Saturday, July 27, 2024
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ISRO का रॉकेट लॉन्च, सात सैटेलाइट लेकर PSLV-C56 ने भरी उड़ान

ISRO Rocket Launch: चंद्रयान-3 की सफल लॉन्चिंग के बाद ISRO ने आज एक और कीर्तिमान स्थापित किया है। ISRO ने सुबह 6:30 बजे सिंगापुर के 7 सैटेलाइट्स लॉन्च किए हैं। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने श्रीहरिकोटा से PSLV-C56 रॉकेट लॉन्च किया है। इस रॉकेट के जरिए इसरो ने सात सैटेलाइट्स को अंतरिक्ष में भेजा है।

पीएसएलवी रॉकेट के जरिए सिंगापुर के अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट और छह अन्य उपग्रहों को कक्षा में स्थापित किया जाएगा। इसी महीने इसरो ने चंद्रयान-3 भी लॉन्च किया है। इसरो ने PSLV-C56 रॉकेट आज तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई से करीब 135 किलोमीटर दूर आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में स्थित अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया है। पीएसएलवी 44.4 मीटर लंबा है। इस साल अप्रैल में इसरो ने पीएसएलवी-सी55/टीलियोस-2 का सफल मिशन भी लॉन्च किया था।

मिशन है PSLV-C56

PSLV-C56 न्यूस्पेस इंडिया लिमेटिड का मिशन है। पीएसएलवी-सी56 के जरिए सिंगापुर का जो उपग्रह अंतरिक्ष में भेजा गया है, उसका पूरा नाम रडार मेपिंग अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट डीएस-एसएआर है। इस मिशन को लेकर इसरो ने बताया है कि सिंगापुर के डीएस-एसएआर उपग्रह डीएसटीए का वजन 360 किलो है। इसको सिंगापुर से भारत की साझेदारी के तहत विकसित किया गया है।


इसरो ने बताया कि उपग्रहों को निर्धारित कक्षा में सफलतापूर्वक प्रक्षेपित करने के लिए यह पीएसएलवी रॉकेट की 58वीं है। DS-SRA के साथ ही न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड के 6 स्वदेशी उपग्रह भी लॉन्च किए गए हैं।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने चंद्रयान-3 के बाद आज रविवार को फिर कमाल कर दिया। श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र सेपीएसएलवी-सी56 रॉकेट के जरिए सिंगापुर के पृथ्वी अवलोकन उपग्रह DS-SRA सहित सात उपग्रहों को आज सुबह 6.30 बजे सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया गया। इसरो ने बताया कि सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र सेपीएसएलवी-सी56 को रविवार सुबह 6.30 बजे प्रक्षेपित किया जाना निर्धारित किया गया था, जो सफल रहा।

पीएसएलवी रॉकेट की 58वीं उड़ान

डीएस-एसएआर के साथ ही न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड के छह उपग्रहों को भी उनकी कक्षा मेंभेजा गया है। इसमें 23 किलोग्राम का वेलोक्स-एएम सूक्ष्म उपग्रह, एआरसीएडीई प्रायोगिक उपग्रह, स्कूब-2, 3यूनैनोसैटेलाइट, गैलासिया-2, ओआरबी-12 स्ट्राइडर शामिल हैं। इसरो ने बताया कि उपग्रहों को निर्धारित कक्षा में सफलतापूर्वक प्रक्षेपित करने के लिए यह पीएसएलवी रॉकेट की 58वीं उड़ान है। न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड इसरो की वाणिज्यि क शाखा हैऔर उपग्रहों को सिंगापुर में ग्राहकों की सेवा के लिए लॉन्च किया गया है।

कौन-कौन से सैटेलाइट्स जा रहे?

  1. VELOX-AM: यह 23 किलोग्राम का टेक्नोलॉजी डिमॉन्स्ट्रेटर माइक्रोसैटेलाइट है।
  2. ARCADE: यह भी एक प्रायोगिक सैटेलाइट है। जिसका पूरा नाम है- एटमॉस्फियरिक कपलिंग एंड डायनेमिक एक्सप्लोरर।
  3. SCOOB-II: यह एक 3U नैनोसैटेलाइट है, ताकि एक खास तरह के टेक्नोलॉजी डिमॉन्स्ट्रेशन का टेस्ट किया जा सके।
  4. NuLIoN: इसे NuSpace ने बनाया है। यानी यह एक अत्याधुनिक 3U नैनोसैटेलाइट है। इसके जरिए बिना किसी बाधा के शहरों और सुदूर इलाकों में इंटरनेनट ऑफ थिंग्स की सुविधा प्रदान की जाएगी।
  5. Galassia-2: यह भी एक 3U नैनोसैटेलाइट है, जिसे धरती की निचली कक्षा में स्थापित किया जाएगा।
  6. ORB-12 STRIDER: यह इंटरनेशनल कोलैबोरेशन के तहत बनी सैटेलाइट है। इसे बनाया है सिंगापुर की एलियेना पीटीई लिमिटेड कंपनी ने।
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