अमरनाथ यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए बड़ी खुशखबरी है. यात्रा का शेड्यूल जारी हो गया है. इस साल श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन 3 जुलाई से लेकर 9 अगस्त तक कर सकेंगे. इस पवित्र तीर्थयात्रा के लिए कुल अवधि 38 दिन निर्धारित की गई है. श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की बैठक में ये फैसला लिया गया है. यात्रा के लिए पंजीकरण प्रक्रिया जल्द शुरू होगी, जिससे श्रद्धालु समय रहते अपनी यात्रा की योजना बना सकें.
अमरनाथ श्राइन बोर्ड के चेयरमैन और जम्मू कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में बैठक हुई, जिसमें जम्मू कश्मीर के डीजीपी नलिन प्रभात, मुख्य सचिव अटल ढुल्लू सहित कई वरिष्ठ अफसरों ने हिस्सा लिया. इस बैठक में अमरनाथ यात्रा की तैयारियों और उसके शेड्यूल पर चर्चा की गई, जिसके बाद यात्रा की तारीख पर फाइनल मुहर लगी. ऐसे में अब श्रद्धालु 3 जुलाई से 9 अगस्त तक बाबा बर्फानी के दर्शन कर सकेंगे.
इस बार 39 दिनों तक चलेगी अमरनाथ यात्रा
हर साल अमरनाथ यात्रा 45 से 60 दिनों तक चलती थी. हालांकि इस बार ये अवधि थोड़ी कम है. पिछले साल 2024 में श्रद्धालुओं ने 29 जून से लेकर 19 अगस्त तक बाबा बर्फानी के दर्शन किए थे, लेकिन इस बार सिर्फ 38 दिनों तक ही अमरनाथ यात्रा चलेगी. ये यात्रा रक्षाबंधन के दिन संपन्न होगी. अमरनाथ यात्रा को लेकर ट्रस्ट और सरकार की ओर से श्रद्धालुओं के लिए खास इंतजाम किए जाएंगे. सुरक्षा का खास ख्याल रखा जाएगा. उनके रहने की व्यवस्था की जाएगी. लंगर की भी सुविधा होगी.
देश के कोने-कोने से दर्शन के लिए पहुंचते हैं श्रद्धालु
आषाढ़ पूर्णिमा से शुरू होने वाली बाबा अमरनाथ की यात्रा श्रावण पूर्णिमा तक चलती है. हर साल देश के कोने-कोने से शिव भक्त बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए पहुंचे हैं. इस दौरान श्रद्धालुओं में खासा उत्साह रहता है. पिछले साल अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन 17 अप्रैल से शुरू हो गए थे. ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों जरिए से रजिस्ट्रेशन लिए गए थे. वहीं इस बार भी इसी तरह की तैयारी है. रजिस्ट्रेशन कराने के लिए आधार कार्ड, पासपोर्ट, वोटर आईडी या ड्राइविंग लाइसेंस समेत पासपोर्ट साइज फोटो की जरूरत होगी.
अमरनाथ यात्रा हिंदू धर्म के सबसे पवित्र तीर्थों में से एक मानी जाती है. हर साल लाखों भक्त कठिन पहाड़ी मार्गों से होकर गुफा तक पहुंचते हैं. अमरनाथ धाम भगवान शिव के प्रमुख तीर्थस्थलों में से एक है. अमरनाथ में महादेव के दुर्लभ और प्राकृतिक शिवलिंग के दर्शन होते हैं.