आज G20 Summit का दूसरा दिन है. ब्रिटिश प्रधानमंत्री सुनक आज सुबह 6.51 बजे दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर पहुंचे. वह करीब 52 मिनट तक मंदिर परिसर में रहे और सुबह 7.43 बजे अक्षरधाम मंदर से बाहर निकले.
इस दौरान उन्होंने विशेष पूजा अर्चना की. सुबह दिल्ली में हल्की बारिश हो रही थी. इस बूंदा-बांदी के बीच भारतीय मूल के पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री अपनी पहली आधिकारिक भारत यात्रा के दौरान पूर्वी दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर पहुंचे थे. उनकी आने की सूचना के बाद पूरे इलाके में सुरक्षा व्यवस्था चाकचौबंद कर दी गई थी.
उन्हें किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए पहले से ही इलाके के ट्रैफिक को रोक दिया गया था. जगह-जगह पुलिस पिकेट लगाए गए थे. ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने अक्षरधाम मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ रक्षा सूत्र बंधवाए. मंदिर में उन्होंने पूजा की.
जब ऋषि सुनक मंदिर परिसर में पहुंचे उस समय हल्की बारिश हो रही थी. मंदिर के संतों ने उनसे कहा कि मंदर परिसर में दर्शन करने खुले में जाएंगे तो भीग जाएंगे. इस पर उन्होंने कहा कि नहीं, मैं दर्शन जरूर करूंगा और वह बारिश के बावजूद पैदल चलकर मंदिर दर्शन करने पहुंचे. अक्षरधाम मंदिर की तरफ से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया है कि नीलकंठ वर्णी महादेव के मंदिर में ऋषि सुनक और उनकी पत्नी ने जलाभिषेक भी किया और विश्व शांति की कामना की.
मंदिर पहुंचने पर वह अक्षरधाम मंदिर के प्रमुख की मूर्ति के पास पहुंचे और उनके बारे में भी जाना. गौरतलब है कि ऋषि सुनक पहले भी कई बार कह चुके हैं कि वह हिंदू हैं और उन्हें इस बात का गर्व है. अक्षरधाम मंदिर के निदेशक ज्योतिंद्र दवे से जब पूछा गया कि ऋषि सुनक कहते हैं कि मुझे हिंदू होने पर गर्व है. इस पर उनकी क्या राय है.
उन्होंने कहा, 'यह एक दम सच बात है. हमने जो आज देखा, वह एक दम पूर्ण रूप से सच बात है. उनकी आंखों, क्रियाओं में जो प्रेम, भक्ति थी वह सच में एक भक्त की थी. एक राजकीय नेता की नहीं.'