भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला नागपुर में खेला जा रहा है। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में जडेजा ने पांच विकेट लिए। यह उनके टेस्ट करियर का 11वां फाइव विकेट हॉल (पारी में पांच विकेट) रहा। जडेजा ने मैच में 22 ओवर गेंदबाजी की और अपनी फिरकी में कंगारू बल्लेबाजों को उलझाए रखा। हालांकि, भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट या यूं कहें सीरीज के पहले दिन ही बड़ा विवाद सामने आ रहा है। रवींद्र जडेजा की गेंदबाजी से डरकर ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने उनके खिलाफ बड़ी साजिश रची है। ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने जडेजा पर बॉल टैम्परिंग का आरोप लगाया है। इसका वीडियो भी खूब वायरल हो रहा है।
दरअसल, वीडियो में मैच के दौरान जडेजा मोहम्मद सिराज के हाथों से कुछ लेकर अपने अंगुलियों पर लगाते हुए दिख रहे हैं। यह बाम जैसी कोई चीज है। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के मीडिया आउटलेट फॉक्स क्रिकेट ने ट्वीट करते हुए इसका वीडियो पोस्ट किया है। इसके कैप्शन में उन्होंने लिखा- मजेदार। एक विवाद शुरू हो गया है, जिसमें भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहले टेस्ट के दौरान एक सवाल खड़े करने वाला मामला सामने आया।इस ट्वीट और विवाद को इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन और ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान टिम पेन ने भी समर्थन दिया है। वॉन ने फॉक्स क्रिकेट के ट्वीट को रीशेयर करते हुए लिखा- जडेजा अपने स्पिनिंग फिंगर पर यह क्या लगा रहे हैं? मैंने ऐसा पहले कभी नहीं दिखा। भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया। वहीं, टिम पेन ने लिखा- इंटरेस्टिंग यानी रोचक। ऑस्ट्रेलियाई मीडिया, वॉन और पेन के बेबुनियाद ट्वीट से सोशल मीडिया पर बहस शुरू हो गई है, जबकि वीडियो में ऐसा कुछ भी नहीं है, जिससे विवाद हो।
आईसीसी के नियम के अनुसार गेंद पर कुछ भी लगाना मना है। वीडियो में जडेजा ऐसा कुछ करते हुए भी नहीं दिख रहे हैं। वैसे भी जिस वक्त की ये घटना है उस वक्त ऑस्ट्रेलिया का स्कोर पांच विकेट पर 120 रन था। जडेजा तब तीन विकेट ले चुके थे। साथ ही गेंद पर किसी तरह का सब्सटेंस लगाने पर गेंद रिवर्स स्विंग में तेज गेंदबाजों को मदद करती है, न कि स्पिनर को उससे मदद मिलती है।एक फिंगर स्पिनर जब गेंदबाजी करता है तो उसकी अंगुली में दर्द या स्किन का हट जाना आम बात है। ऐसे में हो सकता है कि जडेजा भी उसी स्थिति से गुजर रहे हों। ऐसे में सिराज उन्हें कोई क्रीम या बाम लाकर देते हैं। इस पर भी ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने विवाद शुरू कर दिया है। बीसीसीआई के भी एक अधिकारी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि अंगुली में दर्द की वजह से जडेजा उस पर मलहम लगा रहे थे। मैच में स्पिनर्स का बोलबाला दिख रहा है। दोनों टीमों को मिलाकर पहले दिन स्पिनर्स ने नौ विकेट लिए।
दरअसल, भारतीय खिलाड़ी पर आरोप लगाने वाली ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों पर खुद ही बॉल टेम्परिंग के आरोप लग चुके हैं। डेविड वॉर्नर, स्टीव स्मिथ और कैमरन बेनक्रॉफ्ट बॉल टेम्परिंग में फंस चुके हैं और सजा काट चुके हैं। वहीं, 2020/21 में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-1 से हराया था। इसके अलावा नागपुर में पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सके और 177 रन पर ऑलआउट हो गए।इन सभी मामलों से बौखलाई ऑस्ट्रेलियाई मीडिया को अब नया मुद्दा मिल चुका है। हाल ही में ऑस्ट्रेलियाई मीडिया और टीम ने पिच को लेकर भी विवाद खड़ा किया था। उनका आरोप था कि भारत ने पिच से जानबूझकर छेड़छाड़ ताकि टीम को मदद मिल सके। इस पर कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स ने ऑस्ट्रेलियाई मीडिया और टीम की आलोचना की थी।
उस्मान ख्वाजा को लेकर डीआरएस को भी गलत बताया था
ऑस्ट्रेलियन मीडिया द्वारा गुरुवार को उठाया गया यह एकमात्र सवाल नहीं है। उन्होंने मैच के दौरान ओपनर उस्मान ख्वाजा के विकेट को भी गलत बताया था। ख्वाजा पहली पारी के दूसरे ओवर में सिराज की बॉल पर एल्बीडब्ल्यू आउट हुए। भारत ने अपील की, लेकिन अंपायर ने इसे नॉटआउट करार दिया था। इसके बाद टीम इंडिया ने रिव्यू लिया और अंपायर को फैसला बदलकर ख्वाजा को आउट देना पड़ा। इस पर भी ऑस्ट्रेलियन मीडिया ने आपत्ति जताते हुए कहा था कि टीम इंडिया ने डिसीजन रिव्यू सिस्टम टेक्नोलॉजी से छेड़छाड़ की है।पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद जडेजा ने कहा कि वह अपने प्रदर्शन से रोमांचित हैं, जिसने निश्चित तौर पर भारत को मजबूत स्थिति में ला दिया है। जडेजा ने कहा- मैं जिस तरह से गेंदबाजी कर रहा था उससे बहुत खुश हूं। पांच महीने बाद खेलना, टेस्ट क्रिकेट खेलना, यह कठिन है। मैं इसके लिए तैयार था और मैं एनसीए में अपनी फिटनेस के साथ-साथ अपनी स्किल पर भी कड़ी मेहनत कर रहा था। क्लास गेम (रणजी) में लंबे समय के बाद मैंने लगभग 42 ओवर फेंके। इससे मुझे यहां आने और एक टेस्ट मैच खेलने का काफी आत्मविश्वास मिला है।