IPS अधिकारी अमर सिंह चहल ने रिवॉल्वर से खुद को गोली मारकर ली. वह इंस्पेक्टर जनरल (IG) के पद से रिटायर हुए थे. घटना के बाद उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया. गोली उनके सीने के पास लगी, जिससे उनके लिवर को नुकसान पहुंचा. डॉक्टरों ने तुरंत सर्जरी की, और फिलहाल वह निगरानी में हैं. पुलिस ने मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है, जिसमें ऑनलाइन फ्रॉड के कारण हुए वित्तीय नुकसान का ज़िक्र है. यह 12 पन्नों का सुसाइड नोट पंजाब के डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (DGP) को भी संबोधित था. पुलिस फिलहाल आत्महत्या की कोशिश के सही कारणों की जांच कर रही है.
बताते चलें कि रिटायर्ड IPS अधिकारी अमर सिंह चहल इंस्पेक्टर जनरल (IG) के पद पर थे. जब उन्होंने खुद को गोली मारी तब वह घर पर अकेले थे और उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है. खुद को गोली मारने से पहले, उन्होंने DGP गौरव यादव के नाम 12 पेज का सुसाइड नोट छोड़ा. रिटायर्ड IPS अधिकारी अमर सिंह चहल पटियाला में रहते हैं. उन्होंने अपने घर पर अपने लाइसेंसी हथियार से खुद को गोली मार ली. पटियाला के पुलिस अधीक्षक वरुण शर्मा ने बताया कि गोली चलने की सूचना मिलते ही पुलिस टीमें तुरंत अमर सिंह चहल के घर पहुंचीं और उन्हें अस्पताल ले गईं, जहां ICU में उनकी हालत गंभीर बनी हुई है. उनके घर को सील कर दिया गया है.
साइबर फ्रॉड का शिकार
पंजाब के DGP गौरव यादव को लिखे अपने 12 पेज के सुसाइड नोट में रिटायर्ड IPS अधिकारी अमर सिंह चहल ने लिखा कि वह एक बड़े साइबर फ्रॉड का शिकार हो गए थे. वह हाल ही में एक IPS व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल हुए थे. इस ग्रुप में उन्हें एक इन्वेस्टमेंट स्कीम के बारे में जानकारी मिली, जिसमें बड़े मुनाफे का वादा किया गया था. इस जाल में फंसकर उन्होंने 8 करोड़ रुपये इन्वेस्ट कर दिए. इस रकम में उनके रिटायरमेंट फंड के साथ-साथ रिश्तेदारों, दोस्तों और जान-पहचान वालों से उधार लिए गए पैसे भी शामिल थे. बाद में उन्हें एहसास हुआ कि वह एक ऑनलाइन फ्रॉड सिंडिकेट के जाल में फंस गए हैं. अपने रिश्तेदारों और दोस्तों का पैसा वापस न कर पाने, उनका भरोसा तोड़ने और भारी वित्तीय नुकसान झेलने के बाद, वह आर्थिक तंगी के कारण मानसिक दबाव बर्दाश्त नहीं कर पाए और खुद को गोली मार ली.









