नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नए संसद भवन के उद्घाटन के अवसर पर रविवार को 75 रुपये का एक विशेष सिक्का जारी किया। इस दौरान उन्होंने विशेष स्मारक डाक टिकट भी जारी किया। बता दें कि देश अपनी आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है। इससे पहले आज पीएम मोदी ने राष्ट्र को नया संसद भवन समर्पित किया। इसी के साथ उन्होंने लोकसभा कक्ष में ऐतिहासिक सेंगोल स्थापित किया।
क्या है 75 रुपये के सिक्के की खासियत
दरअसल, 75 रुपये के इस नए सिक्के का आकार 44 मिलीमीटर वृत्ताकार है। इसका मानक वजन 35 ग्राम है। सिक्के के अग्र भाग पर मध्य में अशोक स्तम्भ का सिंह शीर्ष है और इसके नीचे ‘सत्यमेव जयते’ लिखा हुआ है। उसके बाईं ओर देवनागरी लिपि में ‘भारत’ शब्द और दाईं ओर अंग्रेजी में ‘इंडिया’ शब्द लिखा हुआ है। सिंह स्तंभ शीर्ष के नीचे रुपये का प्रतीक चिन्ह और अंतरराष्ट्रीय अंकों में अंकित मूल्य ’75’ भी लिखा हुआ है।
साथ ही संसद परिसर की तस्वीर के नीचे अंतरराष्ट्रीय अंक में वर्ष ‘2023’ लिखा हुआ है। सिक्के के पृष्ठ भाग में संसद भवन का चित्र है और सिक्के के ऊपरी परिधि पर देवनागरी लिपि में ‘संसद संकुल’ लिखा है। निचली परिधि पर अंग्रेजी में ‘पार्लियामेंट काम्प्लेक्स’ लिखा है।
चांदी-तांबा से मिलकर बना है 75 रुपये का सिक्का
बता दें कि 200 सेररेशन वाला सिक्का 50 फीसद चांदी, 40 फीसद तांबा, 5 फीसद निकेल और 5 फीसदी जिंक से बना है। पुराने संसद भवन का उद्घाटन 18 जनवरी 1927 को तत्कालीन गवर्नर-जनरल लॉर्ड इरविन ने किया था। नए संसद भवन में लोकसभा में 888 और राज्यसभा में 300 सदस्यों के बैठने की क्षमता है। संसद के पुराने भवन में लोकसभा में 543 और राज्यसभा में 250 सदस्यों के बैठने का प्रावधान था।