Rohit Sharma: रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया ने जीत के साथ चैंपियंस ट्रॉफी की शुरुआत की. दुबई में बांग्लादेश को हराने के साथ ही भारतीय कप्तान ने एक खास शतक भी लगाया. दरअसल, रोहित ने कप्तानी करते हुए 100 इंटरनेशनल मैच जीत लिए हैं. ये करनामा करने वाले रिकी पॉन्टिंग के साथ-साथ वो भी सबसे तेज कप्तान बन गए हैं. रोहित ने ये उपलब्धि महज 139 मैचों में ही हासिल कर ली है. बता दें इस दौरान उन्होंने 100 मैच जीते, वहीं 33 मैचों में हार का सामना करना पड़ा. भारतीय कप्तान ने कई दिग्गजों को भी पीछे छोड़ दिया है.
इस मामले में टॉप पर रोहित
रोहित ने अभी तक अपनी कप्तानी में 73 प्रतिशत मुकाबले जीते हैं, जो किसी भी दूसरे कप्तान से सबसे ज्यादा है. उन्होंने जीत का प्रतिशत के मामले में ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज कप्तान रिकी पॉन्टिंग और स्टीव वॉ को भी पीछे छोड़ दिया है. पॉन्टिंग ने 324 इंटरनेशनल मैच में से 220 में जीत हासिल की थी. उनकी जीत का प्रतिशत 67.90 रहा. वहीं वॉ ने 66.25 परसेंटेज जीत के साथ 163 में से 108 मुकाबलों में बाजी मारी थी. रोहित ने साउथ अफ्रीका के दिग्गज कप्तान हैंसी क्रोनिए को भी पीछे धकेल दिया है. इंटरनेशनल क्रिकेट में क्रोनिए की जीत का प्रतिशत 65.96 रहा था. उन्होंने कप्तान रहते हुए 191 मुकाबलों में से 126 मैचों में जीत दर्ज की थी. वहीं भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक विराट कोहली ने कप्तान रहते हुए 64 प्रतिशत मुकाबले जीते थे. उन्होंने 213 में से 137 मैचों में बाजी मारी थी. वेस्टइंडीज के क्लाइव लॉयड ने 158 में से 100 मैच जीते थे. उनकी जीत का प्रतिशत 63 रहा था.
ऐसा करने वाले पहले खिलाड़ी
रोहित शर्मा की 100 में से 12 जीत टेस्ट और 38 वनडे में आए हैं. वहीं उन्होंने 50 मुकाबले T20 इंटरनेशनल में जीते हैं. रोहित को एक चीज जो सबसे खास बनाती है, वो ये है कि उन्हें 30 साल की उम्र के बाद टीम इंडिया की कप्तानी मिली थी. दूसरी ओर पॉन्टिंग 28 साल की उम्र में ऑस्ट्रेलिया के कप्तान बन गए थे. इस तरह इंटरनेशनल क्रिकेट में 30 की उम्र के बाद कप्तान बनकर 100 जीत हासिल करने वाले वो पहले खिलाड़ी बन गए हैं.