तिरुमला (आंध्र प्रदेश): तिरुमला के भगवान वेंकटेश्वर की महिमा को देश के उत्तर-पूर्वी राज्यों तक पहुंचाने के लिए एक बड़ा कदम उठाते हुए असम सरकार ने भगवान वेंकटेश्वर के दिव्य मंदिर के निर्माण के लिए गुवाहाटी में जमीन देने का निर्णय लिया है.
इस संबंध में तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) के चेयरमैन बीआर नायडू ने शनिवार को एक बयान में बताया कि असम सरकार ने भगवान वेंकटेश्वर के दिव्य मंदिर के निर्माण के लिए गुवाहाटी में 25 एकड़ जमीन देने का फ़ैसला किया है.
मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने असम के सीएम को लिखा पत्र
बता दें कि कि मंदिर बनाने के लिए पहले असम के गरचुक इलाके में जमीन दी गई थी, लेकिन, क्योंकि वहां पहले से ही भगवान का एक स्थानीय मंदिर था, इसलिए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने TTD चेयरमैन के अनुरोध पर असम के मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखकर गुवाहाटी में जमीन देने का अनुरोध किया.
नायडू ने अपने लेटर में कहा, "क्योंकि गुवाहाटी पूरे नॉर्थ-ईस्ट के लिए एक जरूरी हब है, इसलिए मैं दिव्यक्षेत्र बनाने के लिए जमीन को लगभग 25 एकड़ तक बढ़ाने की सलाह देता हूं. मैं असम सरकार से यह भी कहना चाहता हूं कि वह दी जाने वाली जमीन पर अलग-अलग डेवलपमेंट कामों को शुरू करने के लिए फाइनेंशियल मदद देने पर विचार करे."
गुवाहाटी में 25 एकड़ जमीन को दी मंजूरी
इसके बाद असम सरकार ने गुवाहाटी में TTD को 25 एकड़ जमीन देने के लिए अपनी सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है. TTD चेयरमैन ने कहा कि वे प्रस्तावित प्रोजेक्ट के विकास के कामों के लिए जरूरी आर्थिक मदद देंगे. उन्होंने यह भी बताया कि उत्तर-पूर्वी भारत में पहले भगवान वेंकटेश्वर मंदिर का निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होगा.
पॉजिटिव जवाब देते हुए असम के मुख्यमंत्री ने गुवाहाटी में TTD को 25 एकड़ जमीन देने के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दे दी और प्रस्तावित जगह पर डेवलपमेंट के काम करने के लिए जरूरी फाइनेंशियल मदद देने पर भी सहमत हुए.
तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ने दिया धन्यवाद
वहीं, बी आर नायडू ने इस मुद्दे को सुलझाने के लिए दोनों मुख्यमंत्रियों को दिल से धन्यवाद दिया, और भरोसा दिलाया कि TTD जमीन देने की प्रक्रिया से जुड़ी औपचारिकताएं पूरी करने के लिए असम सरकार के साथ मिलकर काम करेगा और बहुत जल्द पूर्वोत्तर भारत में पहले भगवान बालाजी मंदिर का कंस्ट्रक्शन का काम शुरू करेगा.









