एलपीजी सिलेंडर पर मोदी सरकार का बड़ा फैसला, उज्ज्वला योजना वाले सिलेंडर पर बढ़ी सब्सिडी

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नई दिल्ली: केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में केंद्र सरकार ने एलपीजी सिलेंडर पर अतिरिक्त 100 रुपये की सब्सिडी देने का ऐलान किया है। अब प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (Pradhan Mantri Ujjwala Yojana) में सब्सिडी बढ़ा दी गई है। सब्सिडी 200 रुपये से बढ़ाकर 300 रुपये कर दी गई है। केंद्र सरकार के कैबिनेट की बुधवार को बैठक हुई है। बैठक में सरकार ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों के लिए सब्सिडी राशि बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।

अब नई कटौती के बाद सिलेंडर की कीमत 603 रुपये

बता दें कि पिछले अगस्त महीने के अंत में दिल्ली में सामान्य ग्राहकों को घरेलू सिलेंडर 1103 रुपये में मिल रहा था। इसके बाद सरकार ने इसमें बड़ी कटौती करते हुए दो सौ रुपये सस्ता कर दिया तो सिलेंडर के दाम 903 रुपये हो गए। वहीं उज्ज्वला योजना के तहत आने वाले ग्राहकों को घरेलू सिलेंडर 703 रुपये में मिल रहा था। अब नई कटौती के बाद सिलेंडर की कीमत 603 रुपये हो गई है।

नई सब्सिडी कुल 300 रुपये

बता दें कि उज्ज्वला योजना की शुरुआत मई, 2016 में प्रधानमंत्री मोदी ने की थी। योजना के लाभार्थियों को पहली बार गैस सिलेंडर और एक गैस चूल्हा मुफ्त में दिया जाता है। अब तक सरकार योजना के लाभार्थियों को घरेलू गैस सिलेंडर पर 200 रुपये की सब्सिडी देती थी। अब इसे 100 रुपये बढ़ा दिया गया है। इसके साथ ही नई सब्सिडी कुल 300 रुपये की हो गई है।

एक महीने पहले के मुकाबले 500 रुपये सस्ता सिलेंडर

आपको बता दें कि बीते अगस्त महीने के आखिरी हफ्ते तक दिल्ली में सामान्य ग्राहकों को घरेलू एलपीजी सिलेंडर 1103 रुपये में मिल रहा था। इसके बाद सरकार ने बड़ी कटौती करते हुए 200 रुपये सस्ता कर दिया तो सिलेंडर के दाम 903 रुपये हो गए। वहीं, उज्जवला योजना के तहत आने वाले ग्राहकों को घरेलू सिलेंडर 703 रुपये में मिल रहा था। अब नई कटौती के बाद सिलेंडर की कीमत 603 रुपये हो गई है। इस तरह एक महीनेके भीतर लाभार्थियों को सामान्य ग्राहकों के मुकाबले सिलेंडर 500 रुपये कम दाम पर मिल रहा है।

अब तक कितनेलाभार्थी

इस योजना में अगले 3 साल तक महिलाओं को 75 लाख नए एलपीजी कनेक्शन दिए जाएंगे । 75 लाख नए कनेक्शन के साथ ही योजना के तहत लाभान्वित होने वाली कुल महिलाओं की संख्या बढ़कर 10.35 करोड़ हो जाएगी। बता दें कि इस योजना का मकसद लकड़ी या दूसरे तरीके से खाना पकाने वाली महिलाओं को धुंअे से बचाना था।