Monday, July 28, 2025
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खुशी बदली मातम में: डैम में नहाने गए चार युवकों ने गंवाई जान, एक साथ उठीं चार अर्थियां

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झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले के खरसावां थाना इलाके में एक दर्दनाक हादसा हो गया. यहां डैम में नहाने गए चार लड़कों की पानी में डुबने से मौत हो गई. ये हादसा खरसावां थाना क्षेत्र अंतर्गत दलाईकला गांव में हुआ. यहां स्थित चेक डैम शनिवार को मौत वाली डैम के रूप में तब्दील हो गई. इस चेक डैम में नहाने के लिए छह दोस्त पहुंचे थे.

हालांकि दो दोस्त डैम के बाहर ही खड़े रहे, जबकि चार दोस्तों ने डैम में नहाने के लिए जैसे ही छलांग लगाई, वैसे ही उन चारों की पानी में डूबने से मौत हो गई. आशंका व्यक्त की जा रही है कि जैसे ही चारों लड़कों ने पानी में छलांग लगाई, वैसे ही डैम के पानी के निचले सतह पर मौजूद किसी बड़े पत्थर या स्लैब से सभी का सर टकरा गया, जिसके बाद चारों युवक पानी के अंदर ही बेहोश हो गए.

पूरे गांव में पसरा मातम

इस कारण चारों युवक पानी में डूब गए और चारों की मौत ह्यो गई. इधर दलाईकला गांव के चार लड़कों के चेक डैम में डूबने के कारण मौत होने की सूचना मिलते ही पूरे गांव में मातम पसर गया. मामले की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची खरसावां थाना की पुलिस ने चारों मृतक लड़कों के शव को डैम के अंदर से बरामद करते हुए पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा और इस पूरे मामले की जांच में जुट गई है.

सभी मृतक एक ही गांव के थे

मृतक लड़कों की पहचान गौरव मंडल, सुनील साहू, मनोज साहू और हरिवास दास के रूप में की गई है. चारों मृतक लड़कों की आयु 18 से 21 वर्ष के बीच थी. सभी दलाईकला गांव के ही रहने वाले थे. इस हृदयविदारक हादसे से पहले झारखंड के ही गढ़वा जिले के सदर थाना अंतर्गत उड़सुगी गांव में 15 अप्रैल 2025 को गांव के ही एक डोभा (छोटा तालाब ) में नहाने के दौरान डूबने से चार बच्चों की मौत हो गई थी.

मृतक बच्चों की पहचान बाबूलाल चंद्रवंशी के 13 वर्षिय बेटे हरिओम चंद्रवंशी और 16 वर्षीय बेटे नारायण चंद्रवंशी (दोनों सगे भाई) के अलावा अवधेश राम के आठ वर्षीय बेटा लक्की कुमार और संतोष राम के 12 वर्षीय बेटे अक्षय कुमार के रुप में की गई थी.

दहला देने वाली वारदात: रांची में घर में घुसकर युवती पर बदमाश ने छिड़का पेट्रोल, सनसनी

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झारखंड की राजधानी रांची में बेखौफ अपराधियों ने दिनदहाड़े घर में घुसकर एक युवती पर पेट्रोल छिड़क कर जान से मारने की कोशिश की. वहीं युवती के ऊपर पेट्रोल छिड़कने की सूचना से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया. पहले तो परिजन को लगा कि आरोपी ने युवती के ऊपर एसिड से अटैक किया है. हालांकि जब आनन-फानन में पीड़िता को एक निजी अस्पताल पहुंचाया गया तब जांच में पता चला कि उसके ऊपर पेट्रोल फेंका है, जो उसकी आंखों में चला गया है.

पेट्रोल कांड की यह पूरी घटना रांची के कांके थाना क्षेत्र अंतर्गत टेंडर ग्राम की है. यहां की रहने वाली 21 वर्षीय युवती जो अपने घर में आराम कर रही थी. इस दौरान बदमाशों ने घर में घुसकर उसके ऊपर पेट्रोल फेंक दिया, जिससे उसे चेहरे और आंखों में जलन महसूस हुई. पीड़िता को एक निजी आई हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है, जहां डॉक्टर उसका इलाज कर रहे हैं.

सीएम सोरेन ने दिए निर्देश

वहीं दूसरी तरफ युवती पर घर में घुसकर पेट्रोल छिड़कने की घटना की जानकारी होने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया के माध्यम से इस मामले में रांची पुलिस को जांच कर आरोपी की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. साथ ही पीड़िता को बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान करने का भी निर्देश, रांची के उपायुक्त और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी को दिया है.

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लिखा कि रांची पुलिस मामले की जांच कर आरोपी की तत्काल गिरफ्तार करे. साथ ही बेटी को बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान कराने के निर्देश दिए हैं.

जांच जुटे पुलिस अधिकारी

रांची पुलिस को मामले की जानकारी मिलने के बाद कार्रवाई कर रही है. वहीं घटनास्थल पर कई सीनियर पुलिस अधिकारियों के नेतृत्व में जांच की गई. पीड़िता के बेहतर व प्रभावी इलाज के लिए चिकित्सकों की टीम काम कर रही है. डॉक्टरों के अनुसार, पीड़िता खतरे से बाहर है तथा उस पर एसिड से हमला नहीं किया गया है. पेट्रोल आंखों में छिड़का गया है. युवती की आंखों को कोई स्थाई क्षति नहीं पहुंची है. वह कल तक बिल्कुल ठीक हो जाएगी.

वॉलमार्ट स्टोर में चाकूबाजी, 11 घायल

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न्यूयार्क।  अमेरिका के उत्तरी मिशिगन में शनिवार को ट्रैवर्स सिटी में एक वॉलमार्ट स्टोर में चाकूबाजी की घटना में 11 लोग घायल हो गए। मिशिगन स्टेट पुलिस ने बताया कि संदिग्ध को हिरासत में ले लिया गया है और मामले की जांच जारी है। मिशिगन स्टेट पुलिस के सिक्स्थ डिस्ट्रिक्ट ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा- संदिग्ध हिरासत में है, लेकिन अभी जानकारी सीमित है। पुलिस ने लोगों से जांच पूरी होने तक घटनास्थल के आसपास न आने की अपील की है। मुनसन मेडिकल सेंटर में सभी 11 घायलों का इलाज चल रहा है। वॉलमार्ट के प्रवक्ता जो पेनिंगटन ने कहा कि कंपनी पुलिस के साथ पूरी तरह सहयोग कर रही है। उन्होंने एक ईमेल में कहा कि हम पुलिस के साथ काम कर रहे हैं और अभी सभी सवालों के लिए उनसे ही संपर्क करें।

राहुल की बाबासाहेब से तुलना दलितों का अपमान: जनक राम ने की कांग्रेस से माफी की मांग

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पटना। बिहार के मंत्री और भाजपा के नेता जनक राम ने कांग्रेस नेता उदित राज द्वारा राहुल गांधी की तुलना डॉ. भीमराव अंबेडकर से किए जाने पर भड़क गए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कभी भी भीमराव अंबेडकर को सम्मान नहीं दिया और अब दूसरे भीमराव अंबेडकर की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर की तुलना किसी से करना अंबेडकर का अपमान है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 67 साल सत्ता में रहते हुए दलित, ओबीसी समुदाय को सिर्फ वोट बैंक समझा, लेकिन कभी उनके विकास के लिए ईमानदारी से काम नहीं किया। कांग्रेस ने समाज को धोखा दिया है। उन्होंने कहा कि जनता कांग्रेस को कभी माफ नहीं करेगी। यह वही कांग्रेस है जिसने अंबेडकर को भारत रत्न देने में भी देरी की जबकि अपने परिवार को भारत रत्न लेने में देरी नहीं की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की राजनीति शुरू से ही तलवे चाटने की रही है। इसी को लेकर कांग्रेस में होड़ मची रहती है। इसी का परिणाम है कि कांग्रेस नेता ऐसी तुलना कर रहे हैं। भाजपा नेता और बिहार के मंत्री जनक राम ने कहा कि राहुल गांधी सही अर्थों में एक असफल नेता रहे हैं। उन्होंने अगर भारत की राजनीति में कोई याद भी रखेगा तो एक असफल नेता के रूप में याद रखेगा। कांग्रेस पर दलित समाज का अपमान करने का आरोप लगाते हुए बिहार के मंत्री ने कहा कि गांधी परिवार को खुश करने के लिए कांग्रेस ने पूरे दलित समाज का अपमान किया है। कांग्रेस को इसके लिए माफ़ी मांगनी चाहिए।

बारिश में दरगाह का हाल बेहाल: अजमेर में 500 साल पुराने हुजरे, दीवारें और दालान हुए जर्जर

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अजमेर/ देश-विदेश के लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का अजमेर दरगाह पवित्र केंद्र है. ये दरगाह आज अपनी बदहाल स्थिति के कारण सवालों के घेरे में है. सालों से लोग यहां श्रद्धा से चादर चढ़ाने आते हैं, लेकिन अब इस ऐतिहासिक धरोहर की हालत चिंताजनक हो चुकी है. सैकड़ों साल पुराने हुजरे, दीवारें और दालान जर्जर हो चुके हैं. हाल की बारिश में तो हद हो गई. यहां कई छज्जे टूट गए, दीवारों में दरारें साफ दिख रही हैं. यह शर्मनाक स्थिति अब सिर्फ अजमेर तक सीमित नहीं है।.ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू को पत्र लिखकर तुरंत हस्तक्षेप की मांग की है. जिसमें कहा गया है कि क्या इस पवित्र धरोहर को यूं ही मरने दिया जाएगा?

दरगाह कमेटी के सीईओ मोहम्मद बिलाल खान इस धरोहर को बचाने की जंग लड़ रहे हैं. उन्होंने बताया कि बारिश के बाद टूटे छज्जों का निरीक्षण कर मरम्मत का काम शुरू कर दिया गया है. आस्ताना शरीफ के गुंबद को वॉटरप्रूफ करने के लिए डॉक्टर फिक्सिट का इस्तेमाल किया गया. बिलाल खान, जिन्होंने चार दशक बीएसएफ में देश की सेवा की. उन्होंने कहा कि हमने बच्चे नहीं पाले, सिर्फ मातृभूमि की खिदमत की और अब इस दरगाह को बचाने की हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं. उनके नेतृत्व में गुंबद की वॉटरप्रूफिंग हुई, दालान और महिला क्षेत्र में सुधार शुरू हुए.

खादिमों को हुजरे खाली करने के नोटिस दिए गए. ताकि मूल स्वरूप बिना छेड़े मरम्मत हो सके, लेकिन बारिश की बेरहमी और संसाधनों की कमी ने उनके हाथ बांध दिए. फिर भी वह रात-दिन इस धरोहर को बचाने में जुटे हैं. उनकी आंखों में बेचैनी और दिल में एक ऐसा दर्द है, जो शब्दों में बयां नहीं हो सकता.

क्या बोले खादिम सैयद फखरे मोइन चिश्ती?

लेकिन सवाल यह है कि इतने प्रयासों के बावजूद बिलाल खान क्यों आरोपों के घेरे में हैं? क्या आगामी चुनावों की सियासत उनकी मेहनत को नजरअंदाज कर रही है? खादिम सैयद फखरे मोइन चिश्ती ने कमेटी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि लगातार चेतावनी देने के बाद भी कमेटी सिर्फ दिखावटी काम कर रही है. रिसते हुजरों की मरम्मत के नाम पर खानापूर्ति हो रही है, और अब खादिमों को हुजरे खाली करने के नोटिस थमाए जा रहे हैं. अगर यही हाल आस्ताना शरीफ का हो तो क्या उसे भी बंद कर दोगे?” कमेटी ने अपने जवाब में कहा कि अगर हुजरे खाली नहीं होंगे, तो नया निर्माण कैसे होगा?

धरोहर बचाने की कोशिश

कई जगहों पर मरम्मत के लिए टेंडर जारी किए गए हैं. दालान और महिला क्षेत्र जैसी प्राथमिकताओं पर ध्यान दिया जा रहा है. लेकिन सवाल उठता है कि दान का पैसा कहां जा रहा है? खादिमों के हुजरों का पैसा कहां है? इसका कोई हिसाब क्यों नहीं?” यह शर्मनाक है कि पवित्र दरगाह की ऐसी दुर्दशा हो रही है, और कमेटी पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं. क्या इस धरोहर को बचाने की जिम्मेदारी कोई लेगा, या सिर्फ सियासत और आरोपों का खेल चलेगा?

500 साल पुराने हुजरे मांग रहे मरम्मत

पीर सैयद फखर काजमी चिश्ती ने दरगाह के इतिहास और संरचना के बारे में बताया कि परिसर में 500 साल पुराने हुजरे हैं, जो अकबर के शासनकाल में बने थे. इन दीवारों को उस समय गारा, चूना और बालू से तैयार किया गया था, जो अब कमजोर हो चुके हैं. पिछले साल 60 और 61 नंबर के हुजरे गिर चुके हैं. जिस 60-61 नंबर हुजरे के गिरने की बात की जा रही है, उसका निर्माण तो 2023 में हो चुका है. दरगाह कमेटी ने कहा था कि आपको मूल स्वरूप नहीं बदलना है, इसके बावजूद उसे बदला गया. जिस चीज पर बवाल किया जा रहा है, वह तो आम सूचना का नोटिस है. यह उन सभी हुजरों के लिए है, जिनकी हालत गंभीर बनी हुई है. अगर वे इन्हें खाली करेंगे, तो हम बनाकर देंगे ताकि कोई हादसा न हो. जिन हादसों का हवाला वे दे रहे हैं, वह 60-61 नंबर के हुजरे के गिरने पर आधारित है. दरगाह कमेटी माइनॉरिटी ऑफ इंडिया की ऑटोनोमस बॉडी है, जो दरगाह ख्वाजा साहब एक्ट 1955 के तहत संचालित होती है.

सरकारी स्कूलों की जर्जर हालत जारी: झालावाड़ के बाद अब उदयपुर में भी गिरी स्कूल की छत, गुस्साए गांववालों ने किया प्रदर्शन

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राजस्थान के झालावाड़ में जर्जर स्कूल की छत गिरने से सात बच्चों की मौत का मामला अभी शांत नहीं हुआ है. इसी बीच 2 दिनो में ही धीरे-धीरे और स्कूलों के जर्जर भवन गिरना शुरू हो चुके हैं. उदयपुर के राजकीय विद्यालय की छत रविवार को भरभरा कर गिर गई. यह तो गनीमत रही की रविवार को अवकाश रहता है. अन्यथा कोई बड़ा हादसा यहां पर भी हो सकता था.

उदयपुर ब्लाक के वल्लभनगर के रुपावली गांव में सरकारी स्कूल राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय की छत रविवार सुबह गिर गई. ग्रामीणों को विद्यालय की छत गिरने की जानकारी मिली तो वो मौके पर पहुंचे और प्रशासन और सरकार पर सवाल खड़े किए. ग्रामीणों ने कहा कि राजस्थान में सरकार और प्रशाशन तो हादसे होने के बाद जागते हैं.

स्कूल पर ताला लगाकर ग्रामीणों ने किया था प्रदर्शन

ग्रामीणों ने कहा कि झालावाड़ में हादसा हुआ उसके बाद सरकार और प्रशासन की नींद उड़ी. बाकी बहुत समय से इस तरह के कई जर्जर भवन स्कूलों में हैं और उन पर कोई ध्यान देने वाला नहीं है. रुपावली के सरकारी स्कूल में जर्जर भवन को लेकर एक दिन पहले ही ग्रामीणों ने विद्यालय में ताला लगाकर प्रदर्शन किया था. साथ ही भवन की मरम्मत करवाने की मांग की थी.

ग्रामीणों में है खौफ का माहौल

ग्रामीणों में भी खौफ का माहौल है कि वो उनके बच्चों को ऐसी स्थिति में स्कूल भेजें और पीछे से हादसा हो जाए तो कौन जिम्मेदार होगा, क्योंकि रिपेयरिंग और निर्माण के लिए कई बार मांग उठाई गई, लेकिन अभी तक मांग सुनी नहीं गई है. गौरतलब है कि दो दिन पहले शुक्रवार को राजस्थान के झालावाड़ के मनोहरथाना ब्लॉक के पिपलोदी गांव में राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय की छत गिर गई थी.

इसके बाद दिवार भी ढह गई थी. इस हादसे में सात मासूम बच्चों की अकाल मौत हो गई. वहीं दो दर्जन से ज्यादा मासूम घायल हो गए. स्कूल में हुए इस हादसे ने सबका दिल दहला रख दिया.

झालावाड़ हादसे के बाद नया मोड़: 1997 में बने कमरों के लिए प्रशासन ने पंचायत को ठहराया जिम्मेदार

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राजस्थान के झालावाड़ जिले के पिपलोदी गांव के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में हुए दर्दनाक हादसे के 24 घंटे में ही जिला प्रशासन ने खुद को पूरी तरह क्लीन चिट दे दी है. शुक्रवार को जारी प्राथमिक जांच रिपोर्ट में अफसरों ने हादसे की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत पर डाल दी. दावा किया गया है कि जो कमरे गिरे, वो 1997 में ग्राम पंचायत द्वारा बनाए गए थे, जबकि शिक्षा विभाग द्वारा बाद में बनाए गए भवन पूरी तरह सुरक्षित हैं.

जिला प्रशासन की रिपोर्ट में कहा गया कि विद्यालय भवन के दो कमरे ग्राम पंचायत द्वारा 1997 में बनवाए गए थे. इनमें से एक कमरे की दीवार गिरने से एक छात्रा की मौत हो गई, जबकि तीन बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए. प्रशासन का तर्क है कि यह भवन शिक्षा विभाग के रिकॉर्ड में जर्जर भवनों की सूची में शामिल नहीं था और न ही इसकी कोई मरम्मत हाल के वर्षों में की गई थी.

शिक्षा विभाग ने झाड़ा पल्ला

रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि स्कूल के पुराने हिस्से की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत की थी. वहीं शिक्षा विभाग के अफसरों ने दावा किया कि विभाग द्वारा बनाए गए नए भवनों की स्थिति बिलकुल सुरक्षित है और वो प्लान और इंजीनियरिंग के अनुरूप बने हैं. इससे इशारा साफ है कि विभाग अपने बनाए हिस्सों की गुणवत्ता पर जोर देकर पुराने निर्माण से पल्ला झाड़ने में जुटा है.

अधिकारियों ने खुद को बताया बेकसूर

अधिकारियों की रिपोर्ट और दलीलें जितनी मजबूत दिखती हैं, उतने ही तीखे सवाल भी सामने आ रहे हैं. अगर यह कमरे 1997 में बने थे तो पिछले 27 सालों में किसी भी निरीक्षण में इनकी स्थिति की समीक्षा क्यों नहीं हुई? क्या विभाग ने कभी इन कक्ष को बंद करने या बच्चों की सुरक्षा के लिए कदम उठाने पर विचार नहीं किया? क्या पंचायत ने कभी रिपोर्ट भेजी कि कमरे जर्जर हो रहे हैं?

गांव के लोगों का कहना है कि हादसे से पहले भी स्कूल की बिल्डिंग की स्थिति कई बार प्रशासन को बताई गई थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. अगर दीवार गिरने से पहले कार्रवाई हो जाती तो बच्ची की जान बचाई जा सकती थी. अब सब अपनी जिम्मेदारी से बचने में लगे हैं.

राजनीतिक दलों का भी तंज

विपक्षी नेताओं ने इस रिपोर्ट को “रूटीन क्लीन चिट प्रक्रिया” बताया है. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि अगर शिक्षा विभाग पहले कार्रवाई करता, तो यह हादसा नहीं होता. प्रशासन केवल जांच रिपोर्टों में नहीं, जमीनी स्तर पर जवाबदेह हो तभी ऐसी घटनाएं रुकेंगी.

प्रशासन ने पूरे स्कूल की दोबारा जांच कराने का निर्देश दिया है और तकनीकी रिपोर्ट के आधार पर मरम्मत या पुनर्निर्माण की बात कही है. मगर बड़ा सवाल यही है कि क्या हर हादसे के बाद रिपोर्ट और जिम्मेदारी ट्रांसफर से ही काम चलाया जाएगा, या अब कोई ठोस कार्रवाई होगी?

भारत के दुश्मनों को कहीं सुरक्षित पनाह नहीं

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चेन्नई, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने दुनिया को दिखाया कि अगर भारत की संप्रभुता पर हमला हुआ, तो वह किस तरह जवाब देगा और सीमा पार सैन्य कार्रवाई ने पूरे देश में एक नया आत्मविश्वास पैदा किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने यहां चोल सम्राट राजेंद्र चोल के सम्मान में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने यह भी साबित कर दिया कि भारत को निशाना बनाने वाले दुश्मनों और आतंकवादियों के लिए कोई जगह सुरक्षित नहीं है। प्रधानमंत्री ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के संबंध में कहा कि दुनिया ने देखा कि अगर कोई भारत की सुरक्षा और संप्रभुता पर हमला करता है, तो वह कैसे जवाब देता है।’ उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने साबित कर दिया कि भारत के दुश्मनों, आतंकवादियों के लिए कोई पनाहगाह नहीं है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने पूरे देश में एक नई जागृति, एक नया आत्मविश्वास पैदा किया है।

दुनिया को भारत की ताकत का एहसास होना चाहिए। मोदी ने कहा कि सम्राट राजराज चोल और उनके पुत्र राजेंद्र चोल-प्रथम के नाम भारत की पहचान और गौरव के पर्याय हैं । उन्होंने घोषणा की कि तमिलनाडु में उनकी भव्य प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी और ये प्रतिमाएं हमारे ऐतिहासिक जागरण के आधुनिक स्तंभ होंगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र पर टिप्पणी करते हुए कई लोग ब्रिटेन के मैग्नाकार्टा का जिक्र करते हैं, जबकि चोल कालीन ‘कुडवोलाई प्रणाली’ उससे भी पुरानी है।

ओम नम: शिवाय सुनते ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं

चेन्नई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गंगईकोंडा चोलपुरम मंदिर में महान चोल सम्राट राजेंद्र चोल प्रथम की जयंती पर आयोजित समारोह को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि जब वह ‘ओम नम: शिवाय’ सुनते हैं, तो रोंगटे खड़े हो जाते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि एक प्रकार से ये राज राजा की श्रद्धा भूमि है और आज इलैयाराजा ने जिस प्रकार हम सभी को शिवभक्ति में डुबो दिया, क्या अद्भुत वातावरण था। मैं काशी का सांसद हूं, जब मैं ओम नम: शिवाय सुनता हूं तो मेरे रोंगटे खड़े हो जाते हैं।’ पीएम मोदी ने रविवार को चोलकालीन भगवान बृहदेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना की। वैदिक और शैव तिरुमुराई मंत्रोच्चार के बीच उन्हें आराधना करते देखा गया। वह पारंपरिक रूप से सजा हुआ एक कलश साथ लाए, जिसके बारे में बताया जा रहा है है कि उसमें गंगा नदी का जल है। मंदिर के पुजारियों ने पारंपरिक तरीके से पूर्ण कुंभम के साथ प्रधानमंत्री का स्वागत किया।

झालावाड़ हादसे पर पूर्व मंत्री का सवाल: प्लेन में मौत पर 1 करोड़, स्कूल में बच्चे की जान जाने पर सिर्फ 10 लाख?

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राजस्थान के झालावाड़ में स्कूल की छत गिरने की घटना पर पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया ने कहा, “ये घटना बहुत ही दुखद है. गांव वालों से जो चर्चा हुई उसमें उन्होंने बताया कि स्कूल में जो जर्जर बिल्डिंग है उसकी हमने कई बार शिकायत की. बीच में इन लोगों ने जाम भी लगाया. इनमें से कुछ के खिलाफ मुकदमें भी हुए. घटना के दिन भी बच्चों ने शिक्षकोंको बताया कि पंखे गिर रहे हैं. इसके बाद उनको डांट के बैठा दिया गया. हालात काफी दयनीय हैं. ये एक आदिवासी गांव हैं. अगर प्लेन में कोई मौत होती है तो उसमें एक करोड़ का मुआवजा देते हैं, और एक आदिवासी गांव में बच्चे की मौत होती है तो उसमें 10 लाख का मुआवजा.”

उन्होंने आगे कहा, “इस पक्षपात की हम निंदा करते हैं. माननीय मुख्यमंत्री जी से हम आग्रह करते हैं कि ये मुआवजा बढ़ाया जाए. इसे एक करोड़ किया जाए. परिजनों को रोजगार दिया जाए. इस गांव में शमसान में जाने कि लिए रास्ते नहीं हैं. दोबारा कभी प्रदेश में ऐसा न हो इसके लिए पूरे राजस्थान में सभी स्कूलों की बिल्डिगों का सर्वे किया जाए. इसे एक अभियान के रूप में किया जाना चाहिए.”

अब तक 7 बच्चों की मौत

25 जुलाई को राजस्थान में झालावाड़ जिले के मनोहर थाना क्षेत्र के पीपलोदी में सरकारी स्कूल की छत अचानक गिर गई थी, जिसमें अब तक 7 बच्चों की मौत हो गई है. 34 बच्चों का इलाज अस्पताल में चल रहा है. छत गिरने से बच्चे मलबे में गिर गए.

इस घटना क बाद 5 टीचर्स को सस्पेंड कर दिया गया है. इस घटना से लोगों में काफी आक्रोश है. गुस्साए गांव वालों ने पुलिस की गाड़ियों में तोड़फोड़ की, और सड़क पर आगजनी कर विरोध प्रदर्शन भी किया. गांव वालों ने प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.

पति बना चेन स्नैचर: पत्नी की डिमांड पूरी करने 15 दिन में कीं 4 वारदातें, ऐसे आया पकड़ में

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जयपुर/  ट्रांसपोर्ट थाना क्षेत्र में 23 जुलाई को सेठा कॉलोनी में रहने वाली बुजुर्ग की चेन स्नैचर ने लुट ली. इसके बाद मामले में पुलिस ने दो दिन के भीतर चोर को हिरासत में ले लिया है. चोर अब तक तीन वारदात को अंजाम दे चुका है. पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसकी एक महीने पहले शादी हुई थी और पत्नी आईफोन मांग रही थी. ऐसे में वह पैस की तंगी के चलते चेन लूटने की वारदात करने लगा. उसने यह भी बताया कि वह खुद भी नशे का आदी है और इसलिए लूट कर रहा था.

पुलिस ने बताया कि आरोपी का नाम अरुण कुमार है. वह जमवारामगढ़ के लाली गांव का रहने वाला है. आरोपी ने पहली बार आदर्श नगर में चेन लूटने की कोशिश की थी, लेकिन वह पकड़ा गया था. लोगों ने इसे मारा-पीटा और आगे से ऐसा ना करने की हिदायत देकर छोड़ दिया था. इस घटना का उसेक उपर कोई प्रभाव नहीं पड़ा. आरोपी ने इस सबसे सबक लेकर अब बुजुर्ग महिलाओं को अपना टारगेट बनाने लगा.

पत्नी की मांग पूरी करने को स्नैचर बना पति

गिरफ्तारी के बाद आरोपी ने बताया कि उसकी जॉब छुट गई थी. उसके पास पैसे खत्म हो गए थे. इस दौरान उसकी शादी भी हो गई. पत्नि का खर्चा उठाना मुश्किल हो रहा था. वह शॉपिंग के लिए रुपए मांगती थी. इसके पास पैसे की तंगी के चलते वह पैसे नहीं दे पाता था तो उसे शर्मिंदगी महसूस होती थी. इसी बीच पत्नी ने आईफोन मांग लिया, पत्नी की डिमांड पूरी करने के लिए उसने चेन स्नैचिंग करना शुरू कर दिया.

15 दिन मे 4 स्नैचिग वारदात

आरोपी हर चार से पांच दिन में वारदात को अंजाम देता था. बीते 15 दिनों में उसने 4 स्नैचिग की वारदात को अंजाम दिया. उसने 9 जुलाई को पहली बार आदर्श नगर में एक महिला के गले से चेन लूटने की कोशिश की लेकिन वह पकड़ा गया. इसके बाद लोगों ने उसकी जमकर पिटाई की और हिदायत देकर छोड़ दिया. इसके बाद उसने 14 जुलाई, 19 जुलाई और 23 जुलाई को भी चेन स्नैचिंग की वारदात को अंजाम दिया.

सीसीटीवी के माध्यम से आरोपी गिरफ्तार

23 जुलाई को आरोपी एक महिला के गले से चेन खिचते समय सीसीटीवी मे कैद हो गया. इसमें उसका हुलिया साफ दिख रहा था. शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू की. पुलिस ने इस दौरान 100 से भी ज्यादा सीसीटीवी खंगाले और आरोपी को फॉलो किया. वारदात के बाद आरोपी ने अपनी पत्नी के लिए कुछ सामान खरीदा. इसके बाद उसने एक पेट्रोल पंप पर 80 रुपए का पेट्रोल भी भरवाया. पुलिस सीसीटीवी के आधार पर उसके घर पहुंच गई और उसे गिरफ्तार कर लिया है.

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