नई दिल्ली : हरभजन सिंह और रविचंद्रन अश्विन भारत के दो महान ऑफ स्पिनर और मैच विनर रहे हैं। इन दोनों ने देश के लिए काफी क्रिकेट खेला और कई मैचों में अपनी ऑफ स्पिन से विपक्षी बल्लेबाजों के छक्के छुड़ा दिए। हालांकि, अब दोनों के करियर पर विराम लग चुका है। हरभजन काफी पहले रिटायरमेंट ले चुके हैं, जबकि अश्विन ने पिछले साल ऑस्ट्रेलिया दौरे पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी। जब अश्विन टीम में आए थे, तो उन्होंने भज्जी को ही रिप्लेस किया था। उनके डेब्यू के बाद से अब तक कई बार मीडिया रिपोर्ट्स में यह बात आई कि भज्जी अश्विन को पसंद नहीं करते हैं। भज्जी ने भी कई बार कुछ ऐसे बयान दिए, जिससे मीडिया रिपोर्ट्स में दोनों के संबंधों में खटास को लेकर बात छपी। यहां तक कहा गया कि भज्जी को अश्विन से जलन है। हालांकि, अब टर्बनेटर ने खुद अश्विन के पॉडकास्ट पर आकर उनसे बात की और हर रिपोर्ट्स का खंडन किया है। इस पॉडकास्ट में दोनों महान ऑफ स्पिनर्स के बीच जबरदस्त बातचीत चली। आखिर में अश्विन ने भज्जी से जलन वाली रिपोर्ट्स को लेकर सवाल पूछा और इस पर हरभजन की प्रतिक्रिया ने दिल जीत लिया। अश्विन ने भी अपने मन में हरभजन को लेकर सम्मान का खुलासा किया।
अपने पॉडकास्ट में अश्विन ने हरभजन को दिया सम्मान
अश्विन ने अपने 'कुट्टी स्टोरीज विद ऐश' पॉडकास्ट में भज्जी को न्योता दिया था। इस पॉडकास्ट के दौरान शुरू में अश्विन ने अपने मन में इस ऑफ-स्पिनर को लेकर सम्मान जताया। ऐश ने कहा- भज्जी मैं आपका काफी सम्मान करता हूं। आप मेरे प्रेरणस्त्रोत रहे हैं। जो भी ऑफ स्पिन सीखी, आपको देखकर सीखी।' फिर शो के आखिर में अश्विन ने खुद से जलन को लेकर भज्जी से सवाल पूछा। एक फैन के कमेंट पर अश्विन ने कहा, 'यह जो जलन वाली पूरी घटना थी, इससे पहले कि मैं आपको इस पर कुछ कहने दूं, मैं कुछ स्पष्ट कर देना चाहता हूं। लोग हर चीज को अपने नजरिए से देखते हैं। उदाहरण के लिए, यदि वे मुझ पर एक टिप्पणी कर रहे हैं, तो उनका मानना है कि अन्य लोग भी उनके नजरिये से ही इस मामले को देखेंगे। यह टिप्पणी कि मैं जिसका इंटरव्यू कर रहा हूं, उस शख्स को मुझसे जलन है। इस बारे में आप क्या कहेंगे?'
'क्या आपको लगता है मुझे आपसे जलन होगी?'
अश्विन के सवाल का जवाब देते हुए हरभजन ने जवाब दिया, 'क्या आपको लगता है कि मुझे आपसे जलन होती है? आप यहां मेरे साथ बैठे हैं। हमने विस्तार से बात की है। क्या आपको लगता है कि मैं उस तरह का व्यक्ति हूं?' हरभजन ने भले ही कूटनीतिक जवाब दिया हो, लेकिन अश्विन की स्पष्ट प्रतिक्रिया ने उन्हें और इंटरनेट को आश्चर्यचकित कर दिया। अश्विन ने इस पर कहा, 'यहां तक कि अगर आपको मुझसे कभी जलन होती थी, तो यह उचित है। यही मैं कहना चाहता हूं। मैं इसे कभी गलत तरीके से नहीं लूंगा क्योंकि हम सभी इंसान हैं। स्वाभाविक रूप से, ऐसा हो सकता है। कुछ लोगों का मानना है कि मैंने वॉशिंगटन सुंदर की वजह से संन्यास लिया। सुंदर को अब इसमें लाया गया है। यह सब दूसरों का नजरिया है।'
'टीम में बने रहने के लिए प्रतिद्वंद्विता है'
इस पर भज्जी ने कहा, 'मैं एक बात स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि जब आप टीम में आए थे…मैंने सोचा था यह वह खिलाड़ी हो सकता है जो लंबे समय तक खेल सकता है। लेकिन फिर मैंने सोचा कि एक और खिलाड़ी आया है, यह टीम में बने रहने के लिए प्रतिद्वंद्विता है। अब उस समय, मेरे दिमाग में कहीं न कहीं, भले ही एक छोटा सा विचार आया होगा, जैसे मुझे अपने खेल को आगे बढ़ाना है और टीम में बने रहने के लिए और कड़ी मेहनत करनी है। लेकिन कहीं न कहीं, मुझे लगता है कि आज, जब हम यहां बैठे हैं, मुझे लगता है सब कुछ एक कारण से होता है। मैंने यह खेल खेला, मुझसे पहले कोई और इसे खेल रहा था, मैंने भी किसी को रिप्लेस किया।' इस पर अश्विन ने पूछा कि आपने किसको रिप्लेस किया था? भज्जी ने कहा- राजेश चौहान को।
'टीम में किसी का स्थान हमेशा के लिए तय नहीं'
इस पर अश्विन ने कहा, 'लेकिन इसमें फर्क है न…आपने 100 विकेट वाले खिलाड़ी को रिप्लेस किया और मैंने 400 विकेट ले चुके खिलाड़ी को। आप लीजेंड थे गेम के।' भज्जी ने कहा, 'टीम में किसी का स्थान हमेशा के लिए तय नहीं है। आप टीम में पूरी जिंदगी नहीं रह सकते। आप कभी शीर्ष पर होगे, फिर कोई आएगा और आपको रिप्लेस करेगा और वह आपकी छोड़ी जिम्मेदारी को संभालेगा। लोग अब कहते हैं कि हरभजन सिं को अश्विन से जलन थी। मैंने विकेट को लेकर बात की थी, जो कि मैं अब भी सही मानता हूं। जब आप खेले तो पिच में काफी ज्यादा मदद थी। मैं आपको बुरा नहीं महसूस कराना चाहता, लेकिन जिस पिच पर हमने क्रिकेट खेली, उससे आप ने जहां खेला, वहां की पिचें काफी अलग थीं। हम देख रहे हैं कि तीन दिन में खेल खत्म हो रहा है, लेकिन इसमें मैं आपका श्रेय नहीं लेना चाहता।'
'पिच को लेकर मेरी आलोचना जायज थी, वो मैं अभी भी कहता हूं'
भज्जी ने कहा, 'मेरा पिच को लेकर बयान सिर्फ इसलिए नहीं था कि अश्विन विकेट ले रहा है, मेरा बयान इस वजह से था कि जिस तरह की क्रिकेट हो रही है…तीन दिन में टेस्ट खत्म हो रहा है। अब वो तुम्हारी किस्मत है। तुमने 500 विकेट लिए या 1000-2000। और आपको मैंने गेंदबाजी करते देखा है। आपने रेड बॉल ही नहीं, व्हाइट बॉल से भी काफी शानदार प्रदर्शन किया है। सिर्फ भारत ही नहीं, आपने विदेशी जमीन पर भी शानदार गेंदबाजी की है। हमने श्रीलंका दौरे पर साथ में मैच खेला भी था। मैंने देखा था कि आप मुझसे 10 गुणा ज्यादा बेहतर गेंदबाजी कर रहे थे। मैं अपना बेस्ट नहीं कर पा रहा था और आप उभरते हुए सितारे थे। आपकी गेंद में अलग धार थी। तभी आपने वहां 25-26 विकेट लिए और प्लेयर ऑफ द सीरीज बने। मेरी स्किल में गिरावट आई थी, मेरी मानसिक स्थिति में थोड़ी गिरावट आई थी। तब पता लग गया था कि मुझे टीम में बने रहने के लिए आपकी गेंदबाजी की बराबरी करनी होगी। आपको टीम में रहने के दौरान साबित करना होता कि आप क्यों बेहतर हो।'
'अब सामने वाले को सारी जिम्मेदारी सौंपो…'
भज्जी ने कहा, 'अगर ऐसा नहीं हो पा रहा तो समझ में आ जाता है कि अब समय आ चुका है। अब सामने वाले को सारी जिम्मेदारी सौंपो। वह अब लीड करे। वो मान लेना बड़ी बात है, लेकिन लोगों को लगा मुझे ईर्ष्या है। मुझे आपसे एक प्रतिशत भी जलन नहीं है। मुझे खुशी है कि मेरे बाद कोई इतने विकेट ले सका। यह आपकी किस्मत थी। अश्विन तो क्रिकेट खेलना भी नहीं चाहते थे न, लेकिन आपने कोशिश की। ऊपर वाले ने आपको मेहनत करते देखा और आपको बड़ी कामयाबी दी।' भज्जी ने 17 साल के अपने टेस्ट करियर में 417 विकेट लिए, जबकि अश्विन ने 13 साल लंबे करियर में 106 टेस्ट में 537 विकेट निकाले।