देश में एक बार फिर चुनावी बिगुल फूंकने वाला है। सूत्रों से जो जानकारी मिल रही है उसके आधार पर कहा जा सकता है कि शीघ्र ही देश में लोकसभा चुनावों की घोषणा की जा सकती है। आम चुनावों को लेकर देश के विभिन्न राजनीतिक दलों की तैयारियां भी पूरी हैैं और राजनीतिक रूप से सभी राजनैतिक दल चुनाव लडऩे के लिये पूरी तरह तैयारी कर चुके हैैं। एक ओर जहां भारतीय जनता पार्टी को एक बार फिर से चुनाव में जीत हासिल कर फिर से अपनी सरकार बनाने की उम्मीद है वहीं वहीं, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी समेत कई विपक्षी दलों ने साथ मिलकर इंडिया गठबंधन तैयार किया है। विपक्षी अलायंस ने भी लोकसभा चुनाव में अपनी जीत का दावा किया है। इसके अलावा, कई क्षेत्रीय दल भी अपने-अपने राज्यो में अहम भूमिका निभाएंगे। पिछला लोकसभा चुनाव 2019 में हुआ था, जिसमें बीजेपी को बड़ी जीत हासिल हुई थी। 11 अप्रैल से 19 मई 2019 तक कुल सात चरणों में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान करवाए गए थे। वहीं, नतीजों का ऐलान 23 मई, 2019 को हुआ था। इन चुनावों में बीजेपी ने 303 सीटों के साथ बड़ी जीत दर्ज की थी। पार्टी को कुल 37.36 फीसदी वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस सिर्फ 52 सीटों पर ही सिमट कर रह गई थी। लगभग 91 करोड़ वोटर्स पिछले आम चुनाव में मतदान करने के लिए पात्र थे और वोटर टर्नआउट 67 फीसदी रहा था। लोकसभा चुनाव को अब महज कुछ ही महीने बचे हैं। चुनाव आयोग 13 मार्च के बाद कभी भी लोकसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान कर सकता है। चुनाव आयोग के सूत्रों ने बताया कि आम चुनाव की तैयारियों को लेकर चुनाव आयोग के अधिकारी विभिन्न राच्यों का अभी दौरा कर रहे हैं और जब ये पूरा हो जाएगा, तब लोकसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान कर दिया जाएगा। लोकसभा चुनाव में राज्य चुनाव आयोग की क्या तैयारियां हैं, इसके लिए चुनाव आयोग के अधिकारी तमिलनाडु का दौरा कर रहा है। जबकि पिछले दिनों बिहार में भी आयोग के अधिकारियों ने जायजा लिया था। अब आने वाले समय में उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यो का चुनाव अधिकारी दौरा करेंगे। ये दौरे 13 मार्च से पहले खत्म हो जाएंगे। ऐसे में चुनाव आयोग 13 मार्च के बाद कभी भी लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है।