Tuesday, July 29, 2025
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इजराइल ने गाजा में पहली बार मदद पहुंचाई

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गाजा। इजराइल ने हमास के खिलाफ जंग के बाद रविवार को पहली बार गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाई है। इजराइली सेना ने आटा, चीनी, दवाई और डिब्बाबंद खाना गाजा में हवाई मार्ग से पहुंचाया। यह कदम अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ मिलकर उठाया गया। वहीं, इजराइल ने गाजा के कुछ हिस्सों में सीजफायर और संयुक्त राष्ट्र के लिए सुरक्षित रास्ते बनाने का भी ऐलान किया ताकि वहां की जनता को मदद पहुंचाया जा सके। मार्च से मई तक इजराइल ने गाजा में बाहरी सहायता पर रोक लगा दी थी।
अब इजराइल का कहना है कि वह यूएन की सहायता वितरण में रुकावट नहीं डाल रहा। गाजा में इजराइल-हमास जंग को शुरू हुए 22 महीने हो चुके हैं। अब तक इस लड़ाई की वजह से 124 लोग भूख से मारे गए हैं, जिनमें से 81 बच्चे हैं। जुलाई महीने में ही भूख से 40 लोगों की मौत हुई, जिनमें 16 बच्चे हैं।

गाजा को एयर रूट से मदद मिलाना शुरू
इजराइली सेना ने पुष्टि की कि उन्होंने गाजा में एयर रूट से मदद भेजना शुरू कर दिया है। इससे पहले एक इजराइली सुरक्षा अधिकारी ने बताया था कि गाजा में भुखमरी के संकट पर बढ़ती अंतरराष्ट्रीय आलोचना के बीच इजराइल विदेशी देशों को गाजा में एयर रूट से मदद भेजने की इजाजत देगा। अमेरिका में इजराइल के राजदूत येचील लेइटर ने बताया कि इजराइली सेना रविवार से गाजा के लिए ह्यूमेटेरियन कॉरिडोर खोलेगी। इनका मकसद गाजा की आबादी के लिए मानवीय सहायता बढ़ाना है।

राजस्थान कांड के बाद सख्ती: सभी स्कूलों में होगा सुरक्षा ऑडिट

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नई दिल्ली, सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने स्कूलों में अनिवार्य सुरक्षा ऑडिट कराने के निर्देश जारी किए हैं। शिक्षा मंत्रालय की ओर से इसे अनिवार्य बताया गया है। यह कदम राजस्थान की उस घटना के बाद उठाया गया है, जब एक स्कूल की छत गिरने से सात बच्चों की मौत हो गई और कई बच्चे मलबे में दब गए। शिक्षा मंत्रालय की ओर से स्कूलों के सुरक्षा ऑडिट को लेकर विस्तृत दिशा निर्देश और सुझाव की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर भी दी गई है। इसके तहत सभी स्कूलों को सुरक्षा ऑडिट का पालन करना होगा, जिसमें अग्नि सुरक्षा, मानसिक स्वास्थ्य और एक रिपोर्टिंग तंत्र भी शामिल है। शिक्षा मंत्रालय की ओर से एक पोस्ट शेयर किया गया है। इसमें लिखा गया है कि सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाने का निर्देश जारी किया है। इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा संहिताओं के अनुसार स्कूलों और बच्चों से संबंधित सुविधाओं का अनिवार्य सुरक्षा ऑडिट, कर्मचारियों और छात्रों कोआपातकालीन तैयारियों का प्रशिक्षण, और परामर्श एवं सहकर्मी नेटवर्क के माध्यम से मनोवैज्ञानिक सहायता प्रदान करना शामिल है।

नागपंचमी पर रात में खुलेंगे नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट, जानें पूजा का समय और रूट

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उज्जैन: 28 जुलाई को श्रावण मास का तीसरा सोमवार है. जहां सावन के तीसरे सोमवार को महाकाल अपनी प्रजा का हाल जानने निकलेंगे. वहीं उसके अगले दिन यानि 29 जुलाई मंगलवार को नागपंचमी है. इस दिन साल में एक बार महाकाल मंदिर के शिखर पर विराजमान सिद्धेश्वर महादेव व नागचंद्रेश्वर भक्तों को 24 घंटे के लिए दर्शन देते है. 28 जुलाई की ही रात 12 बजे नागचंद्रेश्वर के दर्शन के लिए पट खुल जाएंगे. इस बार मंदिर समिति ने 10 लाख श्रद्धालुओं के दो दिन में आने का अनुमान लगाया है.

भगवान महाकाल और नागचंद्रेश्वर दर्शन के लिए अलग द्वार

भगवान महाकाल के दर्शन करना हो तो आपको श्री महाकाल लोक के नंदी द्वार से होते हुए मानसरोवर द्वार आना होगा. जहां टनल मार्ग से होते हुए कार्तिक मण्डपं, गणेश मण्डपं से भगवान के दर्शन लाभ और आपातकालीन मार्ग से मंदिर के बाहर की और का रास्ता रहेगा. इस बीच लड्डू प्रसादी, जुता स्टैंड, पीने का पानी, बारिश में शेड व मेडिकल और अन्य सभी इमरजेंसी के लिए तमाम व्यवस्था रहेगी.

प्रोटोकॉल कार्यालय एवं गेट नंबर 4 से 250 रु शीघ्र दर्शन टिकट लेकर दर्शनार्थी गेट नंबर 4 एवं शंख द्वार से प्रवेश कर हर रोज की तरह भगवान में दर्शन लाभ ले सकेंगे, लेकिन ये व्यवस्था ज्यादा भीड़ होंने पर बंद कर दी जाती है. बुजुर्ग और दिव्यांगों के लिए ई-कार्ट एवं व्हील चेयर की व्यवस्था मिल जाएगी.

नागचंद्रेश्वर के दर्शन के लिए

28 जुलाई की रात 12 बजे पट खुलेंगे. उसके पहले ही दर्शनार्थियों का लाइन में लगने का क्रम शुरू हो जाएगा. जो 29 जुलाई की रात 12 बजे तक जारी रहेगा. श्रद्धालूओं को महाकाल मंदिर के पीछे हरसिद्धि मंदिर के पास चार धाम मंदिर के यहां से नागचंद्रेश्वर के दर्शन के लिए लाइन में लगना होगा. चारधाम से हरसिद्धि, बड़ागणेश मंदिर बैरिकेडिंग से होते हुए गेट नंबर 4 से प्रवेश मिलेगा जो विश्राम धाम होते हुए एयरो ब्रीज से सीधा नागचंद्रेश्वर के दर्शन लिए जाएगा.

चोरी की गजब कहानी: पड़ोसी के गहने चुराए, बैंक में रखे गिरवी और ले लिया लोन, पति-पत्नी अरेस्ट

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झारखंड के रांची में एक हाई प्रोफाइल चोरी के मामले में पति-पत्नी को गिरफ्तार किया गया है. सीएमपीडीआई की कर्मचारी कविता शर्मा और उसके पति विकास बहादुर को चोरी के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है. रांची पुलिस ने पति-पत्नी के पास से सोने और हीरे के लगभग 26 लाख रुपए के जेवरात बरामद किए हैं. दरअसल, 7 मई को झारखंड की रांची के गोंदा थाना क्षेत्र अंतर्गत कांके रोड स्थित कोयला कंपनी सीएमपीडीआई की कर्मचारी रानी कुमारी पति अमन कुमार सिंह के घर से लगभग 298 ग्राम सोने और हीरे के जेवरात की चोरी हुई थी. यह चोरी 30 लाख की हुई थी.

इसे लेकर पीड़ित कर्मचारी रानी कुमारी ने गोंदा थाना में अज्ञात के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी. रांची में कोयला कर्मचारियों के घर हुई हाई प्रोफाइल चोरी मामले के आवेदन देकर रांची के एसएसपी ने पुलिस उपाधीक्षक सदर के नेतृत्व में गोंदा थाना की पुलिस के साथ मिलकर एक टीम का गठन किया गया था. गठित टीम को चोरी के इस मामले की जानकारी मिली थी. पीड़िता के पड़ोस में रहने वाली सीएमपीडीआई की ही एक दूसरी महिला कर्मचारी कविता शर्मा, जो अक्सर उनके घर आया जाया करती थी. उसी ने इस हाई प्रोफाइल चोरी की घटना को अंजाम दिया और चोरी के सभी जेवरात को कूरियर के जरिए हैदराबाद में रहने वाले अपने एक दोस्त को भेज दिए. फिर एक फर्जी जेवरात की खरीदारी से संबंधित बिल भी भेज दिया.

6 लाख का ले लिया था लोन

इसके बाद चोरी के गहनों को हैदराबाद स्थित मुथूट फाइनेंस में गिरवी रखकर 5.43 लाख रुपए का लोन ले लिया. इस चोरी की वारदात को बेहद शातिराना ढंग से अंजाम दिया गया. पति-पत्नी की जोड़ी के अलावा चोरी के गहनों को मुथूट फाइनेंस में गिरवी रखकर लोन लेने के पूरे काम में 2 से 3 और लोग भी शामिल हैं, जिनकी धरपकड़ के लिए पुलिस दबाव दे रही है. रांची में हुई हाई प्रोफाइल चोरी के मामले को लेकर रांची के एसएसपी सह डीआईजी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि रानी कुमारी घर पर चोरी हुई थी, जिसे उनके पड़ोस में ही रहने वाली कविता शर्मा ने ही अंजाम दिया था. दोनों सीएमपीडीआई के ही कर्मचारी हैं. एक दूसरे के घर आना-जाना था और दोनों एक दूसरे को जानते थे.

आरोपी पति-पत्नी को किया गिरफ्तार

उन्होंने आगे बताया कि 7 मई को रानी कुमारी के घर पर चोरी हुई थी. उन्होंने कविता शर्मा पर शक जाहिर किया था. पुलिस ने कविता शर्मा के बैंक स्टेटमेंट को खंगाला, जिसमें कुछ ट्रांजेक्शन पाया गया, जिसके आधार पर सीएमपीडीआई कॉलोनी की रहने वाली महिला कर्मी कविता शर्मा और उनके पति विकास बहादुर को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों के पास से चोरी के सोने और हीरे के 26 लाख के जेवरात भी बरामद कर लिए गए है. इस मामले में शामिल और लोगों को भी गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है.

खुशी बदली मातम में: डैम में नहाने गए चार युवकों ने गंवाई जान, एक साथ उठीं चार अर्थियां

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झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले के खरसावां थाना इलाके में एक दर्दनाक हादसा हो गया. यहां डैम में नहाने गए चार लड़कों की पानी में डुबने से मौत हो गई. ये हादसा खरसावां थाना क्षेत्र अंतर्गत दलाईकला गांव में हुआ. यहां स्थित चेक डैम शनिवार को मौत वाली डैम के रूप में तब्दील हो गई. इस चेक डैम में नहाने के लिए छह दोस्त पहुंचे थे.

हालांकि दो दोस्त डैम के बाहर ही खड़े रहे, जबकि चार दोस्तों ने डैम में नहाने के लिए जैसे ही छलांग लगाई, वैसे ही उन चारों की पानी में डूबने से मौत हो गई. आशंका व्यक्त की जा रही है कि जैसे ही चारों लड़कों ने पानी में छलांग लगाई, वैसे ही डैम के पानी के निचले सतह पर मौजूद किसी बड़े पत्थर या स्लैब से सभी का सर टकरा गया, जिसके बाद चारों युवक पानी के अंदर ही बेहोश हो गए.

पूरे गांव में पसरा मातम

इस कारण चारों युवक पानी में डूब गए और चारों की मौत ह्यो गई. इधर दलाईकला गांव के चार लड़कों के चेक डैम में डूबने के कारण मौत होने की सूचना मिलते ही पूरे गांव में मातम पसर गया. मामले की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची खरसावां थाना की पुलिस ने चारों मृतक लड़कों के शव को डैम के अंदर से बरामद करते हुए पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा और इस पूरे मामले की जांच में जुट गई है.

सभी मृतक एक ही गांव के थे

मृतक लड़कों की पहचान गौरव मंडल, सुनील साहू, मनोज साहू और हरिवास दास के रूप में की गई है. चारों मृतक लड़कों की आयु 18 से 21 वर्ष के बीच थी. सभी दलाईकला गांव के ही रहने वाले थे. इस हृदयविदारक हादसे से पहले झारखंड के ही गढ़वा जिले के सदर थाना अंतर्गत उड़सुगी गांव में 15 अप्रैल 2025 को गांव के ही एक डोभा (छोटा तालाब ) में नहाने के दौरान डूबने से चार बच्चों की मौत हो गई थी.

मृतक बच्चों की पहचान बाबूलाल चंद्रवंशी के 13 वर्षिय बेटे हरिओम चंद्रवंशी और 16 वर्षीय बेटे नारायण चंद्रवंशी (दोनों सगे भाई) के अलावा अवधेश राम के आठ वर्षीय बेटा लक्की कुमार और संतोष राम के 12 वर्षीय बेटे अक्षय कुमार के रुप में की गई थी.

दहला देने वाली वारदात: रांची में घर में घुसकर युवती पर बदमाश ने छिड़का पेट्रोल, सनसनी

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झारखंड की राजधानी रांची में बेखौफ अपराधियों ने दिनदहाड़े घर में घुसकर एक युवती पर पेट्रोल छिड़क कर जान से मारने की कोशिश की. वहीं युवती के ऊपर पेट्रोल छिड़कने की सूचना से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया. पहले तो परिजन को लगा कि आरोपी ने युवती के ऊपर एसिड से अटैक किया है. हालांकि जब आनन-फानन में पीड़िता को एक निजी अस्पताल पहुंचाया गया तब जांच में पता चला कि उसके ऊपर पेट्रोल फेंका है, जो उसकी आंखों में चला गया है.

पेट्रोल कांड की यह पूरी घटना रांची के कांके थाना क्षेत्र अंतर्गत टेंडर ग्राम की है. यहां की रहने वाली 21 वर्षीय युवती जो अपने घर में आराम कर रही थी. इस दौरान बदमाशों ने घर में घुसकर उसके ऊपर पेट्रोल फेंक दिया, जिससे उसे चेहरे और आंखों में जलन महसूस हुई. पीड़िता को एक निजी आई हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है, जहां डॉक्टर उसका इलाज कर रहे हैं.

सीएम सोरेन ने दिए निर्देश

वहीं दूसरी तरफ युवती पर घर में घुसकर पेट्रोल छिड़कने की घटना की जानकारी होने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया के माध्यम से इस मामले में रांची पुलिस को जांच कर आरोपी की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. साथ ही पीड़िता को बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान करने का भी निर्देश, रांची के उपायुक्त और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी को दिया है.

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लिखा कि रांची पुलिस मामले की जांच कर आरोपी की तत्काल गिरफ्तार करे. साथ ही बेटी को बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान कराने के निर्देश दिए हैं.

जांच जुटे पुलिस अधिकारी

रांची पुलिस को मामले की जानकारी मिलने के बाद कार्रवाई कर रही है. वहीं घटनास्थल पर कई सीनियर पुलिस अधिकारियों के नेतृत्व में जांच की गई. पीड़िता के बेहतर व प्रभावी इलाज के लिए चिकित्सकों की टीम काम कर रही है. डॉक्टरों के अनुसार, पीड़िता खतरे से बाहर है तथा उस पर एसिड से हमला नहीं किया गया है. पेट्रोल आंखों में छिड़का गया है. युवती की आंखों को कोई स्थाई क्षति नहीं पहुंची है. वह कल तक बिल्कुल ठीक हो जाएगी.

वॉलमार्ट स्टोर में चाकूबाजी, 11 घायल

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न्यूयार्क।  अमेरिका के उत्तरी मिशिगन में शनिवार को ट्रैवर्स सिटी में एक वॉलमार्ट स्टोर में चाकूबाजी की घटना में 11 लोग घायल हो गए। मिशिगन स्टेट पुलिस ने बताया कि संदिग्ध को हिरासत में ले लिया गया है और मामले की जांच जारी है। मिशिगन स्टेट पुलिस के सिक्स्थ डिस्ट्रिक्ट ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा- संदिग्ध हिरासत में है, लेकिन अभी जानकारी सीमित है। पुलिस ने लोगों से जांच पूरी होने तक घटनास्थल के आसपास न आने की अपील की है। मुनसन मेडिकल सेंटर में सभी 11 घायलों का इलाज चल रहा है। वॉलमार्ट के प्रवक्ता जो पेनिंगटन ने कहा कि कंपनी पुलिस के साथ पूरी तरह सहयोग कर रही है। उन्होंने एक ईमेल में कहा कि हम पुलिस के साथ काम कर रहे हैं और अभी सभी सवालों के लिए उनसे ही संपर्क करें।

राहुल की बाबासाहेब से तुलना दलितों का अपमान: जनक राम ने की कांग्रेस से माफी की मांग

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पटना। बिहार के मंत्री और भाजपा के नेता जनक राम ने कांग्रेस नेता उदित राज द्वारा राहुल गांधी की तुलना डॉ. भीमराव अंबेडकर से किए जाने पर भड़क गए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कभी भी भीमराव अंबेडकर को सम्मान नहीं दिया और अब दूसरे भीमराव अंबेडकर की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर की तुलना किसी से करना अंबेडकर का अपमान है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 67 साल सत्ता में रहते हुए दलित, ओबीसी समुदाय को सिर्फ वोट बैंक समझा, लेकिन कभी उनके विकास के लिए ईमानदारी से काम नहीं किया। कांग्रेस ने समाज को धोखा दिया है। उन्होंने कहा कि जनता कांग्रेस को कभी माफ नहीं करेगी। यह वही कांग्रेस है जिसने अंबेडकर को भारत रत्न देने में भी देरी की जबकि अपने परिवार को भारत रत्न लेने में देरी नहीं की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की राजनीति शुरू से ही तलवे चाटने की रही है। इसी को लेकर कांग्रेस में होड़ मची रहती है। इसी का परिणाम है कि कांग्रेस नेता ऐसी तुलना कर रहे हैं। भाजपा नेता और बिहार के मंत्री जनक राम ने कहा कि राहुल गांधी सही अर्थों में एक असफल नेता रहे हैं। उन्होंने अगर भारत की राजनीति में कोई याद भी रखेगा तो एक असफल नेता के रूप में याद रखेगा। कांग्रेस पर दलित समाज का अपमान करने का आरोप लगाते हुए बिहार के मंत्री ने कहा कि गांधी परिवार को खुश करने के लिए कांग्रेस ने पूरे दलित समाज का अपमान किया है। कांग्रेस को इसके लिए माफ़ी मांगनी चाहिए।

बारिश में दरगाह का हाल बेहाल: अजमेर में 500 साल पुराने हुजरे, दीवारें और दालान हुए जर्जर

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अजमेर/ देश-विदेश के लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का अजमेर दरगाह पवित्र केंद्र है. ये दरगाह आज अपनी बदहाल स्थिति के कारण सवालों के घेरे में है. सालों से लोग यहां श्रद्धा से चादर चढ़ाने आते हैं, लेकिन अब इस ऐतिहासिक धरोहर की हालत चिंताजनक हो चुकी है. सैकड़ों साल पुराने हुजरे, दीवारें और दालान जर्जर हो चुके हैं. हाल की बारिश में तो हद हो गई. यहां कई छज्जे टूट गए, दीवारों में दरारें साफ दिख रही हैं. यह शर्मनाक स्थिति अब सिर्फ अजमेर तक सीमित नहीं है।.ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू को पत्र लिखकर तुरंत हस्तक्षेप की मांग की है. जिसमें कहा गया है कि क्या इस पवित्र धरोहर को यूं ही मरने दिया जाएगा?

दरगाह कमेटी के सीईओ मोहम्मद बिलाल खान इस धरोहर को बचाने की जंग लड़ रहे हैं. उन्होंने बताया कि बारिश के बाद टूटे छज्जों का निरीक्षण कर मरम्मत का काम शुरू कर दिया गया है. आस्ताना शरीफ के गुंबद को वॉटरप्रूफ करने के लिए डॉक्टर फिक्सिट का इस्तेमाल किया गया. बिलाल खान, जिन्होंने चार दशक बीएसएफ में देश की सेवा की. उन्होंने कहा कि हमने बच्चे नहीं पाले, सिर्फ मातृभूमि की खिदमत की और अब इस दरगाह को बचाने की हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं. उनके नेतृत्व में गुंबद की वॉटरप्रूफिंग हुई, दालान और महिला क्षेत्र में सुधार शुरू हुए.

खादिमों को हुजरे खाली करने के नोटिस दिए गए. ताकि मूल स्वरूप बिना छेड़े मरम्मत हो सके, लेकिन बारिश की बेरहमी और संसाधनों की कमी ने उनके हाथ बांध दिए. फिर भी वह रात-दिन इस धरोहर को बचाने में जुटे हैं. उनकी आंखों में बेचैनी और दिल में एक ऐसा दर्द है, जो शब्दों में बयां नहीं हो सकता.

क्या बोले खादिम सैयद फखरे मोइन चिश्ती?

लेकिन सवाल यह है कि इतने प्रयासों के बावजूद बिलाल खान क्यों आरोपों के घेरे में हैं? क्या आगामी चुनावों की सियासत उनकी मेहनत को नजरअंदाज कर रही है? खादिम सैयद फखरे मोइन चिश्ती ने कमेटी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि लगातार चेतावनी देने के बाद भी कमेटी सिर्फ दिखावटी काम कर रही है. रिसते हुजरों की मरम्मत के नाम पर खानापूर्ति हो रही है, और अब खादिमों को हुजरे खाली करने के नोटिस थमाए जा रहे हैं. अगर यही हाल आस्ताना शरीफ का हो तो क्या उसे भी बंद कर दोगे?” कमेटी ने अपने जवाब में कहा कि अगर हुजरे खाली नहीं होंगे, तो नया निर्माण कैसे होगा?

धरोहर बचाने की कोशिश

कई जगहों पर मरम्मत के लिए टेंडर जारी किए गए हैं. दालान और महिला क्षेत्र जैसी प्राथमिकताओं पर ध्यान दिया जा रहा है. लेकिन सवाल उठता है कि दान का पैसा कहां जा रहा है? खादिमों के हुजरों का पैसा कहां है? इसका कोई हिसाब क्यों नहीं?” यह शर्मनाक है कि पवित्र दरगाह की ऐसी दुर्दशा हो रही है, और कमेटी पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं. क्या इस धरोहर को बचाने की जिम्मेदारी कोई लेगा, या सिर्फ सियासत और आरोपों का खेल चलेगा?

500 साल पुराने हुजरे मांग रहे मरम्मत

पीर सैयद फखर काजमी चिश्ती ने दरगाह के इतिहास और संरचना के बारे में बताया कि परिसर में 500 साल पुराने हुजरे हैं, जो अकबर के शासनकाल में बने थे. इन दीवारों को उस समय गारा, चूना और बालू से तैयार किया गया था, जो अब कमजोर हो चुके हैं. पिछले साल 60 और 61 नंबर के हुजरे गिर चुके हैं. जिस 60-61 नंबर हुजरे के गिरने की बात की जा रही है, उसका निर्माण तो 2023 में हो चुका है. दरगाह कमेटी ने कहा था कि आपको मूल स्वरूप नहीं बदलना है, इसके बावजूद उसे बदला गया. जिस चीज पर बवाल किया जा रहा है, वह तो आम सूचना का नोटिस है. यह उन सभी हुजरों के लिए है, जिनकी हालत गंभीर बनी हुई है. अगर वे इन्हें खाली करेंगे, तो हम बनाकर देंगे ताकि कोई हादसा न हो. जिन हादसों का हवाला वे दे रहे हैं, वह 60-61 नंबर के हुजरे के गिरने पर आधारित है. दरगाह कमेटी माइनॉरिटी ऑफ इंडिया की ऑटोनोमस बॉडी है, जो दरगाह ख्वाजा साहब एक्ट 1955 के तहत संचालित होती है.

सरकारी स्कूलों की जर्जर हालत जारी: झालावाड़ के बाद अब उदयपुर में भी गिरी स्कूल की छत, गुस्साए गांववालों ने किया प्रदर्शन

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राजस्थान के झालावाड़ में जर्जर स्कूल की छत गिरने से सात बच्चों की मौत का मामला अभी शांत नहीं हुआ है. इसी बीच 2 दिनो में ही धीरे-धीरे और स्कूलों के जर्जर भवन गिरना शुरू हो चुके हैं. उदयपुर के राजकीय विद्यालय की छत रविवार को भरभरा कर गिर गई. यह तो गनीमत रही की रविवार को अवकाश रहता है. अन्यथा कोई बड़ा हादसा यहां पर भी हो सकता था.

उदयपुर ब्लाक के वल्लभनगर के रुपावली गांव में सरकारी स्कूल राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय की छत रविवार सुबह गिर गई. ग्रामीणों को विद्यालय की छत गिरने की जानकारी मिली तो वो मौके पर पहुंचे और प्रशासन और सरकार पर सवाल खड़े किए. ग्रामीणों ने कहा कि राजस्थान में सरकार और प्रशाशन तो हादसे होने के बाद जागते हैं.

स्कूल पर ताला लगाकर ग्रामीणों ने किया था प्रदर्शन

ग्रामीणों ने कहा कि झालावाड़ में हादसा हुआ उसके बाद सरकार और प्रशासन की नींद उड़ी. बाकी बहुत समय से इस तरह के कई जर्जर भवन स्कूलों में हैं और उन पर कोई ध्यान देने वाला नहीं है. रुपावली के सरकारी स्कूल में जर्जर भवन को लेकर एक दिन पहले ही ग्रामीणों ने विद्यालय में ताला लगाकर प्रदर्शन किया था. साथ ही भवन की मरम्मत करवाने की मांग की थी.

ग्रामीणों में है खौफ का माहौल

ग्रामीणों में भी खौफ का माहौल है कि वो उनके बच्चों को ऐसी स्थिति में स्कूल भेजें और पीछे से हादसा हो जाए तो कौन जिम्मेदार होगा, क्योंकि रिपेयरिंग और निर्माण के लिए कई बार मांग उठाई गई, लेकिन अभी तक मांग सुनी नहीं गई है. गौरतलब है कि दो दिन पहले शुक्रवार को राजस्थान के झालावाड़ के मनोहरथाना ब्लॉक के पिपलोदी गांव में राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय की छत गिर गई थी.

इसके बाद दिवार भी ढह गई थी. इस हादसे में सात मासूम बच्चों की अकाल मौत हो गई. वहीं दो दर्जन से ज्यादा मासूम घायल हो गए. स्कूल में हुए इस हादसे ने सबका दिल दहला रख दिया.

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