Shredded currency notes: रामपुर के शाहबाद में फोन की घंटी बजी तो पुलिस भी दौड़ पड़ी और नोट की कतरन बोरों में भरकर थाने ले आई। पुलिस का दावा है कि कतरन डमी करेंसी यानि बच्चों के खेलने वाले नोटों की है, लेकिन इनकी विशेषज्ञों से जांच कराई जाएगी। इसके बाद आगेकी कार्रवाई की जाएगी। ट्रक से भरभराकर सड़क पर नोटों की कतरन गिर गई। इसे देखकर लोग हैरान रह गए। कुछ ही देर में वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे।
घटना रामपुर के शाहबाद-बिलारी मार्ग पर मंगोली के पास सड़क पर कागज की इंडियन करंसी की कतरन पड़ी मिली। यह हवा में उड़ रही थी। सड़क पर गिरी नोटों की कतरनों को उड़ता देखकर राहगीर अचंभित हो उठे। लोग कतरन देखने पहुंचने लगे। राहगीर भी रुक-रुककर कतरन देखने लगे। जरा देर में इसकी वीडियो-फोटो वायरल होने लगी। इसके बाद जिले पर बैठे अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस को फोन किए तब उन्हें सड़क पर नोटों की कतरन बिखरे होने की खबर हुई। सूचना पाकर आनन-फानन पुलिस मौके पर पहुंच गई और कतरन भरकर थाने ले आईं। ये करीब दो बोरे कतरन थी। ग्रामीणों की मानें तो वहां से गुजरे एक ट्रक से कतरन गिरी थी। पुलिस के आने तक अधिकांश कतरन हवा से उड़कर दूर-दूर फैल गई थी। पुलिस को आधी मात्रा में ही कतरन मिल सकी। कतरन कुट्टी की भांति कटी हुई थी।
दस से लेकर दो हजार तक का नोट
दस से लेकर दो हजार तक का नोट है शामिल करंसी असली है या डमी। यह तो जांच के बाद ही तय होगा, लेकिन, कतरन मेंऐसा कोई नोट नहीं है, जो शामिल न हो। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दस से लेकर दो हजार रुपये तक के नोट कतरन में शामिल हैं। असली करंसी होने की आशंका इसलिए भी है कि इसमें तार के टुकड़े भी मिले हैं।
इनकम टैक्स के छापे से जोड़ रहे लोग
चर्चाओं का बाजार गर्म रहा। लोगों ने इसके तार रामपुर में पिछले दिनों पड़े इनकम टैक्स के छापे तक से जोड़ दिया। हालांकि जानकारों का यह कहना है कि ये बचकानी बात है। इनकम टैक्स के छापेके दौरान इतना मौका न तो मिल सकता है और मिलेगा भी तो व्यक्ति नोटों को कतरन में तब्दील करने के बजाए सुरक्षित कहीं ठिकाने लगाना पसंद करेगा। शाहबाद के इंस्पेक्टर अनुपम शर्मा ने बताया कि कतरन डमी करंसी (चिल्ड्रन नोट, जिनसेबच्चेखेलतेहैं) की लग रही हैं। इसे किसी ईंट भह्वा आदि पर जलाने के लिए ले जाया जा रहा होगा। लेकिन, इस में भी शंका बरकरार है कि असली करंसी तो नहीं।
लोगों ने कहा दो बोरे नोट देखने की तमन्ना हुई पूरी
दो बोरे कतरन मिलने पर तरह-तरह के व्यंग्य शुरू हो गए। लोगों ने कहा कि उनकी दो बोरे नोट देखने की वर्षों की ख्वाहिश पूरी हो गईं। अब ये मत कहना है कि किस्मत में नोट नहीं लिखे। कतरन लिखी। बाजार में तकादे के लिए पहुंचने वालों को भी दिन भर यही जवाब
मिला कि यहां नोट कहां रखे हैं, नोट लेने हैं तो मंगोली जाओ और बटोर लाओ।