भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स पर निशाना साधा है। कार्तिक ने कहा है कि स्टोक्स आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल को अधिक महत्व नहीं देते और उनका पूरा ध्यान एशेज सीरीज पर ही रहता है। इसी कारण वह डब्ल्यूटीसी के प्रारुप की आलोचना करते हैं ओर उसे संशय से भरा कहते हैं। स्टोक्स ने डब्यूटीसी की अंक प्रणाली और धीमी ओवर गति के लिए मिलनी वाली सजा पर नाराजगी जतायी है। कार्तिक के अनुसार इसी कारण डब्ल्यूटीसी के तीन चक्र होने के बावजूद इंग्लैंड अब तक तक फाइनल में नहीं पहुंचा है। स्टोक्स साल 2022 से ही इंग्लैंड टेस्ट टीम की कप्तानी कर रहे हैं।
एशेज की शुरुआत नवंबर में होगा। कार्तिक ने कहा, “पिछले कुछ सालों में इंग्लैंड ने सिर्फ एशेज की तैयारी की है। हम भारत में डब्ल्यूटीसी को बहुत महत्व देते हैं पर स्टोक्स किसी कारण से अंक तालिका को महत्व नहीं देते। मुझे नहीं पता कि यह कोई बहाना है या कुछ और।” वहीं स्टोक्स ने कहा था, ईमानदारी से कहूं तो विश्व टेस्ट चैंपियनशिप थोड़ी संशयपूर्ण है, यह उनमें से एक है जहां लंबे समय तक अगर आप वास्तव में अच्छा क्रिकेट खेलते हैं, तो आपको वह परिणाम मिलते हैं जो आप चाहते हैं, आप अंततः फाइनल में अपने को पाएंगे। उन्होंने साथ ही कहा था, लेकिन यह वास्तव में अजीब है, क्योंकि आपको पता है कि आप लंबे समय से किसी चीज के लिए खेल रहे हैं। मुझे याद नहीं आता कि क्या मैंने कभी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के बारे में सोचने के लिए कोई वास्तविक समय दिया, क्योंकि इसका प्रारुप समझ नहीं आता है। डब्ल्यूटीसी में दो साल के अंदर एक टीम छह टेस्ट सीरीज खेलते है और जीत प्रतिशत के आधार पर अंक तालिका बनती । तालिका में शीर्ष-2 में रहने वाली दो टीमें फाइनल खेलती हैं। कार्तिक के अनुसार टेस्ट क्रिकेट का भविष्य बेहतर बनाने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप शुरु की गयी है। इसके बाद भी स्टोक्स उसकी उपेक्षा करते हैं।