नीट परीक्षा : सनसनीदेश-विदेश के 550 से अधिक परीक्षा केंद्रों पर आयोजित देश की सबसे बड़ी दाखिला परीक्षा एक बार फिर से विवादों में घिर गई है। राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा यानी NEET को देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है। हर साल लाखों छात्र डॉक्टर बनने के लिए इस परीक्षा में भाग लेते हैं। परीक्षा नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा बेहद कड़ी निगरानी में कराई जाती है। मेडिकल एंट्रेंस परीक्षा में धांधली न हो, इसके लिए एनटीए पुख्ता इंतजाम करती है। नीट यूजी 2023 मेडिकल एंट्रेंस टेस्ट 07 मई 2023 को सिंगल शिफ्ट में आयोजित किया गया. इस बीच तमिलनाडु के किसी एग्जाम सेंटर पर एक छात्रा कोने में मायूस बैठी दिखी, शर्म महसूस कर रही थी और एग्जाम सेंटर के बाहर बुक को सीने से लगाए हुए थी. एक पत्रकार ने जब ये बात अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखी तो नीट परीक्षा को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया. उन्होंने ट्वीट के जरिये यह जाहिर करने की कोशिश की थी कि परीक्षा केंद्रों में छात्राओं को ब्रा पहनकर आने की अनुमति नहीं थी. जबकि बीते साल हुए विवाद के बाद नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने इस साल परीक्षा केंद्रों के लिए गाइडलाइन में बड़े बदलाव किए थे.
कैसे हुक बना था वजह? क्या है पूरा मामला?
रविवार, 17 जुलाई, 2022 को आयोजित नीट यूजी परीक्षा के दौरान छात्राओं से जबरन इनरवियर और ब्रा उतरवाने का मामला सामने आया था। ऐसा किसी एक या दो छात्राओं के साथ नहीं बल्कि सैकड़ों छात्राओं के साथ हुआ था। परिजनों ने परीक्षा केंद्र के अधिकारियों की इस हरकत के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। प्राथमिक जानकारी के अनुसार लगभग 100 लड़कियों को इस स्थिति का सामना करना पड़ा। कोट्टारक्का के पुलिस उपाधीक्षक के कार्यालय में इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई गई है। परीक्षार्थियों के अनुसार, रविवार को परीक्षा के बाद उनके अंडरगारमेंट्स को डिब्बों में भरकर एक साथ फेंके गए थे।
दरअसल परीक्षा केंद्रों में मेटल डिटेक्टर के जरिये तलाशी ली जाती है. इसमें अभ्यर्थी को किसी भी तरह के मेटल को साथ लाने की मनाही है. लेकिन केरल के एक परीक्षा केंद्र में इस मशीन से छात्राओं के गुजरते वक्त मेटल डिटेक्टर ने ब्रा में लगे हुक को चिह्नित कर लिया था. बहुत-सी लड़कियों ने परीक्षा नियामक एजेंसी को शिकायत की थी कि किस तरह उन्हें परीक्षा केंद्र में ब्रा उतारने को कहा गया. अभिभावकों ने भी आरोप लगाया था कि उनकी बेटियों ने मजबूरी में इनर वियर के बगैर परीक्षा दी. इस विवाद ने सोशल मीडिया पर इतना तूल पकड़ा कि एनटीए को अपनी गाइडलाइन में बदलाव लाने के लिए मजबूर होना पड़ा.
सेंसेटिव तरीके से तलाशी के निर्देश
बीते साल की घटना के बाद साल 2023 में एनटीए ने पहले ही इंफोर्मेशन बुलेटिन में साफ किया था कि यह परीक्षा निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ आयोजित होगी. परीक्षा केंद्रों में छात्राओं की तलाशी में संवेदनशीलता बरती जाए. एनटीए ने छात्राओं की तलाशी के संबंध में परीक्षा केंद्र के स्टाफ व अन्य अधिकारियों को व्यापक दिशानिर्देश जारी किए थे. इसमें कहा गया था कि छात्राओं की तलाशी परीक्षा केंद्र पर तैनात महिला कर्मचारियों द्वारा एक बंद एनक्लोजर के अंदर ली जाएगी.
ट्वीट विवाद से निलंबन तक
इस साल महिला पत्रकार के ट्वीट के जरिये उठे विवाद के अलावा मीडिया रिपोट्स की मानें तो उत्तर केरल के कन्नूर में कथित तौर पर राष्ट्रीय पात्रता और प्रवेश परीक्षा (NEET) के दौरान एक 17 वर्षीय छात्रा को ब्रा उतारने के लिए मजबूर करने वाली चार शिक्षिकाओं को स्कूल प्रशासन ने व्यापक विरोध के बीच मंगलवार को निलंबित कर दिया.