Murder : बेंगलुरु पुलिस ने 3 माह पहले शहर के अद्वैत आश्रय अपार्टमेंट की चौथी मंजिल से गिरकर हुई बच्चे की मौत के मामले में बड़ा खुलासा किया है। पुलिस द्वारा दायर आरोप पत्र के अनुसार बच्चे की हत्या की गई थी। डेंटिस्ट मां ने ऑटिज्म बीमारी से पीड़ित अपनी चार साल की बेटी को करीब 50 फीट की ऊंचाई से फेंक दिया था, जिससे उसकी मौत हुई थी।
घटना अगस्त माह में बेंगलुरु के संपनगिरामा नगर में स्थित अद्वैत आश्रय अपार्टमेंट में हुई थी। मामले में पुलिस ने मां डॉ. सुषमा भारद्वाज पर हत्या का आरोप लगाया है। मृत बच्ची बालाकृष्णा (4) ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (ASD) से पीड़ित थी। इस बीमारी के कारण उसे बोलने में तकलीफ के साथ मानसिक समस्या थी। आरोपी महिला ने पुलिस को बताया कि बीमार बेटी को रोज ऑटिज्म की थैरेपी के लिए ले जाना पड़ता था। इसके कारण उसकी निजी जिंदगी में खलल पड़ता था। बच्चे की बीमारी से वह तंग आ गई थी, इसलिए उसने अपार्टमेंट के चौथे माले स्थित फ्लैट से उसे फेंक दिया था।
पुलिस ने आरोप पत्र में 34 गवाहों के बयान भी पेश किए हैं। इनमें से तीन प्रत्यक्षदर्शी हैं। पुलिस के अनुसार आरोपी सुषमा भारद्वाज ने बेटी द्रिति की हत्या से एक महीने पहले उसे केएसआर बेंगलुरु रेलवे स्टेशन पर छोड़ने का प्रयास किया था। इसी दौरान एक रेलवे अधिकारी की नजर उस पर पड़ी और मासूम द्रिति को त्यागने की मां की कोशिश विफल हो गई थी। बच्ची को लावारिस के रूप में छोड़ने का प्रयास विफल होने से निराश होकर सुषमा ने उसे अपने अपार्टमेंट से फेंक कर मारने का फैसला किया था।
अद्वैत आश्रय अपार्टमेंट में हुई थी घटना
आरोपपत्र में कहा गया है कि सुषमा भारद्वाज ने इसी साल चार अगस्त को अद्वैत आश्रय अपार्टमेंट की चौथी मंजिल द्रिति को नीचे फेंक कर मार डाला। आरोप पत्र के साथ पुलिस ने सुषमा के अपार्टमेंट परिसर से बच्चे को फेंकने और बेंगलुरु रेलवे स्टेशन पर उसे छोड़ने के सीसीटीवी फुटेज भी पेश किए हैं।
मां ने 20 दिन की बेटी को गला दबाकर मारा
महाराष्ट्र के अकोला में एक महिला ने अपनी 20 दिन की बच्ची की हत्या कर दी। पुलिस ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी। पुलिस का दावा है कि बच्ची पैदा होने के बाद से ही बीमार रहती थी, इसलिए महिला ने उसे मार डाला।
कई दिनों से चल रहा था इलाज
महिला वाडी आदमपुर की रहने वाली है। वह पिछले महीने बच्ची को अपने मामा के साथ इलाज के लिए तेलहरा के अस्पताल ले गई थी। बच्ची का वहां कई दिन तक इलाज चला लेकिन आराम नहीं लगने की वजह से डॉक्टरों ने उसे अकोला के अस्पताल में रेफर कर दिया था।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हुआ हत्या का खुलासा
बच्ची को जब ओकला अस्पताल ले गए तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बाद में जब उसकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आई तो खुलासा हुआ कि बच्ची का गला दबाकर उसे मारा गया है। हालांकि दावा किया जा रहा है कि मां के हत्या करने के पीछे की वजह पूरी तरह साफ नहीं है। मामले की पूरी जांच होने के बाद ही खुलासा होगा।
दो दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा गया
पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के तहत हत्या का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कर लिया है। मंगलवार यानी 8 नवंबर को महिला को स्थानीय कोर्ट में पेश किया गया, जहां उसे दो दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया। आगे की जांच जारी है।