नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ के एक दिन बाद महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने कहा कि भारत को भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा को राष्ट्रीय मिशन बनाने की जरूरत है।
भीड़ प्रबंधन के लिए एक खाका बनाने की जरूत
महिंद्रा ने कहा कि भारत को भीड़ प्रबंधन के लिए एक खाका (टेम्पलेट) बनाने की जरूरत है जिसमें प्रौद्योगिकी और प्रक्रिया विश्लेषण का संयोजन हो। उन्होंने हैदराबाद स्थित महिंद्रा विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग और प्रबंधन स्कूलों से इस समस्या पर मिलकर काम करने और एक टेम्पलेट तैयार करने का अनुरोध किया और कहा, ''हम सभी को इसमें योगदान देने की जरूरत है।''
यह एक दिल दहला देने वाली राष्ट्रीय त्रासदी
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की भगदड़ का जिक्र करते हुए महिंद्रा ने कहा कि यह एक दिल दहला देने वाली राष्ट्रीय त्रासदी थी।
आनंद महिंद्रा ने एक्स पर लिखा,
दुनिया के सबसे अधिक आबादी एवं सबसे कम प्रति व्यक्ति आय वाले देशों में से एक के रूप में हमें भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा को आस्था का विषय व राष्ट्रीय मिशन बनाने की जरूरत है।
बोम्मई ने भी उठाए सवाल
उधर, भाजपा सांसद बसवराज बोम्मई ने रविवार को कहा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ की गहन जांच होनी चाहिए। इसमें तीन बच्चों सहित 18 लोगों की मौत हो गई थी। उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशन पर भीड़ अभूतपूर्व थी क्योंकि लोग नई दिल्ली से उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जा रहे थे।
बोम्मई ने कहा, ''रेलवे अधिकारी अब हरकत में आ गए हैं और स्थिति सामान्य हो रही है। दिल्ली होते हुए प्रयागराज जाने वाले लोगों की भीड़ अभूतपूर्व है। इस भगदड़ की गहन जांच होनी चाहिए और उचित व्यवस्था की जानी चाहिए।''
डेरेक ओ ब्रायन का रेल मंत्री पर निशाना
इस बीच, तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने रविवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव पर कटाक्ष किया। उन्होंने अपने सहयोगी अभिषेक बनर्जी के लोकसभा में दिए गए भाषण का हवाला दिया। इसमें अभिषेक बनर्जी ने वैष्णव पर तीन मंत्रालयों के बीच 'बाजीगरी' करने का आरोप लगाया था।
एक हफ्ते पहले बनर्जी ने वैष्णव पर निशाना साधते हुए उन्हें 'आधा मंत्री' कहा था और यह भी कहा था कि भारतीय रेलवे को लाखों लोगों के लिए जीवन रेखा माना जाता है। इसे चलाना वह कोई 'साइड गिग' (गैर-जरूरी जिम्मेदारी) नहीं है।