प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन को देश को समर्पित किया. नए भवन का उद्घाटन वैदिक विधि विधान और सर्व धर्म प्रार्थना के साथ किया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां ‘सेंगोल’ को भी स्थापित किया. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी मौजूद थे. हालांकि कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी सहित कुछ विपक्षी दलों ने उद्घाटन समारोह का बहिष्कार किया. वहीं बीजेपी के साथ ही बीजू जनता दल, तेलुगुदेशम, बसपा और वाईएसआरसीपी जैसी पार्टियों ने इस समारोह का समर्थन किया. नए भवन में लोकसभा में 888 और राज्यसभा में 384 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था है। नई संसद को लेकर देश में राजनीति भी खूब हुई। लगभग पूरे विपक्ष ने नई संसद के उद्घाटन के मौके से किनारा कर लिया है।
प्रधानमंत्रीनरेंद्र मोदी उद्घाटन समारोह की शुरुआत पूजा से हुई, जो करीब एक घंटे तक चली। नए संसद भवन के उद्घाटन के लिए हवन हुआ। मंत्रोच्चार के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे विधि-विधान से पूजन कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान उनके साथ लोकसभा के सभापति ओम बिरला भी नए संसद भवन के उद्घाटन के लिए हो रहे हवन-पूजा में बैठे। यह हवन-पूजा कार्यक्रम करीब एक घंटे तक चला। तमिलनाडु से आए अधीनम संत मंत्रोच्चार के साथ हवन की विधि पूरी की।
सेंगोल के सामने दंडवत हुए मोदी
प्रधानमंत्रीमोदी पूजन हवन के बाद सेंगोल के सामने दंडवत हुए। साथ ही, संसद भवन में सेंगोल की स्थापना के बाद प्रधानमंत्रीनरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के विभिन्न अधीनम संतों का आशीर्वाद प्राप्त किया। देश के नए संसद भवन के निर्माण के लिए देशभर से अनोखी सामग्रियों को जुटाया गया है। जैसे नागपुर से सागौन की लकड़ी, राजस्थान के सरमथुरा से सैंडस्टोन, यूपी के मिर्जापुर की कालीन, अगरतला से बांस की लकड़ी और महाराष्ट्र के औरंगाबाद और जयपुर से अशोक प्रतीक को मंगवाया गया।
देश के लिए गर्व का दिन
प्रधानमंत्री मोदी सेंगोल को लोकसभा में स्थापित करने के लिए नए संसद भवन के अंदर पहुंचे थे। वह इस दौरान उत्साहित दिख रहे थे। आज देश के लिए बड़ा ही गर्व का दिन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह पर 75 रुपये का नया सिक्का भी जारी करेंगे। सिक्के पर नए संसद भवन का चित्र होगा। संसद की तस्वीर के ठीक नीचे वर्ष 2023 भी लिखा होगा।
प्रतिष्ठित लोग मौजूद
नई संसद में सर्वधर्म सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत सभी कैबिनेट मंत्री और अन्य राज्यों के सीएम समेत कई प्रतिष्ठित लोग मौजूद हैं। इस सर्वधर्म सभा में बौद्ध, जैन, पारसी, सिख समेत कई धर्मों के धर्मगुरु ने अपनी-अपनी प्रार्थनाएं कीं। वहीं, इससे पहले, केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर कहा कि ये एक ऐतिहासिक दिन है जब प्रधानमंत्री देश को एक नया और आधुनिक संसद भवन समर्पित करेंगे। मैं सभी भारतीयों की इच्छाओं को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्रीका आभार व्यक्त करता हूं। हमें इस पल पर गर्व होना चाहिए।
धर्मगुरुओं ने की पूजा
देश की नई संसद का उद्घाटन होने के बाद पार्लियामेंट परिसर में सर्वधर्म सभा का आयोजन किया गया। इसमें अलग-अलग धर्मों के विद्धानों और गुरुजनों ने अपने धर्म के बारे में विचार रखें और पूजा की। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला और पूरी केंद्रीय कैबिनेट मौजूद रही। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन के उद्घाटन के बाद भवन के निर्माण में काम करने वाले श्रमिकों को सम्मानित भी किया।