नूरी खान: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाला है, चुनाव को लेकर कार्यकत्ताओं में काफी जोश देखने का मिल रहा है। वहीं हाल ही कांग्रेस नेता रवि भदौरिया का एक कथित ऑडियो वायरल हो रहा है, उसमें वे साफ तौर पर कह रहे हैं कि ‘उज्जैन धार्मिक नगरी है और किसी मुस्लिम नेता को यहां से टिकट नहीं मिलने वाला’ यह बात कह रहे हैं।
मध्य प्रदेश की राजनीति में इन दिनों एक नाम की चर्चा है, और वो है नूरी खान। अब सवाल ये है कि ये नाम अचानक चर्चा में क्यों आया। इस आपत्तिजनक टिप्पणी को नूरी खान से जोड़कर देखा जा रहा है। साथ ही क्षेत्र के एक प्रभावशाली नेता का भी नाम इस आडियो में लिया गया है। दरअसल, उज्जैन से कमलनाथ के कट्टर समर्थक कहे जाने वाले कांग्रेस नेता रवि भदौरिया का एक कथित ऑडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे धार्मिक नगरी का हवाला देते हुए उज्जैन से किसी अल्पसंख्यक को टिकट नहीं देने की बात कहते नजर आ रहे हैं। हालांकि इस विवाद के बाद कांग्रेस ने रवि भदौरिया को शहर अध्यक्ष के पद से हटा दिया है, लेकिन इस पर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा।
भदौरिया के इस कथित ऑडियो के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष उज्जैन से दावेदार मानी जाने वाली नूरी खान सुर्खियों में हैं। क्योंकि जिस कथित ऑडियो में जिस अल्पसंख्यक नेता की बात हो रही है वह नूरी खान ही हैं। नूरी खान सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहती है।
सूत्रों के मुताबिक नूरी खान ने हाल ही में भोपाल जाकर कमलनाथ से मुलाकात की थी। इसके अलावा उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान अपने समर्थकों से भी कहा था कि अगर आप चाहते हैं तो ये आपकी जिम्मेदारी है। यानी उन्होंने बिना सीधे तौर पर कहे अपने समर्थकों के जरिए पार्टी को संदेश देते हुए अपनी दावेदारी पेश कर दी।
उज्जैन की रहने वाली नूरी खान कांग्रेस के आंदोलनों में काफी एक्टिव रहती हैं। कोरोना की दूसरी लहर के समय पर भी वह लोगों की मदद के लिए आगे आईं थीं। नूरी ने बीजेपी में शामिल होने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया का भी विरोध किया था। वह कई बार मुस्लिम धर्मगुरुओं का भी विरोध कर चुकी हैं। उन्होंने 2017 में ऊं नमः शिवाय का जाप कर नूरी खान ने मुस्लिम धर्मगुरुओं को उनके खिलाफ फतवा जारी करने की भी चुनौती दी थी।