अंबालाः भारत में कई ऐसे अद्भुत तीर्थ स्थल है, जहां ऐसे ऐसे चमत्कार होते हैं जिनके कारण इन मंदिरों की प्रसिद्धि दूर दूर तक फैली है। क्या आप जानते हैं कि हरियाणा में जैन धर्म को समर्पित एक तीर्थ है, जिसका सौंदर्य अलौकिक है और इतिहास अद्भुत। मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ पूरे साल भर लगी रहती है। आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे मे बाता रहें है जिस मंदिर में केसर बारिश हुई थी।
पवित्र तीर्थ क्षेत्र जैन सम्प्रदाय की आस्था का केंद्र है
यह पावन और पवित्र तीर्थक्षेत्र जैन सम्प्रदाय की आस्था का केंद्र है। यही कारण है कि इस क्षेत्र की श्रद्धालुओं में बहुत मान्यता है और दर्शन करने हेतु श्रद्धालुगण दूर-दूर से यहां आते हैं। अंबाला शहर के सर्राफा बाजार में बना भगवान सुपार्श्वनाथ जी को समर्पित श्वेतांबर मंदिर का निर्माण 129 साल पूर्व स्वर्गीय जैनाचार्य श्रीमद विजयानंद सूरी जी महाराज ने करवाया था। श्रद्धालुओं का कहना है कि करीब 15 साल पहले भगवान की मूर्ति पर केसर की बारिश हुई थी। माना जाता है कि भगवान सुपार्श्वनाथ की मूर्ति में चमत्कारी शक्तियां हैं।
अंगवस्त्र गुंबद के पास रखते ही बारिश बंद
श्वेतांबर मंदिर में आए श्रद्धालुओं और मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य ने बताया कि जब मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम चल रहा था तब बहुत तेज बारिश होने लगी। उस समय गुरुदेव ने अपना अंगवस्त्र देते हुए कहा कि इसे ऊपर गुंबद के पास रख दो। अंगवस्त्र गुंबद के पास रखते ही बारिश बंद हो गई और प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम बिना किसी रुकावट के संपन्न हो गया।
मंदिर में लोहे का इस्तेमाल नहीं
ऐसा माना जाता है कि अगर पूरी श्रद्धा के साथ प्रार्थना की जाए तो भगवान तीर्थयात्रियों की मनोकामना पूरी करते हैं। बताया कि इस मंदिर में लोहे का इस्तेमाल नहीं किया गया है। यहां खास पत्थर लगे हैं। दरवाजों के कब्जे भी पीतल के हैं। बताया कि जैन मंदिरों में किसी प्रकार का प्रसाद नहीं चढ़ाया जाता और न ही बांटा जाता है। इस मंदिर के लिए श्रद्धालुओं के मन में परम श्रद्धा है। देश के कोने-कोने से लोग मंदिर में दर्शन करने आते हैं।