथ सधा हो ऐसे लोगों के लिए ये कोर्स बेहतर हो सकता है। एनिमेशन और ग्राफिक डिजाइन कोर्सेज के बाद तकरीबन न्यूनतम 3 लाख से 5 लाख रुपए सालाना की सैलरी मिल सकती है। नौकरी के अलावा इस क्षेत्र में फ्री लॉसिंग से भी पैसा कमा सकते हैं।
ज्वैलरी डिजाइनर का कोर्स
ज्वैलरी का शौक और जरूरत की भारत में सैकड़ों साल पुरानी रिवाज है। यहां शादी-विवाहों से लेकर हर विशेष अवसर पर लोग फैशनेबल ज्वैलरी जरूर खरीदते हैं। फैशन के शौकीन लोग जूलरी के आकर्षक डिजाइन को तरजीह देते हैं। दुनिया में भारत का सबसे बड़ा रत्न और आभूषण बाजार है लेकिन यह उद्योग ज्यादातर असंगठित क्षेत्र में है, जहां सोने पर ज्यादा तवज्जो दी जाती है। बड़ी कंपनियों के इस सेक्टर में कदम रखने के साथ अब सोने के अलावा रत्नों और पत्थरों की लोकप्रियता भी बढ़ गई है। ज्वैलरी डिजाइनिंग कोर्स में आपको पत्थरों के विभिन्न प्रकार, कलर स्कीम, डिजाइन थीम, परजेंटेशन और फ्रेमिंग, इंडिविजुअल जूलरी पीस का डिजाइन करना, पुरुषों की जूलरी, कॉस्ट्युम जूलरी, कॉस्टिंग वगैरह के बारे में बताया जाता है।
टॉप संस्थान-
एनआईएफटी कैंपस, गुलमोहर पार्क के सामने, हौज खास, नई दिल्ली
श्रीमती नाथीबाई दामोदर ट्रेनिंग (एसएनडीटी) विमिन यूनिवर्सिटी, मुंबई
जेम ऐंड जूलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल, राजस्थान भवन, जयपुर
ज्यूलरी डिजाइन एंड टेक्नोलॉजी इंस्टिट्यूट, स्मॉल इंडस्ट्रीज सर्विस इंस्टिट्यूट, चेन्नै
इंटीरियर डिजाइनिंग
ये कोर्स उन छात्रों के लिए अच्छा है जो क्रिएटिव तो है हीं साथ ङी उन्हें घर सजाना अच्छा लगता है। बस इंटीरियर डिजाइनिंग में उन्हें क्लाइंट की जरूरतों के हिसाब से इंटीरियर डिजाइन करना होता है। इंटीरियर डिजाइनिंग में लोग घरों, ऑफिसों में आकर्षक लुक देने के अलावा स्पेस का बेहतर इस्तेमाल करना भी बताते हैं। इसलिए इस कोर्स को करने वालों को क्रिएटिन, कम्यूनिकेट होने के साथ-साथ इमेजिनेटिव भी होना चाहिए। इंटीरियर डिजाइनिंग में कई संस्थान डिप्लोमा कोर्स मुहैया करा रहे हैं। इन पाठय़क्रमों के लिए आप 12वीं के बाद आवेदन कर सकते हैं। बतौर इंटर्न 20 हजार रुपये महीना कमा सकता है। बड़े डिजाइनर एक से दो रूम के लिए दो से तीन लाख रुपये बतौर कंसल्टेंसी मांग लेते हैं।
फैशन डिजाइनिंग
फैशन डिजाइनिंग एक आर्ट है जिसमें आप कपड़ों और एक्सेरीज की डिडाइनिंग करते हैं। इसके लिए सिर्फ स्केचिंग ही जरूरी नहीं होता बल्कि इसमें कई कोर्सेज हैं, जैसे फैब्रिक डाइंग एवं प्रिंटिंग, कम्प्यूटर एडेड डिजाइन, एक्सेसरीज एवं ज्वैलरी डिजाइनिंग, मॉडलिंग, गारमेंट डिजाइनिंग, लेदर डिजाइनिंग, इंटीरियर डिजाइनिंग, टैक्सटाइल डिजाइनिंग, टेक्सटाइल साइंस, अपैरल कंस्ट्रक्शन मेथड जैसे कोर्सेज शामिल होते हैं। फैशन डिजाइनिंग के कोर्सेज कर आफ अनुभव पाकर 25,000 से 50,000 रुपए महीना कमा सकते हैं।
12वीं के बाद कर सकते हैं ये कोर्स
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