टॉप ऑर्डर से लेकर गेंदबाजी तक… किसे मिले जगह? सेलेक्टर्स के लिए टेढ़ी खीर

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नई दिल्ली : एशिया कप के लिए भारतीय टीम के घोषित होने का इंतजार सभी को है। माना जा रहा है मंगलवार को राष्ट्रीय चयन समिति अगले महीने होने वाले इस टूर्नामेंट के लिए 15 सदस्यीय टीम का चयन करेगी। चयनकर्ताओं के सामने इस बार गंभीर समस्या है क्योंकि लगभग हर स्थान के लिए कई दावेदार मौजूद हैं। एक बड़ा सवाल जो सभी के जेहन में है वो यह कि शानदार फॉर्म में चल रहे शुभमन गिल किस तरह टी20 टीम में फिट बैठ पाएंगे? 

मौजूदा परिस्थितियों में टेस्ट कप्तान गिल जिन्होंने हाल ही में इंग्लैंड दौरे पर शानदार प्रदर्शन किया था, वह एशिया कप के लिए टीम में जगह बनाने के लिए फिट नहीं बैठ रहे हैं। कई मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है कि गिल का नौ से 28 सितंबर तक होने वाले इस टूर्नामेंट के लिए जगह बना पाना मुश्किल है। अजीत अगरकर और उनके सहयोगियों के लिए विचार-विमर्श का मुख्य मुद्दा यह होगा कि किसी ऐसी चीज को कैसे ठीक किया जाए जिसे सुधारने की आवश्यकता नहीं है।

शीर्ष क्रम में ही छह दावेदार 

भारतीय क्रिकेट में फिलहाल टी20 के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की कमी नहीं है क्योंकि कम से कम 30 ऐसे खिलाड़ी हैं जो राष्ट्रीय टीम में शामिल होने के लिए तैयार हैं। एक ही स्थान के लिए तीन से चार विकल्प मौजूद हैं। शीर्ष तीन स्थान के लिए छह खिलाड़ी मौजूद हैं। पिछले सीजन अभिषेक शर्मा, संजू सैमसन और तिलक वर्मा ने शीर्ष क्रम में शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन साथ ही गिल, यशस्वी जायसवाल और आईपीएल 2025 में ऑरेंज कैप जीतने वाले साई सुदर्शन भी कम नहीं हैं। 

स्पिन आक्रमण के लिए किसे मिलेगा मौका?

गेंदबाजी विभाग में कुलदीप यादव, वरुण चक्रवर्ती और रवि बिश्नोई एक ही स्थान के लिए दावेदारों में शामिल हैं और लंबे समय तक युजवेंद्र चहल को भी अनदेखा नहीं किया जा सकता है। चयनकर्ताओं को सिर्फ 15 खिलाड़ी ही चुनने हैं और टी20 के लिहाज से यह देखना दिलचस्प होगा कि चयन समिति क्या फैसला लेती है। टीम प्रबंधन के एक महत्वपूर्ण सदस्य का मानना है कि पिछले सत्र में नियमित रूप से प्लेइंग-11 में शामिल रहे किसी भी खिलाड़ी को किसी बड़े स्टार को जगह देने के लिए टीम से बाहर करना अनुचित होगा।

टी20 कप्तान के रूप में बेहतर है सूर्यकुमार का रिकॉर्ड 

दूसरा विकल्प यह है कि भारतीय क्रिकेट में सभी प्रारूप के लिए एक कप्तान रहना हमेशा से बड़ा मार्केटिंग ब्रांड रहा है। इस स्थिति में गिल दावेदार हो सकते हैं, लेकिन यह मामला उतना भी आसान नहीं है जितना सोचा जा रहा है। रोहित शर्मा के टी20 अंतरराष्ट्रीय से संन्यास लेने के बाद सूर्यकुमार यादव की अगुआई में भारतीय टी20 टीम ने शानदार प्रदर्शन किया है और उसका जीत का प्रतिशत 85 फीसद रहा है। सूर्यकुमार की कप्तानी में टीम ने 20 में से 17 मैच जीते हैं। दिलचस्प बात यह है कि इन सभी मैचों में गिल और यशस्वी शामिल नहीं रहे हैं। पिछले एक साल में टेस्ट प्रतिबद्धताओं में व्यस्त होने से पहले गिल और यशस्वी टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे थे और आईपीएल में भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे।

गिल के लिए कौन करेगा 'त्याग'?

टेस्ट को प्राथमिकता देने से पहले गिल टी20 टीम के उपकप्तान भी थे। लेकिन बाद में दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान अक्षर पटेल को उपकप्तानी का जिम्मा सौंपा गया और वह भरोसा पर खरे भी उतरे। हालांकि उन्हें दीर्घकालिक नेतृत्व का उम्मीदवार नहीं माना जाता है। अगर गिल को उपकप्तानी मिलती है तो यह अक्षर के लिए सही बात नहीं होगी। अगर मंगलवार को चयनकर्ता 15 सदस्यीय टीम में गिल का चयन करते हैं तो उन्हें प्लेइंग-11 में भी रखा जाएगा। ऐसे में सैमसन, अभिषेक और तिलक में से किसी एक को अपने बल्लेबाजी स्थान में बदलाव करना होगा। इतना ही नहीं गिल को टीम में शामिल करने से रिंकू सिंह को बाहर रखना होगा। गंभीर के कार्यकाल में रिंकू ने ना तो कोलकाता नाइट राइडर्स और ना ही भारतीय टीम के लिए कुछ अविश्वनीय प्रदर्शन किया है। गंभीर की किताब में कोई निश्चित फिनिशर नाम की चीज नहीं है, इसलिए चयन आसान नहीं रहेगा। 

गेंदबाजी विभाग में भी रहेगी चुनौती 

जसप्रीत बुमराह के उपलब्ध रहने और हार्दिक पांड्या के पहली पसंद होने से इन दोनों का शामिल होना तो तय है, जबकि अर्शदीप सिंह भी तेज गेंदबाजी विभाग के लिए अपने आप ही विकल्प बन जाते हैं। रिजर्व तेज गेंदबाज स्थान के लिए तीन विकल्प हैं। हर्षित राणा दावेदार हैं क्योंकि प्रसिद्ध कृष्णा और मोहम्मद सिराज को लाल गेंद के क्रिकेट का विशेषज्ञ माना जाता है। वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज दो अक्तूबर से शुरू हो रही है, इसलिए समझा जा रहा है कि अपेक्षाकृत कमजोर मेहमान टीम के खिलाफ बुमराह की जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि प्रसिद्ध और सिराज तरोताजा और खेलने के लिए तैयार होंगे। स्पिनरों की बात करें तो अक्षर, वरुण और कुलदीप पहली पसंद होंगे और ऑलराउंडर के तौर पर वाशिंगटन सुंदर को मौका मिल सकता है। दुबई और अबू धाबी की पिचें चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान जितनी घिसी-पिटी और धीमी थीं, उतनी नहीं होंगी जिससे स्पिन गेंदबाजों को भी उचित मदद मिलेगी।

विकेटकीपर और फिनिशर की दौड़ भी दिलचस्प 

नीतीश कुमार रेड्डी और ऋषभ पंत अभी चोट से उबरे नहीं हैं, ऐसे में हार्दिक के बाद शिवम दुबे दूसरे तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर हो सकते हैं। दूसरे विकेटकीपर के तौर पर जितेश शर्मा और ध्रुव जुरेल के बीच प्रतिस्पर्धा होगी। आईपीएल 2025 के दौरान जितेश ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के लिए फिनिशर की भूमिका अच्छी तरह निभाई थी और वह निचले क्रम के लिए सही विकल्प हो सकते हैं।