ऑस्ट्रेलिया में बिग बैश लीग टी20 टूर्नामेंट खेला जा रहा है। इस लीग में साल 2023 के पहले दिन ही विवाद हो गया। यह विवाद एक कैच को लेकर हुआ और अब इस पर आईसीसी के नियमों को लेकर भी बहस हो रही है। दरअसल, यह घटना बिग बैश लीग में ब्रिसबेन हीट और सिडनी सिक्सर्स के बीच मैच के दौरान घटी। सिक्सर्स की पारी के 19वें ओवर में जॉर्डन सिल्क ने एक्स्ट्रा कवर में एक ऊंचा शॉट खेला। इस पर ब्रिसबेन हीट के फील्डर माइकल नेसर ने दौड़ते हुए कैच पकड़ा।
हालांकि, मोशन में वह बाउंड्री से बाहर भी चले गए, लेकिन वापस आकर फिर से मैदान में कैच लपक लिया। अब इस कैच पर काफी विवाद भी हो रहा है।नेसर ने बाउंड्री के अंदर जरूर बॉल पकड़ा, लेकिन जब उन्हें लगा कि वह बाउंड्री पार कर लेंगे तो गेंद को हवा में उछाल दिया। नेसर के साथ-साथ गेंद भी बाउंड्री के पार चली गई। इसके बाद नेसर ने बाउंड्री के बाहर ही हवा में उड़ते हुए कैच लपका और हवा में ही बॉल को मैदान के अंदर रिलीज कर दिया। फिर दौड़ते हुए मैदान के अंदर जाकर कैच लपक लिया।
अंपायर ने सिल्क को आउट करार दिया और सिडनी सिकसर्स की टीम मैच हार गई। इस कैच को लेकर सोशल मीडिया पर यूजर्स के अलग-अलग मायने हैं। कुछ लोगों का कहना है कि बाउंड्री के बाहर किसी भी कैच को लीगल नहीं माना जाना चाहिए, वहीं कुछ का मानना है कि कैच वैध था और उसमें कोई दिक्कत नहीं है।आईसीसी के लिए क्रिकेट के नियम बनाने वाले मेरीलबोन क्रिकेट क्लब के नियम संख्या 19.5.2 का कहना है कि कैच लेते वक्त बॉल को पहली बार छूते समय फील्डर का पैर बाउंड्री के अंदर होने चाहिए।
इतना ही कैच को पूरा करते वक्त भी फील्डर के पैर बाउंड्री के अंदर ही होने चाहिए। इन दो कॉन्टैक्ट के बीच फील्डर बाउंड्री के बाहर जा सकता है। इस दौरान फील्डर बाउंड्री के बाहर जाकर हवा में उछलकर गेंद को ग्राउंड के अंदर भी फेंक सकता है। हालांकि, बाउंड्री के बाहर गेंद से पॉइंट ऑफ कॉन्टेक्ट के वक्त उसका पैर जमीन पर नहीं छूना चाहिए। ऐसा हुआ तो कैच कम्प्लीट नहीं माना जाएगा और बैटर को नॉटआउट करार दिया जाएगा।
नेसर के कैच में नियमों का पालन किया गया। जब वह गेंद को पहली बार छुए तो बाउंड्री के अंदर थे। इसके बाद दूसरी बार पॉइंट ऑफ कॉन्टेक्ट में वह बाउंड्री के बाहर जरूर थे, लेकिन गेंद को छूते वक्त उनके पैर हवा में थे और हवा में ही उन्होंने गेंद को बाउंड्री के अंदर रिलीज भी कर दिया। इसके बाद दौड़ते हुए बाउंड्री के अंदर आते उन्होंने कैच को कम्प्लीट किया। इस तरह सिल्क आउट कर दिए गए।
ऐसे में सवाल यह उठता है कि बाउंड्री के बाहर ही फील्डर को तैनात क्यों नहीं कर दिया जाता। इसके बारे में एमसीसी के नियम संख्या 19.5.2 में लिखा गया है कि बॉल फेंके जाने तक सभी फीलडर्स को बाउंड्री के अंदर ही तैनात रहना होता है। बॉल फेंके जाने के बाद फील्डर को ग्राउंड के अंदर ही एक बार बॉल को छूना होगा, इसके बाद वह बाउंड्री के बाहर जाकर कैच करना या बाउंड्री बचाने का प्रयास कर सकता है। बॉल फेंके जाने से पहले अगर फील्डर बाउंड्री के बाहर होता है तो उसे नो बॉल करार दिया जाएगा।
बिग बैश में ही पहले भी इसी तरह के कैच को लेकर विवाद हो चुका है। 2019-20 बिग बैश लीग में ब्रिसबेन हीट के मैथ्यू रेन्शॉ के कैच पर भी इसी तरह का विवाद हुआ था। होबार्ट हरिकेंस के मैथ्यू वेड ने शॉट खेला था, जिसे हीट के रेन्शॉ ने डीप मिड विकेट में लपका था। इसके बाद वह मोशन के साथ बाउंड्री के बाहर चले गए थे, लेकिन तब उन्होंने गेंद हवा में उछाल दी थी। फिर बाउंड्री के बाहर जाकर हवा में ही उछलकर गेंद को मैदान के अंदर मौजूद टॉम बेन्टन के पास पहुंचा दिया था। इस तरह वेड 61 रन बनाकर आउट हुए थे। इस कैच पर भी काफी विवाद हुआ था।