केंद्र सरकार ने एक बार फिर जम्मू-कश्मीर में कट्टरपंथी ताकतों के मजबूत होने की वजह से आतंकवादी घटनाओं के बढ़ने का खतरा जताया है। जहां पहले कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि केंद्र सरकार केंद्र शासित प्रदेश में नागरिकों की सुरक्षा के लिए पैरामिलिट्री के 1800 जवानों को उतारने वाली है, वहीं अब गृह मंत्रालय ने इस्लामिक स्टेट के जम्मू-कश्मीर में सक्रिय होने के खतरे को देखते हुए श्रीनगर के एक अहमद अहंगर को यूएपीए कानून के तहत आतंकी घोषित कर दिया है।
गृह मंत्रालय की ओर से जारी हुए नोटिफिकेशन के मुताबिक, अहमद अहंगर उर्फ अबु उस्मान अल-कश्मीरी को यूएपीए कानून, 1967 के तहत आतंकी घोषित कर दिया गया है। श्रीनगर का रहने वाला अबु उस्मान फिलहाल अफगानिस्तान में है और जम्मू-कश्मीर में इस्लामिक स्टेट के लिए आतंकियों की भर्ती करने वालों में प्रमुख है।श्रीनगर के नवाकडल में 1974 में जन्मे अहंगर के अलकायदा और अन्य वैश्विक संगठनों से करीबी संपर्क रहे हैं। वह फिलहाल भारत में इस्लामिक स्टेट के लिए भर्तियों के रास्ते खोलने की कोशिश में जुटा है।
नोटिफिकेशन के मुताबिक, अहंगर कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने की कोशिशों में जुटा है और इसके लिए अपने कश्मीर आधारित नेटवर्क से लोगों की पहचान भी शुरू कर दी है।गृह मंत्रालय ने बताया कि आईएसआईए ने अहंगर को भारत पर हमलों के लिए आतंकियों की भर्ती की जिम्मेदारी सौंपी है। वह भारत पर केंद्रित एक ऑनलाइन प्रोपेगैंडा मैगजीन निकालने में भी भूमिका निभा चुका है। वह पिछले दो दशकों से जम्मू-कश्मीर में वॉन्टेड आतंकी है और अब अलग-अलग आतंकी संगठनों के बीच सहयोग बिठाकर कश्मीर में आतंक फैलाने की कोशिश में जुटा है।