भारत पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने के बाद अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और रूस को डेड इकोनॉमी बताया है। उन्होंने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि भारत और रूस अपनी अर्थव्यवस्था को साथ ले डूबें, मुझे क्या। एक दिन पहले ही ट्रंप ने पहली अगस्त से भारत पर टैरिफ लगाने की घोषणा की थी। उधर, कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान का समर्थन किया है, जिसमें उन्होंने भारत की अर्थव्यवस्था को मरा हुआ बताया था। राहुल गांधी ने इस बयान को सही ठहराते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उद्योगपति गौतम अडानी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को छोडक़र सब जानते हैं कि भारत एक ‘डेड इकोनॉमी’ (बर्बाद अर्थव्यवस्था) है तथा भाजपा ने ही यह स्थिति पैदा की है। उन्होंने यह दावा भी किया कि अमरीका के साथ व्यापार समझौता ट्रंप की शर्तों पर होगा और प्रधानमंत्री मोदी वही करेंगे, जो अमरीकी राष्ट्रपति कहेंगे। इसके अलावा एक्स पर एक पोस्ट में राहुल गांधी ने लिखा कि भारतीय अर्थव्यवस्था मर चुकी है। मोदी ने इसे खत्म कर दिया। उन्होंने इसके पीछे पांच कारण गिनाते हुए कहा कि अडानी-मोदी साझेदारी, नोटबंदी और त्रुटिपूर्ण जीएसटी, असफल असेम्बल इन इंडिया, एमएसएमई का सफाया और किसानों को कुचलने से यह स्थिति आई है।
मोदी ने भारत के युवाओं का भविष्य बर्बाद कर दिया है, क्योंकि नौकरियां नहीं हैं। उन्होंने कहा कि भारत के सामने आज मुख्य मुद्दा है कि इस सरकार ने हमारी आर्थिक नीति को तबाह कर दिया, हमारी रक्षा नीति को तबाह कर दिया और हमारी विदेश नीति को तबाह कर दिया है। वे देश को रसातल में ले जा रहे हैं। प्रधानमंत्री सिर्फ एक व्यक्ति (गौतम) अडानी के लिए काम करते हैं। सारे छोटे कारोबार खत्म कर दिए गए। राहुल गांधी ने कहा कि ट्रंप ने 30-32 बार यह बोला है कि उन्होंने युद्धविराम करवाया। ट्रंप ने यह भी बोला कि हिंदुस्तान के पांच जहाज गिरे। अब ट्रंप ने बोला है कि 25 प्रतिशत शुल्क लगाऊंगा। क्या किसी ने सवाल पूछा कि नरेंद्र मोदी जी जवाब क्यों नहीं दे पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नियंत्रण किसके हाथ में है, बात समझिए। बता दें कि डेड इकोनॉमी उस स्थिति को कहते हैं, जब किसी देश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह ठप हो जाए या बिल्कुल सुस्त पड़ जाए। इसमें व्यापार, उत्पादन, नौकरियां और लोगों की कमाई लगभग रुक सी जाती है। विकास रुक जाता है और लोग आर्थिक तंगी में फंस जाते हैं।