Tuesday, July 29, 2025
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किम जोंग उन के फैसलों से हिला अमेरिका, 24 घंटे में दिया सख्त संदेश

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उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने अब सीधे तौर पर अमेरिका के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. किम ने पिछले 24 घंटे में 2 ऐसे फैसले किए हैं, जिससे अमेरिका की टेंशन बढ़ सकती है. डोनाल्ड ट्रंप के दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद यह पहला मौका है, जब किम जोंग उन अमेरिका के खिलाफ सीधे तौर पर मुखर हो गए हैं.

उत्तरी कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन को अमेरिका का धुर विरोधी माना जाता है. परमाणु संपन्न उत्तर कोरिया के पास मिसाइलों का जखीरा है, जो सीधे अमेरिका पर हमला करने में सक्षम है.

24 घंटे में बैक टू बैक 2 फैसले
1. उत्तर कोरिया के तानाशाह प्रमुख किम जोंग ने रविवार को विजयी दिवस के अवसर पर एक ऐलान किया. किम ने कहा कि पहले भी हमने अमेरिकी सैनिकों को हराया. अब जब भी कभी युद्ध की स्थिति आएगी तो हम अमेरिका से पुरजोर तरीके से लड़ेंगे.

किम जोंग ने कहा कि हम उस तरीके का सैन्य संचालन पर जोर दे रहे हैं, जो अमेरिका के सम्राज्यवाद के खिलाफ मजबूती से लड़ सके. हम कभी भी सम्राज्यवाद और अमेरिका से जंग नहीं हारेंगे.

अपने सैनिकों को मोटिवेट करते हुए किम जोंग उन ने कहा कि हमारा राज्य और उसके लोग एक मज़बूत सेना के साथ एक समृद्ध देश बनाने के महान उद्देश्य को जरूर हासिल करेंगे.

2. किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग ने दक्षिण कोरिया के उस प्रस्ताव को ठुकरा दिया है, जो उसने बातचीत को लेकर भेजा था. किम की बहन ने कहा है कि दक्षिण कोरिया से बात करने में हमारी कोई दिलचस्पी नहीं है.

दक्षिण कोरिया के नए राष्ट्रपति उत्तर कोरिया के साथ कूटनीतिक संवाद चाहते हैं, जिससे दोनों देशों के बीच की खाई को खत्म किया जा सके. दक्षिण कोरिया ने अमेरिका के कहने पर ही यह कवायद शुरू की है.

ऐसे में जिस तरीके से किम जोंग उन की बहन ने इस प्रस्ताव को ठुकराने का फैसला किया है, उससे अमेरिका को झटका लगा है.

उत्तर कोरिया खतरनाक क्यों है?
नागासाकी परमाणु संस्था के मुताबिक उत्तर कोरिया के पास करीब 50 परमाणु हथियार हैं. हालांकि, नॉर्थ कोरिया ने कभी इसे कबूल नहीं किया है. नॉर्थ कोरिया के पास मिसाइलों का जखीरा है.

उसके पास सबसे मजबूत ह्वासोंग-18 मिसाइल है. इसकी मारक क्षमता 15 हजार किमी तक है. नॉर्थ कोरिया हर साल औसतन 80-90 मिसाइलों का परीक्षण कर रहा है.

नॉर्थ कोरिया के पास एमजी टैंक है, जिसका इस्तेमाल उसने कोरिया जंग में किया था. इसके अलावा ड्रोन और अन्य आर्टिलरी मशीन भी उत्तर कोरिया के पास है. उत्तर कोरिया आसानी से अमेरिका पर अटैक कर सकता है.

इतना ही नहीं, प्रायद्वीप में वो अमेरिकी सहयोगी जापान और दक्षिण कोरिया से काफी मजबूत स्थिति में है.

सीहोर हादसा: झरने में डूबे VIT कॉलेज के दो छात्र, दोनों की मौत

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सीहोर: बारिश के बाद मध्य प्रदेश में डैम लबालबा हैं। इसके साथ ही झरनों में भी बहाव तेज है। झरनों के पास लोगों की भीड़ खूब उमड़ रही है। इस दौरान कई लोग अपनी जान भी जोखिम में डाल रहे हैं। इसकी वजह से कई लोगों की मौत भी हो रही है। सीहोर में वीआईटी कॉलेज के दो छात्रों की भेरू खो झरने में डूबने से मौत हो गई है।

दो छात्रों की मौत

दरअसल, रविवार को वीआईटी कॉलेज सीहोर के पांच छात्र नरेंद्र (20) गुजरात, वामासी (20) हैदराबाद, ललित (20) हैदराबाद, सिन्मुक (20) हैदराबाद और हेमंत (20) हैदराबाद। पिकनिक मनाने भेरू खो झरने पर पहुंचे थे। शाम करीब 6-7 बजे के बीच जब वे मौज-मस्ती कर रहे थे, तभी सिन्मुक सेल्फी लेते समय फिसल कर झरने में जा गिरा, उसे बचाने के लिए हेमंत भी झरने में कूद गया, लेकिन दोनों ही बाहर नहीं आ सके। साथ आए तीन अन्य छात्र सकुशल जंगल से बाहर आ गए और उन्होंने घटना की सूचना दी।

मौके पर पहुंची पुलिस टीम

सूचना मिलते ही इछावर थाना पुलिस की टीम, एसडीआरएफ और एम्बुलेंस के साथ मौके पर पहुंची। रात का समय और झरने की गहराई अधिक होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी आई, जिसके चलते रात में अभियान रोकना पड़ा था। सुबह होते ही दोबारा तलाशी अभियान शुरू किया गया और करीब 11 बजे दोनों छात्रों के शव निकाल लिए गए। शवों को पीएम के लिए भेजा गया है। पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है। इसके साथ ही पुलिस ने परिजनों को सूचना दे दी है। परिजन हैदराबाद से सीहोर पहुंचेंगे और शव को ले जाएंगे। प्रशासन की टीम लगातार लोगों से अपील कर रही है कि बारिश में ऐसी जगहों पर नहीं जाएं। अगर जाएं भी तो सावधानी बरते। इसके बावजूद लोग लापरवाही बरत रहे हैं, जिसकी वजह से जान गंवानी पड़ रही है।

पूर्व BJP विधायक का यू-टर्न: महिला CSP से बदतमीज़ी के बाद बोले- ‘वो मेरी छोटी बहन जैसी’

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रीवा: पूर्व बीजेपी विधायक केपी त्रिपाठी ने लेडी सीएसपी रितु उपाध्याय को 'असंवेदनशील औरत' कहने के बाद माफी मांगी है। उन्होंने रविवार को एक वीडियो जारी कर कहा कि उन्होंने सीएसपी के लिए हल्के शब्दों का इस्तेमाल किया, जिसके लिए उन्हें दुख है। यह घटनाक्रम शुक्रवार को चोरहटा थाने में कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा के खिलाफ एफआईआर की मांग को लेकर हुए हंगामे के दौरान हुआ था।

सार्वजनिक रूप से जताया दुख

त्रिपाठी ने सीएसपी से अभद्रता की थी और अपशब्द कहे थे, जिसके बाद उन्हें सार्वजनिक रूप से खेद जताना पड़ा। कांग्रेस ने इस माफी को दिखावा बताया है और कहा है कि महिला पुलिस ऑफिसर का अपमान माफ नहीं किया जा सकता।
  
वायरल हो गया था वीडियो

पूर्व विधायक ने थाने के भीतर सीएसपी से अभद्रता की थी और अपशब्द कहे थे। उन्होंने सीएसपी को अपनी नजरों के सामने से हटने को कहा था। इस घटनाक्रम का वीडियो भी सामने आया था, जिसके बाद रविवार को पूर्व विधायक ने सार्वजनिक रूप से खेद जताया है। उन्होंने सीएसपी के लिए कहा कि वो मेरी छोटी बहन जैसी हैं। मैं दुखी हूं और माफी चाहता हूं।

कांग्रेस ने बताया डैमेज कंट्रोल की कोशिश

कांग्रेस ने कहा कि ये राजनीतिक दबाव में डैमेज कंट्रोल की कोशिश है। कांग्रेस ने कहा कि महिला पुलिस ऑफिसर का अपमान माफ नहीं किया जा सकता। सूत्रों के अनुसार, महिला अफसर से अभद्रता के बाद भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने केपी त्रिपाठी को कड़ी फटकार लगाई, जिसके बाद उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी पड़ी है। पूर्व विधायक 25 जुलाई की रात चोरहटा थाने में कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा के खिलाफ एफआईआर की मांग को लेकर पूर्व विधायक त्रिपाठी अपने समर्थकों के साथ पहुंचे थे।

प्रदर्शन के दौरान हो गई थी बहस

इस दौरान वहां तैनात महिला सीएसपी रितु उपाध्याय से उनकी बहस हो गई। त्रिपाठी ने गुस्से में कहा, इसे मेरी नजरों से दूर ले जाओ, ये असंवेदनशील औरत है। जब सीएसपी ने विरोध करते हुए उन्हें तमीज में रहने की हिदायत दी, तो समर्थकों ने थाने में हंगामा कर दिया और अफसर की ओर बढ़ने लगे। इस पर थाना प्रभारी आशीष मिश्रा ने हालात संभालने की कोशिश की, लेकिन हंगामा बढ़ता गया। वीडियो में देखा गया कि थाना प्रभारी हाथ जोड़कर भाजपा समर्थकों से शांत रहने की अपील करते रहे। वहीं सीएसपी लगातार अपनी बात मजबूती से रखती नजर आईं।

कहा कहा था बीजेपी के पूर्व विधायक ने
पूर्व विधायक ने महिला अफसर पर मूर्ख बना रही हो जैसे शब्द भी कहे। शुक्रवार को बहस के बीच पूर्व विधायक ने सीएसपी रितु उपाध्याय को अंदर जाने के लिए कहा। इसके अलावा उन्होंने सीएसपी को असंवेदनशील औरत भी कहा। जिस पर अफसर ने उन्हें तमीज में बात करने के लिए कहा। ये सुनते ही पूर्व विधायक और उनके समर्थक भड़क गए और TI आशीष मिश्रा से हाथापाई करने लगे। हालात को संभालने के लिए TI ने हाथ जोड़कर समर्थकों और त्रिपाठी से शांत रहने के लिए कहा।

क्यों हंगामा कर रहे थे बीजेपी कार्यकर्ता

अभिषेक तिवारी नाम के एक युवक ने कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा पर थर्ड डिग्री टॉर्चर का आरोप लगाया था। अभिषेक तिवारी ने आरोप लगाया कि वह अभय मिश्रा के फार्म हाउस पर पैसे मांगने गया था। विधायक ने पहले गालियां दीं, फिर खुद 30 लाठियां मारीं और गुर्गों से पिटवाया। युवक ने कहा कि जब वह चोरहटा थाने में रिपोर्ट कराने गया तो पुलिस ने शिकायत लेने से मना कर दिया और विधायक को सूचना दे दी।

अंजना का कारनामा: -40 डिग्री की ठंड में लहराया तिरंगा, जीती यूरोप की सबसे ऊंची चोटी

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मैहर। मध्य प्रदेश के मैहर जिले की अमरपाटन तहसील के छोटे से गांव बेंदुराकला की बेटी अंजना सिंह ने वह कर दिखाया है, जो लाखों युवाओं का सपना होता है। यूरोप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एल्ब्रुस (5,642 मीटर / 18,510 फीट) पर रविवार सुबह 6 बजे तिरंगा फहराकर अंजना ने न सिर्फ भारत का गौरव बढ़ाया, बल्कि युवाओं को 'नशे को नहीं, सपनों को अपनाओ' का प्रेरणादायक संदेश भी दिया।

यहां भी तिरंगा फहरा चुकी हैं अंजना

अंजना की पर्वतारोहण यात्रा वर्ष 2024 से शुरू हुई। 20 मई को उन्होंने मनाली की 15,000 फीट ऊंची फ्रेंडशिप वैली फतह की, फिर 19 जुलाई को लद्दाख सीमा पर स्थित 6,011 मीटर ऊंची शिनकुन चोटी पर तिरंगा लहराया। अफ्रीका के सबसे ऊंचे शिखर माउंट किलिमंजारो (19,341 फीट) पर भी वह विजय हासिल कर चुकी हैं।

अंजना के पिता हैं किसान

एक साधारण परिवार से आने वाली अंजना के पिता राजेश सिंह किसान हैं, मां सियावती सिंह गृहिणी हैं और उनका एक बड़ा भाई भी है। आर्थिक और सामाजिक चुनौतियों के बावजूद अंजना ने अपने जुनून को कभी मरने नहीं दिया। आज उनकी इस सफलता पर न केवल उनका परिवार, बल्कि पूरा मैहर जिला और प्रदेश गर्व महसूस कर रहा है। अंजना की कहानी हर उस बेटी के लिए प्रेरणा है, जो ऊंचाइयों को छूने का सपना देखती है। उनका साहस और संघर्ष यह साबित करता है कि अगर हौसले बुलंद हों, तो कोई भी चोटी नामुमकिन नहीं होती।

इंदौर में बारिश का कहर: सड़कों की चूरी बह गई, हर तरफ गड्ढों का जाल

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इंदौर। सफाई में सिरमौर बन चुके इंदौर में दूसरी समस्याएं शहर की इमेज खराब कर रही है। इंदौर के कई प्रमुख मार्गों पर तो ठीक, ब्रिजों पर गड्ढे हो चुके है। इससे हादसे बढ़ गए है और लोग अपनी जान गंवा रहे है। जिन इलाकों में निर्माण कार्य हो रहे है। वहां हालत ज्यादा खराब है। पिछले दिनों मेघदूत उपवन के सामने सड़क धंसने का मामला तो प्रदेशभर में चर्चित हो चुका है।

पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इंदौर के सुपर काॅरिडोर की तुलना लंदन की सड़कों से कर चुके है, लेकिन मेट्रो रूट बनने के बाद काॅरिडोर पर भी गड्ढे हो चुके है और पेचवर्क की नौबत आने लगी है। इसके अलावा खजराना से गणेश मंदिर की तरफ जाने वाली सर्विस रोड भी खराब पड़ी है। इंदौर के इस्काॅन मंदिर में कृष्ण जन्मअष्ठमी पर बड़ा आयोजन होता है, लेकिन मंदिर तक जाने वाली सड़क की हालत खराब है। निगमायुक्त शिवम वर्मा खुद उस सड़क की हालत देखने पहुंचे।

डायवर्शन मार्ग पर बड़े गड्ढे

एमआर-10 जंक्शन पर बन रहे ब्रिज के कारण ट्रैफिक को स्कीम नंबर 134 के मार्गों पर डायवर्ट किया गया है, लेकिन वाहनों की लगातार आवाजाही के कारण सड़कों पर गड्ढे हो गए है। दो पहिया वाहन चालकों को चलने में परेशानी आ रही है। बायपास के हेवी ट्रैफिक एमआर-11 से गुजर रहा है। इस कारण उस सड़क पर भी गड्ढों की भरमार हो चुकी है। इसके अलावा मधुमिलन चौराहा, विजय नगर, खातीवाला टैंक, सुदामा नगर सहित कई मार्गों पर पेचवर्क की जरुरत पड़ने लगी हैं। नगर निगम की जनकार्य समिति के प्रभारी राजेंद्र राठौर ने कहा कि वर्षाकाल के बाद सड़कों की मरम्मत का काम शुरू किया जाएगा। सबसे पहले झांकी मार्ग को दुरुस्त किया जाएगा।

टीकमगढ़: बुंदेलखंड की अयोध्या में गर्भगृह से निकले भगवान राम, भक्तों में उमड़ी श्रद्धा

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टीमकगढ़ (ओरछा)। बुंदेलखंड की अयोध्या के नाम से विख्यात धार्मिक नगरी ओरछा में श्रावण तीज पर भगवान रामराजा झूले पर विराजमान हो गए हैं। इस दौरान रामराजा सरकार के दर्शन के लिए दुनियाभर से लाखों श्रद्धालु सावन के महीने में ओरछा पहुंचते हैं। दरअसल, ओरछा में सावन तीज का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है, इस दिन भगवान रामराजा गर्भगृह से निकलकर झूले पर विराजमान होते हैं। वे पूरे परिवार के साथ झूले पर बैठते हैं और अपनी प्रजा की सुनवाई करते हैं। यह परंपरा राजशाही काल से चली आ रही है। ओरछा का राम मंदिर विश्व का एकमात्र ऐसा मंदिर है, जहां मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की पूजा भगवान के रूप में नहीं, बल्कि राजा के रूप में की जाती है। इस अवसर पर स्थानीय नगर परिषद तीन दिवसीय मेले का आयोजन भी करती है।

ओरछा के तहसीलदार सुनील बाल्मीकि ने बताया कि जब भगवान रामराजा तीन दिन के लिए गर्भगृह से बाहर आते हैं, तो श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ जाती है। सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए स्थानीय प्रशासन और पुलिस द्वारा पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, साथ ही अतिरिक्त कर्मचारियों की ड्यूटी भी मंदिर परिसर में लगाई गई है। भगवान रामराजा 29 जुलाई तक झूले पर विराजमान रहेंगे, उसके बाद वे गर्भगृह में वापस चले जाएंगे। श्रद्धालु विनय तिवारी ने बताया कि वर्ष में एक बार राजा राम गर्भगृह से बाहर आकर झूले पर विराजते हैं और अपने भक्तों को दर्शन देते हैं, इस दौरान मांगी गई मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
 

ऑपरेशन सिंदूर पर गरमाई संसद, रक्षा मंत्री बोले- लक्ष्य पूरे हुए, यह है असली बात

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संसद के मॉनसून सत्र में आज लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा हो रही है. विपक्ष की ओर से सवाल उठाया गया है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के कितने विमान गिरे हैं, जिसका जवाब देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चर्चा के दौरान दिया है. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर क्यों शुरू किया गया, इसकी जानकारी पहले भी दी गई है और आज भी मैंने सदन को दी है. विपक्ष के कुछ लोग पूछते रहे हैं कि हमारे कितने विमान गिरे? मुझे लगता है उनका यह प्रश्न, हमारी राष्ट्रीय जनभावनाओं का सही से प्रतिनिधित्व नहीं कर पा रहा है.

रक्षा मंत्री ने कहा कि विपक्ष ने एक बार भी हमसे यह नहीं पूछा कि हमारी सेनाओं ने दुश्मन के कितने विमान मार गिराए? यदि उन्हें प्रश्न पूछना ही है, तो उनका प्रश्न यह होना चाहिए कि क्या भारत ने आतंकवादी ठिकानों को तबाह किया, तो उसका उत्तर है हां, मैं विपक्ष से कहना चाहता हूं कि आपको प्रश्न पूछना है, तो यह प्रश्न पूछिए कि क्या ऑपरेशन सिंदूर सफल रहा, तो उसका उत्तर है हां.’

रिजल्ट मैटर करता है- राजनाथ सिंह
उन्होंने कहा, ‘आपको प्रश्न पूछना है तो यह प्रश्न पूछिए कि जिन आतंकियों ने हमारी बहनों, हमारी बेटियों का सिन्दूर मिटाया, क्या हमारी सेनाओं ने ऑपरेशन सिंदूर में उन आतंकियों के आकाओं को मिटाया, तो इसका उत्तर है हां. लक्ष्य जब बड़े हों, तो अपेक्षाकृत छोटे मुद्दों पर हमारा ध्यान नहीं जाना चाहिए क्योंकि छोटे मुद्दों पर ही ध्यान देते रहने से देश की सुरक्षा और सैनिकों के सम्मान और उत्साह जैसे बड़े मुद्दों से ध्यान हट सकता है, जैसा कि विपक्ष के हमारे कुछ साथियों के साथ हो रहा है.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘किसी भी परीक्षा के परिणाम में रिजल्ट मैटर करता है. यदि किसी परीक्षा में कोई बच्चा अच्छे मार्क्स लेकर आ रहा है, तो हमारे लिए उसके मार्क्स मैटर करने चाहिए. हमें इस बात का ध्यान नहीं रखना चाहिए कि एग्जाम के दौरान उसकी पेंसिल टूट गई थी या उसकी पेन खो गई. आखिरकार रिजल्ट मैटर करता है और रिजल्ट यह है कि ऑपरेशन सिन्दूर के दौरान हमारी सेनाओं ने जो लक्ष्य निर्धारित किया था, उन लक्ष्यों को हमने पूर्ण रूप से प्राप्त किया है.

हमारी मूल प्रकृति बुद्ध की है, न की युद्ध की- राजनाथ सिंह
उन्होंने कहा, ‘भारत हमेशा से पाकिस्तान सहित अपने पड़ोसी देशों से मित्रता और सहयोगपूर्ण संबंध का इच्छुक रहा हैं. इसके लिए भारत की सभी सरकारों ने ईमानदारी से प्रयास भी किए हैं. वह चाहे लाल बहादुर शास्त्री हों या अटल बिहारी वाजपेयी हों, मनमोहन सिंह हों, या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सभी ने हमेशा चाहा है कि इस इलाके में शांति और समृद्धि बनी रहें. यह बात हमारी सभ्यता के मूल्यों के साथ मेल खाती हैं. वर्ष 2015 में जब प्रधानमंत्री मोदी ने लाहौर जाकर नवाज शरीफ से मुलाक़ात की, तो भारत ने फिर से दोस्ती का हाथ बढ़ाया था. हम वाकई शांति की राह पर चलना चाहते थे क्योंकि हमारी मूल प्रकृति बुद्ध की है, न की युद्ध की.’

रक्षा मंत्री ने कहा, ‘हमारी सरकार ने भी पाकिस्तान के साथ शांति स्थापित करने के अनेक प्रयत्न किए, लेकिन बाद में हमने 2016 में सर्जिकल स्ट्राइक से, 2019 बालाकोट में एयर स्ट्राइक से और 2025 के ऑपरेशन सिंदूर से हमने शांति स्थापित करने का दूसरा रास्ता अपनाया है. अब हमारे प्रधानमंत्री मोदी और हमारी सरकार का स्टैंड बिल्कुल क्लियर है कि आतंकवाद और बातचीत साथ नहीं चल सकते हैं क्योंकि सभ्य मुल्कों के बीच बातचीत होती है.

यूपी की राजनीति में नया अध्याय, योगी आदित्यनाथ ने बनाया कार्यकाल का रिकॉर्ड

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लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यूपी के इतिहास में सबसे लंबे समय तक सीएम पद पर बने रहने का गौरव हासिल कर चुके हैं. वो लगातार 8 साल 4 महीने और 10 दिन तक मुख्यमंत्री रहने वाले व्यक्ति बन गए हैं. उन्होंने गोविंद बल्लभ पंत के 8 साल 127 दिन के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है.

योगी आदित्यनाथ ने पहली बार 19 मार्च, 2017 को उत्तर प्रदेश के 21वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. बाद में उन्होंने साल 2022 में भी लगातार दूसरा कार्यकाल हासिल किया और उत्तर प्रदेश के चुनावी इतिहास में पांच साल का कार्यकाल पूरा करने और फिर दोबारा चुने जाने वाले पहले मुख्यमंत्री बने.

सीएम योगी ने बनाया रिकॉर्ड
सीएम योगी यूपी के 22वें सीएम हैं. पिछले 8 वर्षों में विपक्षी नेताओं के खिलाफ अपने तीखे बयानों और अपने प्रभावी शासन और नेतृत्व को लेकर सुर्खियों में बने रहते हैं. सीएम योगी का जन्म 5 जून 1972 में अजय मोहन सिंह बिष्ट के रूप में हुआ था. योगी आदित्यनाथ, 26 साल की उम्र में सांसद बने और पांच बार गोरखपुर लोकसभा का प्रतिनिधित्व किया.

राज्य के मुख्यमंत्री होने के अलावा, वह गोरखपुर स्थित प्रसिद्ध हिंदू मंदिर गोरखनाथ मठ के महंत (मुख्य पुजारी) भी हैं, जो पूर्वी उत्तर प्रदेश के धार्मिक और राजनीती में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. सितंबर 2014 में अपने आध्यात्मिक गुरु महंत अवैद्यनाथ के निधन के बाद से, वह महंत के पद पर कार्यरत हैं.

सीएम योगी का चुनावी सफर
सीएम योगी ने साल 1998 में अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की, जब उन्होंने महज 26 वर्ष की उम्र में गोरखपुर लोकसभा सीट जीती, जिससे वो उस समय भारत के सबसे युवा सांसदों में से एक बन गए. उन्होंने लगातार पांच बार लोकसभा में गोरखपुर का प्रतिनिधित्व किया. 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में, योगी आदित्यनाथ बीजेपी के सबसे प्रभावशाली प्रचारकों में से एक के रूप में उभरे.

उनके नेतृत्व और जन-आकर्षण ने पार्टी को प्रचंड बहुमत दिलाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया और उन्होंने 19 मार्च, 2017 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. इसी के बाद साल 2022 में हुए चुनाव में भी योगी मैजेक कायम रहा और एक बार फिर उन्होंने जीत हासिल की. अगले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2027 में होने हैं.

‘शुभमन पर शक करने वालों को क्रिकेट की समझ नहीं’ – कोच गंभीर ने आलोचकों को सुनाई खरी-खोटी

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नई दिल्ली : इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच में भारत के संघर्षपूर्ण ड्रॉ के बाद मुख्य कोच गौतम गंभीर ने कप्तान शुभमन गिल के आलोचकों को लताड़ लगाते हुए कहा कि भारतीय टीम स्वदेश के आम आदमी के लिए खेलती है। उन्होंने कहा कि भारतीय टीम के खिलाड़ी देश के लिए लड़ना चाहते हैं और वह ऐसा करते रहेंगे। कोच ने कहा कि जो लोग गिल पर सवाल खड़ रहे हैं, उन्हें क्रिकेट की समझ नहीं है। गंभीर चाहते हैं कि टीम इंडिया के खिलाड़ी अतीत के नक्शेकदम पर चलने के बजाय अपना इतिहास खुद बनाएं। उन्होंने कहा कि मैनचेस्टर टेस्ट में यादगार वापसी के बाद, खिलाड़ी इसी दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।

गंभीर ने रविवार को मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में टीम इंडिया के जुझारू जज्बे को सलाम करते हुए कहा, 'भारतीय खिलाड़ी अपने देश के आम आदमी के लिए जूझना चाहते हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस टेस्ट मैच में कई लोगों ने हमारी हार सुनिश्चित मान ली थी, लेकिन हमने शानदार वापसी की। यही इस टीम की नींव है। ये ऐसे लोग हैं जो इस ड्रेसिंग रूम में बैठे हैं और देश के लिए लड़ना चाहते हैं और वे आगे भी ऐसा करना जारी रखेंगे।'

कप्तान शुभमन गिल और केएल राहुल के बीच 188 रन की साझेदारी ने भारत को इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच में बनाए रखा। इसके बाद वॉशिंगटन सुंदर और रवींद्र जडेजा ने 203 रन की अटूट साझेदारी करके मैच को ड्रॉ कराकर सीरीज को जीवंत बनाए रखा। गंभीर से जब पूछा गया कि क्या उन्होंने चौथे दिन के बाद खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया और 2009 में नेपियर में खेली गई अपनी मैच बचाने वाली 137 रन की पारी का जिक्र किया? इसके जवाब में कोच ने कहा, 'पहली बात तो यह है कि मुझे अपनी कोई भी पारी याद नहीं है, वह इतिहास बन चुकी है। मुझे लगता है कि उन्हें अपना इतिहास खुद बनाना चाहिए। सच कहूं तो इस टीम में कोई भी किसी का अनुसरण नहीं करेगा और न ही करना चाहेगा। उन्हें अपना इतिहास खुद लिखना होगा।'

गंभीर का यह भी मानना है कि भारत के टेस्ट कप्तान के रूप में अपने पहले दौरे में गिल की आलोचना बेबुनियाद है। गिल ने अब तक सीरीज में चार शतक बनाए हैं। गंभीर ने कहा, 'शुभमन गिल की प्रतिभा पर कभी कोई संदेह नहीं था। अगर किसी को संदेह था तो लगता है कि उन्हें क्रिकेट की समझ नहीं है। कुछ खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पांव जमाने में समय लगता है। इस दौरे पर उन्होंने जो किया है, उससे कोई भी हैरान नहीं है।'

उन्होंने कहा, 'अगर उन्होंने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया होता तब भी हमें उनकी प्रतिभा पर पूरा भरोसा होता। मायने यह रखता है कि वह अपनी उम्मीदों और क्षमता पर खरे उतर रहे हैं। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि जब वह बल्लेबाजी करते हैं तो कप्तानी का तथाकथित दबाव उन पर असर नहीं डालता। वह कप्तान के रूप में नहीं, बल्कि बल्लेबाज के रूप में खेलते हैं।' गंभीर का मानना है कि हार के कगार से वापसी करके मैच को ड्रॉ करने से भारत को 31 जुलाई से लंदन में शुरू होने वाले पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच के लिए मनोवैज्ञानिक बढ़त मिल गई है।

उन्होंने कहा, 'हमारी टीम ने दबाव में अपने जज्बे का शानदार नमूना पेश किया। इससे टीम के अंदर काफी आत्मविश्वास पैदा होता है। मुझे पूरा विश्वास है कि पांचवें मैच के लिए ओवल में उतरते समय हमारा आत्मविश्वास काफी ऊंचा होगा, लेकिन हम किसी भी चीज को हल्के में नहीं ले सकते।' नए कप्तान गिल के नेतृत्व में टीम बदलाव के दौर से गुजर रही है लेकिन गंभीर इसे इस तरह नहीं देखते। उन्होंने कहा, 'आपने अच्छा किया जो बदलाव शब्द का इस्तेमाल किया, लेकिन मैं इसे उस तरह नहीं देखता क्योंकि यह अभी भी एक भारतीय टीम है। यह सर्वश्रेष्ठ 18 खिलाड़ी हैं जो देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। यह अनुभव से जुड़ा है लेकिन हमें इसी तरह से आगे बढ़ना होता है।'

अहान शेट्टी ने शेयर किया ‘बॉर्डर 2’ के अमृतसर शूट का स्पेशल वीडियो, वरुण धवन ने किया मजेदार कमेंट

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मुंबई : अहान शेट्टी इन दिनों अपनी आगामी बहुप्रतीक्षित फिल्म 'बॉर्डर 2' को लेकर लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं। आज अहान ने सोशल मीडिया पर फिल्म 'बॉर्डर 2' के सेट से एक खास वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में उनके साथ वरुण धवन और बाकी क्रू मेंबर नजर आ रहे हैं। सेलेब्स से लेकर फैंस भी अहान के इस वीडियो पर जमकर प्यार बरसा रहे हैं।

अहान शेट्टी का पोस्ट

अहान शेट्टी ने आज इंस्टाग्राम पर फिल्म 'बॉर्डर 2' के सेट से अमृतसर के शेड्यूल रैप अप का एक खास वीडियो शेयर किया है। इस शानदार वीडियो के साथ अहान ने कैप्शन में लिखा, 'अमृतसर में मेरा काम और वरुण धवन (वीडी) के साथ शूटिंग का आखिरी दिन पूरा हो गया। इस अनुभव को शब्दों में बयां करना मुश्किल है। यह सिर्फ काम नहीं था, बल्कि एक ऐसा सफर था जिसमें मैंने बहुत कुछ सीखा और यादें बनाईं, जो हमेशा मेरे साथ रहेंगी।

अहान ने की वरुण धवन की तारीफ

वरुण धवन की तारीफ करते हुए अहान ने आगे लिखा, 'सेट पर पहले दिन से ही वीडी ने मुझे अपनेपन का अहसास कराया। कोई घमंड नहीं, कोई दिखावा नहीं, बस सच्ची गर्मजोशी। उन्होंने मेरा मार्गदर्शन किया, मेरा हालचाल पूछा और एक बड़े भाई की तरह मेरा साथ दिया। ऐसा सिर्फ एक सच्चा और उदार इंसान ही कर सकता है और वह वाकई ऐसे ही हैं। वह एक बड़े सितारे हैं, लेकिन उनकी खासियत उनकी दयालुता, विनम्रता और बड़ा दिल है। मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा, खासकर यह कि वह लोगों के साथ कैसे पेश आते हैं। इस अनुभव ने मुझे बदल दिया और इसका बड़ा श्रेय उन्हें जाता है। शुक्रिया कहना भी कम है।'
 
फिल्म बॉर्डर 2 के बारे में

अहान शेट्टी ने 'बॉर्डर 2' के अगले शेड्यूल के बारे में लिखा, ''अब अगला शेड्यूल शुरू होने वाला है, जो और भी बड़ा है। 'बॉर्डर 2', 23 जनवरी, 2026 को रिलीज होगी।' 'बॉर्डर 2' का निर्देशन अनुराग सिंह कर रहे हैं। फिल्म में भारतीय सेना की कहानी दिखाई जाएगी। फिल्म के निर्माता भूषण कुमार, कृष्ण कुमार, जेपी दत्ता और निधि दत्ता हैं। इस फिल्म में अहान शेट्टी के अलावा सनी देओल, वरुण धवन और दिलजीत दोसांझ अहम भूमिका में नजर आएंगे।

सेलेब्स और फैंस के कमेंट्स

अहान शेट्टी की इस पोस्ट पर कई सेलेब्स और फैंस ने कमेंट किए हैं। वरुण धवन ने लिखा, 'तुम्हें यहां बहुत याद करेंगे मेरा भाई', बॉर्डर 2 फिल्म की निर्माता निधि दत्ता ने लिखा, 'पसंदीदा' और साथ ही लाल दिल वाले इमोजी बनाए। एक फैन ने लिखा, 'बेसब्री से इंतजार है', एक और फैन ने लिखा, 'अहान सर और वरुण सर एक जैसे दिख रहे हैं', एक और फैन ने लिखा, 'बॉर्डर 2 ब्लॉकबस्टर फिल्म होगी', एक और फैन ने लिखा, 'बॉर्डर 2 के लिए बहुत उत्साहित हूं।'

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