थरूर ने चयनकर्ताओं से की दो-टूक बात, बोले- सरफराज जैसे खिलाड़ी को क्यों नजरअंदाज किया जा रहा है?

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नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भारतीय टीम से बाहर चल रहे बल्लेबाज सरफराज खान के समर्थन में आवाज उठाई है। सरफराज पिछले कुछ समय से भारतीय टेस्ट टीम में जगह नहीं बना पा रहे हैं और दक्षिण अफ्रीका ए के खिलाफ इंडिया ए टीम में भी उन्हें स्थान नहीं मिला जिसके बाद लगातार सरफराज को टीम में शामिल करने की मांग चल रही है। अब थरूर भी सामने आए हैं और उन्होंने चयनकर्ताओं से आईपीएल के बजाए घरेलू क्रिकेट को प्राथमिकता देने के लिए कहा है। 

इंडिया ए टीम में भी नहीं मिली थी जगह 
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने हाल ही में 30 अक्तूबर से दक्षिण अफ्रीका ए के खिलाफ होने वाले चार दिवसीय मुकाबलों के लिए भारत ए टीम घोषित की थी। इसकी कप्तानी ऋषभ पंत को सौंपी गई जो इस सीरीज से मैदान पर वापसी करेंगे। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच 14 नवंबर से दो मैचों की टेस्ट सीरीज होनी है, उससे पहले ये अनौपचारिक मैच खेले जाएंगे। सरफराज को वेस्टइंडीज के खिलाफ हुई दो मैचों की टेस्ट सीरीज में भी नहीं चुना गया था, जबकि भारत ए टीम में भी उन्हें जगह नहीं मिली। इससे फैंस भी काफी अचरज में पड़े थे और उन्होंने बीसीसीआई से सवाल किए थे। 

घरेलू क्रिकेट में छोड़ी है छाप 
सरफराज ने अपने पिछले दो प्रथम श्रेणी मैचों में शानदार बल्लेबाजी की थी। उन्होंने इंग्लैंड लायंस के खिलाफ 92 रन की पारी खेली थी, जबकि जम्मू-कश्मीर के खिलाफ 42 और 32 रन बनाए थे। ऐसे में उम्मीद की जा रही थी कि उन्हें इंडिया ए टीम में जगह दी जाएगी, लेकिन चयनकर्ताओं ने उन्हें नजरअंदाज कर दिया। माना जा रहा था कि सरफराज को पहले फिटनेस कारणों से भारतीय टेस्ट टीम से बाहर किया गया था। उन्होंने आईपीएल 2025 सीजन के दौरान खुद को फिट करने के लिए कड़ी मेहनत की थी, लेकिन उनकी टीम में वापसी नहीं हो पाई। मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने पहले कहा था कि रणजी ट्रॉफी में लगातार रन बनाने के चलते करुण नायर ने सरफराज को पीछे छोड़ दिया है। हालांकि, इंग्लैंड दौरे के बाद करुण नायर भी टीम से बाहर हो गए, लेकिन सरफराज की वापसी फिर भी नहीं हुई। इससे सवाल खड़े होना लाजिमी है।

क्या असफलताएं बनी बाहर रहने का कारण?
न्यूजीलैंड के खिलाफ स्पिनर की अनुकूल पिच पर सरफराज की लगातार चार असफलताएं उनके बाहर होने का कारण बनीं। टेस्ट टीम में बल्लेबाजी क्रम में नंबर एक, दो और चार अब तय हो चुके हैं और नंबर पांच से आठ ऑलराउंडरसे संबंधित हैं, ऐसे में एकमात्र स्थान नंबर तीन बचा है और शायद मुंबई के इस साहसी बल्लेबाज को आत्मविश्वास से लबरेज होकर एक नया स्थान आजमाने की जरूरत है। बहुत से मामलों में यह हमेशा घरेलू क्रिकेट में बनाए गए बड़े स्कोर के बारे में नहीं होता है, बल्कि चयन समिति की इस बात पर भी निर्भर करता है कि उनके अनुसार कौन बड़े स्तर पर सफलता पाने के लिए अधिक उपयुक्त है।

सरफराज, रहाणे और करुण के लिए उठाई आवाज
सरफराज के मामले पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने चयनकर्ताओं को घेरा है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, यह सचमुच हैरान करने वाली बात है। सरफराज खान का प्रथम श्रेणी में औसत 65 से ऊपर है। उन्होंने टेस्ट डेब्यू पर अर्धशतक लगाया, एक टेस्ट में 150 रन बनाए जिसे हम हार गए। इंग्लैंड दौरे के अभ्यास मैच में उन्होंने 92 रन बनाए और भारत की सीनियर टेस्ट टीम के खिलाफ इंटर स्क्वाड मैच में शतक लगाया। फिर भी वह चयनकर्ताओं की रणनीति से बाहर हैं। 

थरूर ने आगे रहाणे, पृथ्वी और करुण का भी उदाहरण दिया। उन्होंने लिखा, मुझे यह देखकर भी बहुत खुशी हुई कि अजिंक्य रहाणे, पृथ्वी शॉ और करुण नायर रणजी ट्रॉफी में रन बना रहे हैं। हमारे चयनकर्ता बहुत जल्दी साबित खिलाड़ियों को दरकिनार कर संभावना पर दांव लगाने लगते हैं, जिन्होंने खुद को बार-बार साबित किया है, उन्हें सम्मान मिलना चाहिए। घरेलू क्रिकेट में बनाए गए रनों को महत्व देना चाहिए। सिर्फ आईपीएल में किए गए प्रदर्शन को ही पैमाना नहीं बनाना चाहिए, बल्कि घरेलू क्रिकेट को भी महत्व देना है। ऐसा नहीं होगा तो कोई रणजी ट्रॉफी में क्यों खेलेगा?

थरूर का यह बयान ऐसे समय सामने आया है जब भारतीय टीम में चयन को लेकर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ी हुई है। हाल ही में ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए नहीं चुने जाने पर मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर और मोहम्मद शमी के बीच विवाद भी देखने मिला था।